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न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर क्या है?, लक्षण | Daily Health Tip | Aayu App

न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर क्या है?, लक्षण | Daily Health Tip | Aayu App

अगर आपका मूड बार-बार बदलता है तो आपको न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर हो सकता है। इसे नज़रअंदाज़ ना करें ऐसा होने पर अपने चिकित्सक से बात करें।

” If your mood changes frequently, then it can be a sign of a neurological disorder. Do not ignore this, take help from a neuro expert immediately.

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न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर क्या है?: What is Neurological Disorder in Hindi:

न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (What is Neurological Disorder) डिजीज हमारे पेरीफेरल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है। आपको बता दें कि पेरीफेरल नर्वस सिस्टम में ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड, क्रेनियल नर्व, पेरीफेरल नर्व, ऑटोमैटिक नर्वस सिस्टम, न्यूरोमस्कुलर जंक्शन और मसल्स आते है।

न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर में मुख्य रूप से होने वाली डिजीज मिर्गी (epilepsy), अल्जाइमर डिजीज(Alzheimer Disease), डिमेंशिया, स्ट्रोक, माइग्रेन, सिरदर्द की समस्या, पार्किंसंस रोग (Parkinson’s Disease), न्यूरोइंफेक्शन (Neuroinfection), ब्रेन ट्यूमर आदि मस्तिष्क संबंधी बीमारियाँ शामिल है।

न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के लक्षण: What are the Signs and Symptoms of Neurological Disorder in Hindi?

मूड में बार-बार बदलाव आना: कई बार न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर में मूड का तेजी से बदलाव होता है। इसकी पहचान आप ऐसे कर सकते है जैसे छोटी-छोटी बातों पर जल्दी दुखी हो जाना या गुस्सा जल्दी आ जाना। अगर आपको ऐसे कुछ बदलाव दिख रहे है तो अपने चिकित्सक से बात करें।

आत्महत्या करने का ख्याल आना: अगर आपको मन में आत्महत्या के विचार आते है तो तुरंत मनोचिकित्सक से बात करें। यह न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर में आना आम बात है।

डिप्रेशन होना: अगर आप डिप्रेशन से ग्रसित है तो यह भी न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर की ओर संकेत देता है। अगर आप इस अवस्था से निकलना चाहते है तो योग करें और चिकित्सकीय परामर्श लें, यह ज्यादा होने पर आपको मानसिक रोगी बना सकती है।

थकान और तनाव होना: बहुत ज्यादा तनाव लेने और थकान होने की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए आप अच्छी और भरपूर नींद लें और अपना रूटीन अच्छा रखें। कई बार आप तनाव में अपने परिवार और समाज से दुरी बना लेते है जिससे यह स्थिति हो जाती है।

सेक्स लाइफ पर प्रभाव होना: न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर की स्थिति में आपकी सेक्स लाइफ पर प्रभाव पड़ सकता है। आपके व्यवहार में सेक्स के प्रति अनिच्छा होना नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

एकाग्र नहीं कर पाना: इस अवस्था के दौरान आप किसी भी कार्य पर पूरी तरह ध्यान नहीं दे पाते और कहीं भी आपका मन नहीं लगता। योग और एक्सरसाइज से इस स्थिति से उबरने में आपको आसानी होती है।

भावनाओं पर नियंत्रण नहीं कर पाना: न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के लक्षण में छोटी-छोटी बातों पर घंटों रोना, अकेलापन लगना और मन में नकारात्मक विचार आना। बिना कारण के दूसरों से नाराज होना भी इसी में ही शामिल है।

पैनिक अटैक आना: कई बार न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर की स्थिति में आपको पैनिक अटैक का सामना करना पड़ सकता है। सांस लेने में तकलीफ होना, चिंता करना, कोई आपका गला दबा रहा हो ऐसे विचार आना पैनिक अटैक के कुछ लक्षण है।

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आयु ऐप (AAYU App) पर डॉक्टर से संपर्क करें.

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