ओवेरियन कैंसर क्या है?, लक्षण, कारण और इलाज
महिलाओं में मिलने वाले कैंसर में ओवेरियन कैंसर आठवां सबसे आम तरह का कैंसर है। मृत्युदर के मामले में यह पांचवा सबसे आम कैंसर है। आइये जानते है ओवेरियन कैंसर क्या है?, लक्षण कारण और ट्रीटमेंट।
आज पूरे विश्व के साथ भारतीयों में भी कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। महिलाओं में सबसे अधिक होने वाले कैंसरों में पहले स्थान पर ब्रेस्ट कैंसर, दूसरे पर सर्वाइकल कैंसर और तीसरे स्थान पर ओवेरियन यानि यूटेरस कैंसर आता है। आइये जानते है ओवेरियन कैंसर क्या है? (What is Ovarian Cancer), लक्षण, कारण और इलाज।
ओवेरियन कैंसर क्या है?: What is Ovarian Cancer:
ओवेरियन यानि यूटेरस कैंसर में यूटेरस यानि अंडाशय कैंसर में ओवरी में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाते है। यूटेरस कैंसर होने पर गर्भधारण में समस्या होने की आशंका बढ़ जाती है। वहीं ओवेरियन कैंसर में गर्भाश्य और ट्यूब्स डैमेज होने लगती हैं।
डिंबग्रंथि कैंसर से मतलब है अंडाशय में किसी भी तरह के कैंसर का विकास। डिंबग्रंथि का कैंसर अधिकांशत: अंडाशय की बाहरी परत से पैदा होता है। सबसे आम तरह के डिंबग्रंथि कैंसर को एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर (ईओसी) कहा जाता है। इसके अलग-अलग प्रकार है: ओवेरियन लो मैलिगनेंट पोटेंशियल ट्यूमर (ओएलएमपीटी), जर्म सेल ट्यूमर और सेक्स कॉर्ड-स्ट्रोमल ट्यूमर।
ओवेरियन कैंसर के लक्षण: Ovarian Cancer Symptoms:
- पैल्विस या कमर में दर्द होना
- शरीर के निचले हिस्से में दर्द होना
- पेट और पीठ में दर्द होना
- अपच की समस्या
- कम खाकर भी पेट भरा होने की फीलिंग होना
- बार-बार यूरिन आना
- यौन संबंध बनाते समय दर्द होना
- मल त्याग की आदतों में बदलाव
ओवेरियन कैंसर के कारण: Causes of Ovarian Cancer:
ओवेरियन कैंसर अनुवांशिक (Genetic) भी हो सकता है। अगर आपके परिवार में किसी को ओवेरियन कैंसर हो चुका है तो आपको होने की भी संभावनाएं है।
उम्र:
ओवेरियन कैंसर होने की कोई उम्र नहीं होती लेकिन जिन महिलाओं को मेनोपॉज हो चुका है उन्हें ओवेरियन कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। पोस्टमेनोपॉजल हार्मोन थेरेपी का उपयोग करने से जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है।
मोटापा:
ओवेरियन कैंसर होने का एक बड़ा कारण मोटापा होना है। जो महिलाऐं मोटी होती है उनके लिए यह ज्यादा खतरनाक बीमारी है।
ओवेरियन कैंसर का इलाज: Ovarian Cancer Treatment
लेट स्टेज ओवेरियन कैंसर यानि तीसरी या चौथी स्टेज का ओवेरियन कैंसर होता है।
इसके लक्षण ज्यादातर महिलाएं नजरअंदाज कर देती है और सेवेंटी परसेंट मरीज़ों का निदान तीसरी या चौथी स्टेज में होता है। यह कैंसर अंडकोष से फैलकर पेरिटोनियम (पेट की अंदर की परत) और पेट के बाकी के अंगों में चला जाता है इसे हम तीसरी या चौथी स्टेज का कैंसर बोलते है।
सर्जरी: साइटोरिडक्टिव सर्जरी एक बड़ी सर्जरी है जिसमे अंडकोष की गांठ, गर्भाश्य, पेरिटोनियम, लिंफ कोशिकाएं और जरूरत पड़ने पर आंतें, पित्त की थैली, स्प्लीन निकाले जातें है। यह ऑपरेशन करीब आठ से बारह घंटे चलता है। इसमें ऐसे डॉक्टरों की टीम काम करती है जिन्हें इस तरह के ऑपरेशन का खास अनुभव है। यह एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन है जिस पर मरीज का जीवन निर्भर करता है इसलिए यह ऑपरेशन बड़े सेंटर पर होना चाहिए।
HIPEC (हाइपेक): HIPEC (हाइपेक) एक नई तकनीक है जिसमे कीमो की दवा को गर्म करके ऑपरेशन के दौरान पेट में डाल कर डेढ़ घंटे के लिए घुमाया जाता है। इसके कई फायदे है जैसे
- कीमो की दवा सीधा पेट के अंदर फैले हुए कैंसर के कणो पर काम करती है।
- गर्म करने से कीमो का असर बढ़ जाता है क्योंकि कीमो की दवा खून की जगह पेट में डाली जाती है, इसका कैंसर पर ज्यादा और बाकी शरीर पर कम असर होता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐपडाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है।