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इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज क्या है? | What is Inflammatory Bowel Disease in Hindi

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज क्या है? | What is Inflammatory Bowel Disease in Hindi

कई लोगों को खाना खाने के तुरंत बाद पेट में दर्द, पेट का फूलना, ठीक से पचा ना पाना जैसी दिक्कतें हो सकती है। इन सभी बीमारियों को हम लोग तभी गंभीरता से लेते है, जब इनके कारण होने वाली तकलीफ हमसे सहन नहीं हो पा रही हो लेकिन ऐसा करने से शरीर में कई गंभीर रोगों को बढ़ने का अवसर मिलता है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज एक ऐसी बीमारी है, जिसके लक्षण शुरुआत में बहुत सामान्य लगते है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें आंत और पेट के अंदरूनी कोमल भागों में सूजन आने की समस्या हो जाती है। जिस कारण पेट से जुड़ी बीमारियाँ लगातार रोगी को परेशान करती है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज क्या है?: What is Inflammatory Bowel Disease in Hindi:

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज को आप एक ऐसे टर्म के रूप में समझ सकते है, जो पेट के अंदरूनी हिस्सों में आई सूजन और अन्य समस्याओं को बताने के लिए उपयोग किया जाता है। इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज हमारे पाचन तंत्र से जुड़ी एक बीमारी है जो क्रॉनिक इंफ्लामेशन की वजह बन जाती है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के प्रकार: Types of Inflammatory Bowel Disease in Hindi:

इस बीमारी में हमारे पेट के अंदरूनी भागों में खासतौर से पाचन तंत्र में लंबे समय तक सूजन रहती है। इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज कई प्रकार की होती है। इनमें एक है क्रहॉन्स डिजीज, इसमें डायजेस्टिव ट्रैक्ट पर सूजन आ जाती है जबकि दूसरी है अल्सरेटिव कोलाइटिस, इस बीमारी में हमारी बड़ी आंत में सूजन आ जाती है, जो काफी गंभीर रूप में होती है और लंबे समय तक बनी रहती है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लक्षण: Symptoms of Inflammatory Bowel Disease in Hindi:

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लक्षण सामान्य रूप में सामने आते है और फिर धीरे-धीरे खतरनाक रूप ले लेते है।

इस बीमारी के लक्षण मुख्य रूप से इस बात पर निर्भर करते है कि पाचन तंत्र के किस हिस्से में समस्या हो रही है हालांकि इस बीमारी के कुछ आम लक्षणों में पेट दर्द, डायरिया, मल के साथ खून आना और बार-बार मितली जैसा अनुभव होना शामिल है।

हमारे डायजेस्टिव ट्रैक्ट पर सूजन क्यों आती है? इस सवाल के जवाब में एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसकी वजह अभी किसी एक चीज को नहीं माना जा सकता है लेकिन संभावना है कि बैक्टीरिया, वायरस और ऐंटिजेंस हमारे पाचन तंत्र और इंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में सूजन के लिए बॉडी को ट्रिगर करते हों।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के कारण: Causes of Inflammatory Bowel Disease in Hindi:

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के क्या कारण होते है?

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का सही कारण अभी तक मिला नहीं है हालांकि, अनुवांशिकता और प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) की समस्याओं को इसका कारण माना जाता है।

  1. अनुवांशिकता
    यदि आपके भाई-बहन या माता-पिता को इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है, तो आपको भी यह होने की अधिक संभावना हो सकती है। यही कारण है कि वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का एक कारण अनुवांशिकता हो सकती है।
     
  2. प्रतिरक्षा प्रणाली
    प्रतिरक्षा प्रणाली भी इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का एक कारण हो सकता है आमतौर पर, प्रतिरक्षा प्रणाली रोगाणुओं (ऐसे जीव जो रोग और संक्रमण पैदा करते है) से शरीर की रक्षा करती है। जब शरीर रोगाणुओं से लड़ने की कोशिश करता है, तो पाचन तंत्र में सूजन हो जाती है। जब संक्रमण ठीक हो जाता है, तो सूजन भी ठीक हो जाती है। यह एक स्वस्थ प्रतिक्रिया होती है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से ग्रस्त लोगों को, पाचन तंत्र की सूजन तब भी हो सकती है जब कोई संक्रमण नहीं होता है। प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) शरीर की अपनी कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाने लगती है। यह एक ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया के रूप में जाना जाता है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज तब भी हो सकती है जब संक्रमण ठीक होने के बाद भी सूजन नहीं जाती। सूजन महीनों या सालों तक रह सकती है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के जोखिम कारक क्या हैं ?

  1. उम्र: अधिकांश लोग जिन्हें इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज होता है, वे 30 वर्ष की उम्र से कम होते है लेकिन कुछ लोगों को 50 या 60 की उम्र तक यह नहीं होता।
  2. परिवार का इतिहास: यदि आपके किसी करीबी रिश्तेदार जैसे कि माता-पिता, भाई-बहन या बच्चे को इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है तो आपको भी यह होने का ज्यादा जोखिम हो सकता है।
  3. धूम्रपान: क्रोहन रोग के विकास के लिए धूम्रपान सबसे बड़ा जोखिम है। 
  4. आइसोट्रेटिनोइन का उपयोग: आइसोट्रेटिनोइन एक दवा है जो कभी-कभी मुहांसों के इलाज में इस्तेमाल होती है। कुछ अध्ययनों से यह संकेत मिला है कि यह इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का एक जोखिम कारण हो सकता है, लेकिन अभी तक इनके बीच एक स्पष्ट संबंध नहीं बना है।
  5. नॉनस्टेरोडायडियल एंटी-इन्फ्लैमेटरी दवाएं: कुछ दवाएँ जैसे: इबुप्रोफेन, नेप्रोक्सीन सोडियम और कुछ अन्य दवाएं इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लिए जोखिम पैदा कर सकती है या इसे और बढ़ा सकती है।
  6.  रहने की जगह – यदि आप किसी शहरी क्षेत्र में या किसी औद्योगिक क्षेत्र में रहते हैं, तो आपको इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज होने की अधिक संभावना है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का इलाज: Treatment of Inflammatory Bowel Disease in Hindi:

हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज की वजह चाहे जो भी हो लेकिन शुद्ध भोजन और संतुलित जीवनशैली को अपनाकर हम इस बीमारी से बच सकते है।

जिन लोगों को इस तरह की समस्या हो या पहले रह चुकी हो उन्हें फास्ट फूड, डिब्बाबंद फूड और बहुत तला-भुना मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए। यह आदत आपकी बीमारी को अधिक गंभीर बना सकती है।

आप बीमारी के किस स्तर पर है और आपके लिए क्या करना सबसे अधिक लाभाकारी होता है, इस बात की जानकारी पूरे चेकअप के बाद आपके डॉक्टर आपको दे सकते है।

अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐपडाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है। 

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