गंजेपन के कारण, लक्षण और उपाय
पुरूष हो या महिला उसकी खूबसूरती में बाल चार चांद लगाते है. अच्छे -घने बाल से कही ना कही आपका विश्वास भी बढ़ता है. वहीं अगर सिर के बाल धीरे-धीरे खत्म हो रहे हों तो आप हीन भावना का शिकार हो सकते है. ज्यादा बाल टूटने से सिर में कम बाल बचते हैं जिससे कहीं-कहीं से स्कैल्प भी दिखने लगता है. यहां तक कि आप पूरी तरह से गंजे भी हो सकते हैं. बालों को बचाने के लिए मंहगे शैम्पू, सीरम और हेयर मास्क…आप क्या नहीं ट्राई करते. बालों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं लेकिन ये जानने की कोशिश नहीं करते की बाल टूटने का कारण क्या है आइए जानते है गंजेपन का कारण , लक्षण और उपाए के बारे में ताकि पहले ही आप अपने बाल को सुरक्षित रख सकें.
गंजेपन के प्रकार
एलोपेसिया एरियाटा
इसमें बाल किसी एक खास एरिया से झड़ने शुरू होते हैं. वहां पर बाल फिर मुश्किल से उगते हैं. हालांकि, इस प्रकार के बालों के झड़ने का मुख्य कारण अभी पता नहीं चला है, लेकिन शोधकर्ताओं का मानना है कि ऐसा ऑटोइम्यून स्थिति के कारण हो सकता है. वहीं, अगर बालों का झड़ना पूरे सिर पर शुरू हो जाता है, तो इसे एलोपेसिया टोटलिस कहा जाता है.
टॉक्सिक एलोपेसिया
तेज बुखार या गंभीर बीमारी के बाद बाल झड़ सकते हैं. वहीं, कुछ दवाइयों के सेवन, जैसे -थैलियम, विटामिन-ए की हाइ डोज व कैंसर की दवा लेने से भी गंजापन हो सकता है. इसके अलावा, थायराइड व शिशु को जन्म देने के बाद भी बाल झड़ सकते हैं, लेकिन ये अस्थाई कारण होते हैं.
गंजेपन के कारण
गरम पानी से नहाने के कारण
जब भी मौसम ठंढ़ा होता है तो आप गरम पानी से नहाना शुरु कर देते है. ये गरम पानी आपके बालों की नमी को खत्म कर देता है. जिससे बाल ड्राई हो जाते हैं. ड्राई होने की वजह से बाल तेजी के साथ झरने लगते है. इसलिए जब भी आप गरम पानी से नहाए तो अपने बालों पर सीधे गरम पानी को ना गिराए.
ज्यादा सोचने के कारण
अगर आप ज्यादा सोचते है और बात-बात पर टेंशन लेते है तो यह आपके बालों के लिए हानिकारक हो सकता है. क्योंकि बालों के झड़ने का मेजर कारण स्ट्रेस होता है. इसलिए खुद को व्यस्त रखें और किसी भी चीज को लेकर टेंशन ना लें.
खान-पान में लापरवाही के कारण
अगर आपके डाइट चार्ट में आयरन और प्रोटीन की कमी वाले खाद्य-पदार्थ हैं तो आप भी गंजे हो सकते हैं. इसलिए बालों को गिरने से बचाने के लिए प्रोटीन और आयरनयुक्त खाद्य-पदार्थ ज्यादा मात्रा में खाइए. हरी-पत्तेदार सब्जियां, अंडे आदि को अपने डाइट चार्ट में शामिल कीजिए.
गर्भनिरोधक दवाएं बन सकती है गंजेपन की वजह
युवावस्था में महिलाओं के द्वारा गर्भनिरोधक दवाओं का ज्यादा मात्रा में सेवन करने के कारण गंजेपन की समस्या हो सकती है. इन दवाओं के सेवन से हार्मोनल संतुलन बिगड़ सकता है. इसलिए इस तरह की दवाओं का ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए.
रसायन का इस्तेमाल है गंजेपन का कारण
फैशन के जमाने में खुद को औरों से अलग दिखने के लिए बालों में भी अनेक प्रकार के बदलाव किए जा रहें है. फैशन के साथ कदम मिलाने के चक्कर में लोग अपने बालों के साथ भी नए-नए प्रयोग करते हैं और बालों में कई तरह के रसायनों का इस्तेमाल करते है. बालों पर अत्यधिक रसायन के इस्तेमाल से बाल झड़ने लगते है और गंजापन आने लगता है.
गंजेपन के लक्षण
- गंजापन सिर के मध्य से दिखाई देना शुरू होता है.
- बालों का पतला होना
- कंघी करते या बालों को धोते समय अधिक बाल हाथ में दिखाई देना
- पूरे शरीर के बालों का झड़ना
- बालों का टूटना
- सर में खुजली होना
गंजेपन के घरेलू उपाय
नारियल का तेल
- गंजेपन का इलाज नारियल के तेल से किया जा सकता है. नारियल के तेल में पौष्टिक वसा और अल्फा-टोकोफेरॉल होता है, जो स्कैल्प को हाइड्रेटेड करने में सहायता करता है. साथ ही बालों के रोम छिद्र को मजबूत करने और बालों के विकास को प्रोत्साहित करने में भी मदद करता है. वर्जिन नारियल तेल एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होता है, जो स्कैल्प और बालों को नुकसान होने से बचाता है.
कद्दू के बीज
- कद्दू के बीज से बने तेल पर परीक्षण किया गया है, जिसमें यह साबित हुआ है कि गंजेपन के इलाज के लिए कद्दू के बीज का तेल अधिक उपयोगी है. यह कैरोटीन, टोकोफेरोल और अन्य लाभकारी पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जो गंजेपन की समस्या को दूर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं. इस तरह कद्दू का तेल गंजेपन का रामबाण इलाज साबित हो सकता है.
पुदीने के तेल
- पुदीने के तेल से गंजेपन का इलाज किया जा सकता है. इसमें में एंटीऑक्सीडेंट और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं. जो बालों के झड़ने से रोकने में मदद करते हैं. एक अध्ययन से यह साबित हुआ है कि पुदीने का तेल कुछ ही हफ्तों में बालों को लंबा और घना बना सकता है. सेब का सिरका
सेब
- बाल उगाने के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में बात करें, तो सेब का सिरका भी इसमें शामिल है. सेब का सिरका सिर के पीएच स्तर को संतुलित करता है और बालों के विकास में बाधा उत्पन्न करने वाले रोगाणुओं को दूर करता है. इससे बालों को बढ़ने में सहायता मिलती है.
प्याज
- गंजेपन को कम करने के लिए प्याज सहायक होता है. इसके लिए एक बड़ा प्याज लेकर उसके दो हिस्से कर लीजिए. सिर के जिस हिस्से से बाल उड़ गए हैं, वहां पर आधे प्याज को 5 मिनट तक रगड़ें. ऐसा लगातार कुछ दिनों तक करने से बाल झड़ने बंद हो जाएंगे. साथ ही बाल फिर से उगने लगेंगे.
मेथी
- मेथी को पूरी रात भिगो दीजिए फिर सुबह उसे गाढ़ी दही में मिला कर अपने बालों और जड़ो में लगाइए. बालों को धो लें, इससे रूसी और सिर की त्वचा के विकार समाप्त होंगे. मेथी में निकोटिनिक एसिड और प्रोटीन पाया जाता है जो बालों की जड़ो को पोषण पहुंचाता है और बालों की ग्रोथ भी बढ़ाता है.
उड़द की दाल
- गंजेपन के लिए उड़द की दाल भी बहुत जरूरी है. उड़द की दाल को उबाल कर पीस लीजिए, रात को सोने से पहले इस लेप को सिर पर लगाइए. कुछ दिनों तक करते रहने बाल उगने लगते हैं और गंजापन समाप्त हो जाता है. इसे आप खाने के साथ-साथ लगाने में भी प्रयोग करें.
आयु है आपका सहायक
अगर आपके घर का कोई सदस्य लंबे समय से बीमार है या उसकी बीमारी घरेलू उपायों से कुछ समय के लिए ठीक हो जाती है, लेकिन पीछा नहीं छोड़ती है तो आपको तत्काल उसे डॉक्टर से दिखाना चाहिए. क्योंकि कई बार छोटी बीमारी भी विकराल रूप धारण कर लेती है. अभी घर बैठे स्पेशलिस्ट डॉक्टर से “Aayu” ऐप पर परामर्श लें . Aayu ऐप डाउनलोड करने के लिए नीचे दी गई बटन पर क्लिक करें.