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World Pneumonia Day: निमोनिया क्या होता है, निमोनिया के लक्षण और ठीक कैसे करें

World Pneumonia Day: निमोनिया क्या होता है, निमोनिया के लक्षण और ठीक कैसे करें

निमोनिया के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 12 नवंबर को वर्ल्ड निमोनिया डे (World Pneumonia Day) मनाया जाता है।

आइये इस वर्ल्ड निमोनिया डे (World Pneumonia Day) पर आपको निमोनिया क्यों होता है, लक्षण और इसे ठीक कैसे करें।

World Pneumonia Day:निमोनिया क्या होता है?

निमोनिया सांस से जुड़ी बीमारी है। जिसका समय पर इलाज ना होने के कारण मरीज की मौत हो सकती है। देश में करीब 4 करोड़ से ज्यादा लोग निमोनिया से पीड़ित है, वहाँ पर इसकी रोकथाम और जाँच के बारे में खासकर सर्दियों में सेहत के प्रति जागरूक रहना जरूरी है। इस बीमारी के सबसे ज्यादा शिकार बच्चे और बुजुर्ग हो रहे है। 

निमोनिया के लक्षण:

  • तेज बुखार
  • कफ हो जाना, खांसी के साथ हरे या भूरे रंग का गाढ़ा बलगम आना या कभी-कभी हल्का-सा खून आ जाना
  • उल्टी
  • दस्त
  • भूख न लगना
  • होठों का नीला पड़ना
  • बहुत ज्यादा कमजोरी लगना
  • सांस लेने में दिक्कत
  • दांत किटकिटाना
  • दिल की धड़कने तेज हो जाना
  • सांस तेजी से चलना
  • डायरिया
  • सिरदर्द
  • जोड़ों में दर्द

निमोनिया के घरेलू इलाज:

गाजर का जूस लें: निमोनिया से राहत पाने के लिए गाजर के जूस में लाल मिर्च डालकर पिएँ। यह दोनों निमोनिया के इलाज में मददगार होते है।

मेथी है फायदेमंद: एक कप पानी में मेथी के दाने, एक चम्मच अदरक का पेस्ट, एक लहसुन की कली और थोड़ी-सी काली मिर्च डालें। इसे पांच मिनट तक उबालें। इसमें आधा चम्मच शहद मिलाएं। दिन में 3 से 4 बार मेथी का सेवन करें।

तिल है फायदेमंद: एक कप पानी में एक चम्मच तिल उबालें। इसे छानकर एक चम्मच शहद और थोड़ा-सा नमक मिलाएं। इस मिश्रण का रोज सेवन करें।

लौंग है फायदेमंद: लौंग को भूनकर पीसें। रोज 3 से 4 बार 1/2 – 1 ग्राम शहद के साथ चाटें।

हींग है फायदेमंद: थोड़ी-सी हींग, एक मुनक्के में भर कर रोगी को कुछ दिन तक खिलाएं। इससे निमोनिया ठीक होगा।

निमोनिया के दौरान क्या-क्या परहेज करें:

  • अगर किसी को खांसी है तो उससे थोड़ी दूरी रखें।
  • खांसते समय मुंह पर रुमाल रखें, ताकि मुंह से कीटाणु निकलकर दूसरों तक ना पहुँचे।
  • बच्चे को खांसी है तो अपने बच्चे को पूरी तरह ठीक होने से पहले स्कूल ना भेजें ताकि दूसरे बच्चों को कोई इंफेक्शन ना हो।
  • जिन आहारों के प्रति रोगी एलर्जिक है उसे रोगी को ना दें।
  • शक्कर व शक्कर के उत्पाद, और अत्यंत मीठे फलों से परहेज करें।
  • शीतल पेय या खाद्य पदार्थों और व्यावसायिक रूप से प्रोसेस्ड आहार का सेवन ना करें।
  • सभी आहार, जिनमें बनावटी पदार्थ जैसे रंग आदि मिलाए गए हो उनका सेवन ना करें।
  • दूध और डेयरी उत्पाद का सेवन कम करें, क्योंकि ये शरीर में सबसे ज्यादा बलगम बढ़ाते है।
  • ज्यादा प्रदूषण वाली जगहों पर जितना हो सके ना जाएं।
  • स्मोकिंग (धूम्रपान) ना करें और ना ही अपने पास किसी को स्मोकिंग करने दें।
  • खुद को ढक कर रखें। ठण्डी चीजें ना खाएं।
  • कॉफी और अन्य कैफीनयुक्त उत्पादों का सेवन ना करें।

अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐपडाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है। 

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