World Physiotherapy Day: फिजियोथेरेपी से संभव है कई गंभीर बीमारियों का इलाज
8 सितंबर विश्व में वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे ( World Physiotherapy Day) के रूप में मनाया जाता है। फिजियोथेरेपी मेडिकल साइंस की एक प्रक्रिया है जिसकी सहायता से जटिल रोगो का इलाज हो सकता है।
क्यों मनाते हैं फिजियोथेरेपी डे
भारत में इसके प्रति जागरूकता कम होने से बहुत कम लोग इसका इस्तेमाल करते है। फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) में जहाँ एक तरफ ऑस्टियोआर्थराइटिस (गठिया) और स्पाइनल इंजरी जैसी बड़ी बीमारियों का इलाज संभव है और इससे किसी भी तरह का साइड इफ़ेक्ट नहीं होता। दुनिया के लगभग 26% वयस्क पूरी तरह से सक्षम नहीं होते।
हम हमारे जीवन में बहुत व्यस्थ होते जा रहे है। जिसके लिए आसान विधि का उपयोग करें। हम लोग योग को तो प्राथमिक रूप में ले रहे है लेकिन हम फिजियोथेरेपी को भूलते जा रहे है जो योग का ही एक रूप है।
फिजियोथेरेपी में हम मरीज की मांशपेशियों की गतिविधि समझते है और इलाज करवाते है। स्पोर्ट्स पर्सन, सीनियर सिटिज़न और बड़ी चोट का इलाज इस विधि द्वारा आसानी से किया जा सकता है।
समय के साथ-साथ लोगो का रुझान फिजियोथेरेपी की तरफ बढ़ा है। इसका अच्छी मशीनों द्वारा इलाज होता है। वर्ल्ड कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ फिजिकल थेरेपी ने 8 सितम्बर को वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे (World Physiotherapy Day) घोषित किया है। जिससे लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढ़ती है।
फिजियोथेरेपी क्या है (World Physiotherapy Day)?
- फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) एक मॉर्डन चिकित्सा में एक इलाज है, जिसमें घुटनों, पीठ, कमर दर्द आदि कई शारीरिक समस्याओं से निपटने के लिए बिना दवा और सर्जरी किए इलाज किया जाता है। इसमें कई तरह के एक्सरसाइज के जरिए शरीर की मांसपेशियों को सही अनुपात में सक्रिय करने की कोशिश की जाती है।
- आजकल लोगों को कई तरह की शारीरिक समस्याएं बहुत ज्यादा हो रही है। घंटों लगातार कुर्सी पर बैठकर काम करना, गलत मुद्रा में बैठना, एक्सरसाइज या फिर खेलने-कूदने के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव या जख्म होना इन सब में फिजियोथेरेपी का इलाज संभव है।
फिजियोथेरेपी के लिए किन बातों का ध्यान रखें (Things to kept in mind during physiotherapy):
अक्सर लोग बीच में फिजियोथेरेपी करवाना छोड़ देते हैं। अगर आप लंबे समय तक इसका लाभ उठाना चाहते है तो सेशन पूरा करवाए। आधा इलाज से लाभ नहीं होता। सेशन की शुरुआत से पहले आप अपने फ़िज़ियोथेरेपिस्ट से पूँछ है।
किन-किन बिमारियों में फिजियोथेरेपी करवाए:
फिजियोथेरेपी में कई तरह के एक्सरसाइज के जरिए शरीर की समस्याओं को दूर कर सकते है। यह मांसपेशियों और हड्डियों में होने वाली समस्याओं के लिए अच्छा है। इसमें इलाज के जरिए मांसपेशियों को सक्रिय किया जाता है।
फिजियोथेरेपी (World Physiotherapy Day) में लोगों का परीक्षण किया जाता है और उपचार किया जाता है ताकि लोग लंबी उम्र तक गतिशील और स्वस्थ बने रहें। इसमें व्यक्ति की गतिशीलता आयु, चोट लगने, किसी बीमारी के होने और वातावरण जैसे कारणों से प्रभावित होती है। फिजियोथेरेपिस्ट इन सभी समस्याओं का इलाज करता है।
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प्रेग्नेंसी: फिजियोथेरेपी का प्रयोग गर्भवती महिलाओं के लिए कर सकते है। इसमें अलग-अलग एक्सरसाइज करवाई जाती है, जिससे डिलीवरी में कोई प्रॉब्लम ना हो। डिलीवरी से पहले और बाद में महिलाओं को फिजियोथेरेपी दी जाती है। डिलीवरी के कुछ बदलावों में महिलाओं का वजन बढ़ना, मसल्स लूज होना शामिल है।
अस्थमा: बदलती जीवनशैली में अस्थमा केवल बुजुर्गों को नही बल्कि कम उम्र के लोगों में देखने को मिलती है। अस्थमा एक जानलेवा बीमारी है, जिससे ज्यादातर लोग ग्रसित होते हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए फिजियोथेरेपी अच्छा विकल्प होता है। अस्थमा में मरीज को अलग-अलग ब्रीदिंग एक्सरसाइज करनी होती है, जिससे फेफड़े मजबूत हो जाए और अस्थमा से छुटकारा मिल सके।
कमर दर्द: अक्सर गलत पोश्चर या किसी तरह की दुर्घटना के कारण लोगों में कमर दर्द की समस्या रहती है। लो बैक पेन की समस्या सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। शरीर का सर्वाइक सबसे ज्यादा मूव होता है, जिससे कमर दर्द की समस्या होती है। ऐसी स्थिति में फिजियोथेरेपी करवाने पर इस दर्द से छुटकारा मिलता हैं।
फ्रैक्चर: फ्रैक्चर में सर्जरी के बाद होने वाले दर्द को फिजियोथेरेपी के माध्यम से बिना दवा के ठीक कर सकते है। एक्सरसाइज की मदद से फ्रैक्चर के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं। इसमें ज्वाइंट का मोबलाइजेशन किया जाता है, जिससे दर्द दूर होता है।
घुटनों का दर्द: एक उम्र के बाद घुटनों का दर्द एक आम समस्या बन जाती है। घुटनों में मौजूद साइनोविल फ्लूड कम होने पर घुटने की हड्डियां आपस में रगड़ने लगती हैं और सर्फेस रफ हो जाता है, जिससे घुटनों में असहनीय पीड़ा होती है। घुटनों का दर्द अगर शुरूआती दौर में है तो फिजियोथेरेपी अच्छा है।
अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है।अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है।