कोरोना वायरस क्या है ? जानें कोरोना वायरस के लक्षण?

कोरोना वायरस से हड़कंप मचा हुआ है। अलग-अलग देशों में इससे निपटने की सभी कोशिशें की जा रही हैं। रविवार को जयपुर में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज सामने आया है। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कोरोना वायरस से पीड़ित लड़का चीन में पढ़ रहा है। इस बीमारी का लक्षण मिलने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जयपुर के एसएमएस अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डीएस मीणा ने पुष्टि की है कि एक मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। उन्होंने बताया कि उसका सैम्पल टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। अभी कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि नहीं हुई है।
2,744+ लोग कोरोना वायरस की चपेट में
कोरोना वायरस का कहर चीन से शुरू हुआ था। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक चीन में अब तक इससे 80 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल 2,744 लोग कोरोना वायरस से प्रभावित हैं। यह जानकारी चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने दी है। कमिशन के मुताबिक 461 लोगों की हालत गंभीर है। जबकि पिछले 24 घंटे में 769 कन्फर्म केस और 24 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। चीन में युद्द स्तर पर इससे बचाव के लिए उपाय किए जा रहे हैं। कई प्रमुख शहरों में लोगों को बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
क्या है कोरोना वायरस
यह असल में वायरसों का एक बड़ा समूह है जो जानवरों में आम है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीएस) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। नया चीनी कोरोना वायरस, सार्स वायरस की तरह है। इसके संक्रमण से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं हो जाती हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है। इसकी स्थिति मिडल ईस्ट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (एमईआरएस) और सेवल एक्युट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (सार्स) से काफी मिलती जुलती है। हांगकांग विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के वायरोलॉजिस्ट लियो पून, जिन्होंने पहले इस वायरस को डिकोड किया था, उन्हें लगता है कि यह संभवतः एक जानवर में शुरू हुआ और मनुष्यों में फैल गया।

कोरोना वायरस के लक्षण
- सिरदर्द
- नाक बहना
- खांसी
- गले में ख़राश
- बुखार
- अस्वस्थता का अहसास होना
- छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना
- थकान महसूस करना
- निमोनिया, फेफड़ों में सूजन
कैसे फैलता है?
WHO के मुताबिक यह वायरस ( CoV ) एक जूनोटिक है। इसका मतलब है कि यह 2019-nCoV के जरिए जानवरों से मानव में फैला है। माना जा रहा है कि 2019-nCoV सीफूड खाने से फैला था। लेकिन अब कोरोना वायरस मानव से मानव में फैल रहा है। यह कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। खांसी, छींक या हाथ मिलाना जोखिम का कारण बन सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है।
कहां से आया कोरोना वायरस?
- यह बिल्कुल नई किस्म का वायरस है। ये एक जीवों की एक प्रजाति से दूसरे प्रजाति में जाते हैं और फिर इंसानों को संक्रमित कर लेते हैं। इस दौरान इनका बिल्कुल पता नहीं चलता।
- नॉटिंगम यूनिवर्सिटी के एक वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर जोनाथन बॉल के मुताबिक यह बिल्कुल ही नई तरह का कोरोना वायरस है। बहुत हद तक संभव है कि पशुओं से ही इंसानों तक पहुंचा हो।
- सार्स का वायरस बिल्ली जाति के एक जीव से इंसानों तक पहुंचा था। हालांकि चीन की ओर से अभी तक इस मूल स्रोत के बारे में कुछ भी पुष्ट तौर पर नहीं कहा गया है।
क्या है इसका इलाज

इसका अभी तक कोई इलाज नहीं है। न तो कोरोना वायरस ( CoV ) की कोई वैक्सीन बनी है और न ही 2019-nCoV की। इससे बचने का यही तरीका है कि ऐहतियात बरतें। किसी बीमार, झुकाम, निमोनिया से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। मास्क पहनें। अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। हाथों को बार बार अच्छे से साबुन से धोएं।
आयु है आपका सहायक
अगर आप में भी इस वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं तो तूरंत आयु ऐप पर मौजूद स्पेशलिस्ट डॉक्टर से सलाह लें। सलाह लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
Very critical bayras
Thanks