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World Marrow donor day: मेरो डोनर डे की महत्ता

World Marrow donor day: मेरो डोनर डे की महत्ता

मेरो डोनर डे हड्डियों से संबंधित बीमारी में काम आता है। यह एक हड्डियों से संबंधित बीमारी है। यह हड्डियों का कैंसर भी हो सकता है।

बोन-मेरो क्या है( What is Bone Marrow):

बोन मेरो यानि अस्थि मुख्य हड्डियों के बीच में एक मुलायम व स्पॉंजी टिशू है। इसके अंदर रक्त बनाने वाली कोशिकाएं होती है जिन्हें स्टेम सेल्स कहते हैं। स्टेम सेल्स लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स में विकसित होती हैं।

मेरो डोनर डे क्यों मनाया जाता है (Why Marrow Donor Day Celebrated)?

हर साल इस दिन को 50 से ज्यादा देशों में मनाया जाता है। इसकी जागरुकता के लिए इटली में कई कार्यक्रम किया जाता हैं। 2015 से यह कई देशों में मनाना शुरू कर दिया है।

मेरो डोनर डे मनाने का कारण (Reason of celebration of Marrow donor day):

इस दिन का मकसद उन लोगों को धन्यवाद देना है जो मरीजों को अपना ब्लड देने के साथ-साथ सभी तरह के सहयोग देते है।

इन दिनों कैंसर के मामले बहुत ज्यादा देखने को मिल रहे है। इसमें ब्लड कैंसर के मामले ज्यादा है। कई बार लोग इससे हार जाते है क्योंकि उन्हें सही मैच नहीं मिलता। ऐसे मरीजों के इलाज में ब्लड स्टेेम सेल, हड्डी के बोन मेरो और अम्बाइलिकल कॉर्ड (गर्भनाल) ट्रांसप्लांटेशन में अहम भूमिका होती है। जागरुकता के अभाव में बहुत कम लोग ही डोनर के रूप में सामने आते है। जागरूकता के लिए मेरो डोनर डे मनाया जाता है ताकि लोग बीमारी को समझते हुए परिजन और अन्य लोगों को ब्लड स्टेम सेल्स डोनेट करें।

दुनियाभर में मरीजों के लिए स्थिति गंभीर है क्योंकि करीब 3 करोड़ लोग बोन मेरो पाने की प्रतीक्षा में हैं लेकिन इनमें से 40 प्रतिशत मरीजों को मैचिंग का डोनर ना मिलने से काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।

18 से 60 वर्षीय स्वस्थ व्यक्ति अपना बोन मेरो डोनेट कर सकता है। उसका ब्लड, मरीज से मैच होना जरूरी है।
अम्बाइलिकल कॉर्ड ब्लड सिर्फ महिला से ही ले सकते है जिसके लिए उसकी उम्र 18 वर्ष होनी जरूरी है। सामान्य रूप से स्वस्थ और प्रेग्नेंसी बिना किसी जटिलता के हुई हो।

आइये हम थोड़ा बोन मेरो ट्रांसप्लांट के बारे में जानते है।

बोन मेरो ट्रांसप्लांट क्या है (What is Bone Marrow Transplant)?

मेरो डोनर डे में लोग अपनी बोन मेरो डोनेट करते है जिससे बोन मेरो ट्रांसप्लांट हो सकें। बोन मैरो ट्रांसप्लांट एक ऐसी मेडिकल प्रक्रिया है, जिसमें बोन मैरो को बदलना होता है। जब किसी व्यक्ति का बोन मेरो किसी तरह के संक्रमण या कीमोथेरेपी आदि कारणों से खराब होता है, उस स्थिति में बोन मेरो ट्रांसप्लांट किया जाता है।

बोन मेरो ट्रांसप्लांट क्यों किया जाता है (Why Bone Marrow Transplant happen)?

मेरो डोनर डे में आपको यह भी बताएंगे की बोन मेरो ट्रांसप्लांट की सलाह किस-किस को दी जाती है। यह सलाह सबको नहीं दी जाती बल्कि डॉक्टर केवल उन्हीं लोगों का बोन मेरो ट्रांसप्लांट कराते हैं, जो 5 तरह की परिस्थितियों में हैं।

  • अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित होना: बोन मेरो ट्रांसप्लांट ऐसे लोगों को किया जाता है, जो अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित हैं। अप्लास्टिक एनीमिया का मतलब ऐसी स्थिति है, जब किसी व्यक्ति के शरीर में पर्याप्त मात्रा में ब्लड सैल नहीं बन पाते।
  • हड्डियों का कैंसर होना: बोन मेरो ट्रांसप्लांट हड्डियों के कैंसर से पीड़ित व्यक्ति का कर सकते है। बोन कैंसर का असर मेरो पर पड़ता है, जिसकी वजह से उसे बदलना एकमात्र विकल्प है।
  • कीमोथेरेपी के साइड-इफेक्ट्स: कैंसर के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी के बहुत सारे सेशन किए जाते हैं।
    लेकिन, कैंसर से पीड़ित लोगों पर कीमोथोरेपी का साइड- इफेक्ट हो सकता है, जिसकी वजह से उन्हें काफी तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में बोन मेरो ट्रांसप्लांट एक अच्छा उपाय है।
  • लिंफोमा से पीड़ित होना: यदि कोई व्यक्ति लिंफोमा (lymphoma) नाम के कैंसर से पीड़ित है, तो उसे डॉक्टर बोन मैरो ट्रांसप्लांट करवाने को बोलते हैं। जब किसी मानव शरीर में लिम्फ नोड अधिक मात्रा में बढ़ जाता है, तो मेडिकल भाषा में उसे लिंफोमा कहते है।
  • बोन मेरो के जेनेटिक कारण होना: जेनेटिक कारणों की वजह से अगर किसी को बोन मेरो ट्रांसप्लांट की जरूरत है तो उसका बोन मेरो ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह डॉक्टर दे सकता है।

बोन मेरो ट्रांसप्लांट कितने प्रकार के होते है (Types of Bone Marrow Transplant)?

हालांकि, बोन मेरो की समस्या से पीड़ित व्यक्ति के लिए बोन मेरो ट्रांसप्लांट लाभदायक साबित होता है, लेकिन इसके बावजूद इसे करवाने से पहले लोगों को उनके लिए सही बोन मेरो ट्रांसप्लांट पता होना चाहिए। बोन मेरो ट्रांसप्लांट दो प्रकार के होते है।

  • ऑटोलोगोस ट्रांसप्लांट: जब बोन मेरो ट्रांसप्लांट करवाने वाले व्यक्ति के स्टीम सैल से इस ट्रांसप्लांट को किया जाता है, तो उसे ऑटोलोगोस ट्रांसप्लांट (autologous transplant) कहते है। इसे हमेशा नहीं किया जाता, इसको उसी समय किया जाता है जब ट्रांसप्लांट करवाने वाले व्यक्ति का बोन मेरो हेल्दी हो।
  • एलोजेनिक ट्रांसप्लांट: जब बोन मेरो ट्रांसप्लांट में डोनर बोन मेरो लिया जाता है, तो उसे एलोजेनिक ट्रांसप्लांट (allogeneic transplant) कहते है। इस प्रक्रिया में, बोन मेरो ट्रांसप्लांट करवाने वाले व्यक्ति के क़रीबी रिश्तेदार को डोनर के रूप में चुना जाता है। एलोजेनिक ट्रांसप्लांट को उस स्थिति में किया जाता है, जब किसी व्यक्ति का बोन मेरो पूरी तरह से खराब हो चूका होता है।

बोन मैरो ट्रांसप्लांट के बाद किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

किसी भी सर्जरी या ऑपरेशन की तरह बोन मेरो ट्रांसप्लांट के बाद का समय काफी संवेदन भरा होता है। अत: यदि किसी व्यक्ति ने बोन मेरो ट्रांसप्लांट करवाया है, तो उसे इन 5 बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि वह जल्दी ठीक हो सके।

  • सफाई बनाए रखना: बोन मेरो ट्रांसप्लांट के बाद सफाई बनाए रखना बहुत जरूरी है। खाना खाने से पहले हाथ धोएं, साफ-सुथरे कपड़े पहनें आदि।
  • एक्सरसाइज करना: यदि किसी व्यक्ति ने अभी बोन मेरो ट्रांसप्लांट करवाया है, तो उसे डॉक्टर द्वारा बताई जाने वाली एक्सरसाइज करनी चाहिए। डॉक्टर द्वारा बताई गई एक्सरसाइज करने से जल्दी ठीक हो सकते है।
  • नशीली पदार्थों से परहेज करना: अगर किसी व्यक्ति का बोन मेरो ट्रांसप्लांट हो चूका है तो उसे अपने खानपान पर ध्यान देना चाहिए। उसे किसी भी तरह के नशीले पदार्थ जैसे शराब या धूम्रपान आदि का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे उनकी सेहत और खराब हो सकती है।
  • समय पर दवाई लेना: डॉक्टर द्वारा बोन मेरो ट्रांसप्लांट करने के बाद कुछ दवाई दी जाती है, जो उनकी सेहत को संतुलित रखते है। अत: बोन मेरो ट्रांसप्लांट करवाने वाले लोगों को इन दवाइयों का सेवन करना चाहिए ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो।
  • डॉक्टर के संपर्क में रहना: यदि बोन मेरो ट्रांसप्लांट की बात की जाए तो इसे करवाने वाले लोगों को तब तक डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए जब तक आप पूरी तरह से सेहतमंद ना हो जाए।

अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है।अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ  डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है।

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