fbpx

ब्लड ट्रांसफ्यूजन क्या होता है? फायदे और नुकसान

ब्लड ट्रांसफ्यूजन क्या होता है? फायदे और नुकसान

ब्लड ट्रांसफ्यूजन क्या होता है? अगर आप यह जानना चाहते है तो आपको बता दें कि ब्लड ट्रांसफ्यूजन को आम भाषा में खून चढ़ाना कहते है। रक्त दान से प्राप्त लाल रक्त कोशिकाएं, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा को किसी व्यक्ति के शरीर में चढ़ाने की प्रक्रिया को ही ब्लड ट्रांसफ्यूजन कहा जाता है।

खून बहने का विकार या ऑपरेशन के कारण खून अधिक बह जाना आदि परेशानियों के लिए खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। यह तब भी पड़ती है जब शरीर खुद किसी कारण से आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त रक्त या रक्त के अन्य घटक बनाने में सक्षम नहीं होता।

खून चढ़ाने के लिए आमतौर पर खून दान करने वाले स्वैच्छिक रक्तदाताओं से एकत्रित किया जाता है। दान किए गए खून की गहन जाँच होती है, ताकि किसी भी तरह के संक्रमण वाले खून को ना चढ़ाया जा सकें।

इस लेख में हम आपको बताएंगे ब्लड ट्रांसफ्यूजन क्या होता है?, ब्लड ट्रांसफ्यूजन के फायदे और ब्लड ट्रांसफ्यूजन के नुकसान।

ब्लड ट्रांसफ्यूजन क्या होता है?: What is Blood Transfusion in Hindi:

ब्लड ट्रांसफ्यूजन एक मेडिकल प्रक्रिया है जिसमें दान किया गया खून एक पतली नली से आपके हाथ की नस में चढ़ाया जाता है। इस प्रक्रिया से किसी का जीवन बचाया जा सकता है। अगर किसी को चोट या किसी ऑपरेशन की वजह से खून अधिक बह जाता है तो इस प्रक्रिया से खून चढ़ा कर उसे बचाया जा सकता है।

ब्लड ट्रांसफ्यूजन प्रक्रिया आमतौर पर बिना किसी जटिलता के हो जाती है। अगर कभी जटिलता होती भी है तो वो बहुत कम होती है। लोगों को कई कारणों से खून चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है, जैसे चोट लगना, ऑपरेशन के दौरान, ब्लीडिंग संबंधी विकार आदि।

खून के कुछ घटक होते हैं जो निम्नलिखित है –

  • लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन को शरीर में धारण करती है और शरीर से अपशिष्ट हटाती है।
  • सफेद रक्त कोशिकाएं संक्रमण से लड़ने में मदद करती है।
  • प्लाज्मा खून का तरल भाग होता है।
  • प्लेटलेट्स सही से ब्लड क्लॉट होने में मदद करते है।

ट्रांसफ्यूजन आपके शरीर को जरूरत पड़ने वाले घटक प्रदान करता है। लाल रक्त कोशिकाएं सबसे अधिक चढ़ाई जाने वाली घटक है। आपको सारे घटक एक साथ मौजूद हो इस तरह का खून भी चढ़ाया जा सकता है किंतु ऐसा कम किया जाता है।

शोधकर्ता कृत्रिम रक्त बनाने की कोशिश कर रहे हैं किंतु अब तक मानव रक्त का कोई उचित विकल्प नहीं मिला है।

जब किसी को भी खून चढ़ाया जाता है तो यह देखा जाता है कि उसका खून कौन से प्रकार का है, जैसे कि ए, बी, एबी या ओ। अगर किसी को गलत खून चढ़ा दिया जाता है तो शरीर की एंटीबॉडीज इसे हस्तक्षेप समझ कर हमला करती है जिससे परेशानियाँ हो सकती है।

लगभग 40 प्रतिशत लोगों का खून “ओ” समूह का होता है जो लगभग अधिकांश लोगों को चढ़ाया जा सकता है। अगर आपका समूह ओ है तो आपके समूह के लोगों को “यूनिवर्सल डोनर” कहा जाता है। अगर आपका रक्त समूह एबी है तो आप को किसी भी समूह का रक्त चढ़ाया जा सकता है। इसलिए आपके समूह के लोगों को “यूनिवर्सल रेसिपिएंट” कहा जाता है। अगर आपका आरएच मान नेगेटिव है तो आप आरएच नेगेटिव मान वाला ही खून ले सकते है।

ब्लड ट्रांसफ्यूजन की प्रक्रिया: Procedure of Blood Transfusion in Hindi:

खून चढ़ाने की प्रक्रिया या ब्लड ट्रांसफ्यूजन प्रक्रिया शुरू करने से पहले आपको पूरी प्रक्रिया समझा दी जाती है और आपसे एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करवाए जाते है।

आपके रक्त समूह को जाँचने के लिए रक्त का नमूना लिया जाता है। आपको केवल वही रक्त चढ़ाया जाता है जो आपके रक्त समूह के किसी भी व्यक्ति के लिए सुरक्षित हो।

खून चढ़ाने के दौरान:

  • आपको बेड पर सुला दिया जाता है या कुर्सी पर बैठाया जाता है।
  • आपकी बांह या हाथ में एक सुई चुभाई जाती है।
  • इस सुई को एक ब्लड बेग की नली से जोड़ा जाता है।
  • नली से होता हुआ खून आपकी नसों में जाता है।
  • एक ब्लड के बेग को चढ़ाने के लिए लगभग 4 घंटे लग सकते है।

यदि आप गंभीर बीमारी से ग्रस्त नहीं है या आपको बहुत अधिक रक्त की जरुरत नहीं है तो इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद आराम से घर जा सकते है।

ब्लड ट्रांसफ्यूजन के फायदे: Benefits of Blood Transfusion in Hindi

ब्लड ट्रांसफ्यूजन कर पूरी दुनिया में हर दिन हजारों रोगियों की जान बचाई जाती है। नाड़ियों से खून निकलने के कारण बहने वाले खून की पूर्ति खून चढ़ा कर की जा सकती है।

लाल रक्त कोशिका को चढ़ा कर रक्त में ऑक्सीजन की कमी पूरी की जा सकती है।

कीमोथेरेपी करवाने वाले रोगियों को प्लेटलेट्स की जरुरत पूरी की जा सकती है या ऑपरेशन के कारण खून बह जाने की पूर्ति भी की जा सकती है।

प्लाज्मा रक्त के थक्के जमाने की क्षमता बनाए रख कर हेमोफिलिएक्स (एक ऐसी बीमारी जिसमें रक्त के थक्के नहीं जमते) को एक सामान्य जीवन जीने में मदद करता है और इसमें इम्युनोग्लोबुलिन (प्रतिरक्षा तंत्र की कोशिकाओं में पाया जाने वाला प्रोटीन का एक प्रकार जो एंटीबॉडी की तरह काम करता है) पाया जाता है जो निश्चित संक्रमण के जोखिम वाले व्यक्ति को निष्क्रिय रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है।

खून चढ़ाना आधुनिक चिकित्सा का एक उपयोगी अंग बन चुका है किंतु जब जरूरत हो तभी खून चढ़ाया जाना चाहिए।

ब्लड ट्रांसफ्यूजन के नुकसान: Side Effects of Blood Transfusion in Hindi:

  • सिरदर्द होना
  • बुखार आना
  • खुजली होना
  • सांस लेने में परेशानी होना
  • छाती में दर्द होना
  • ब्लड प्रेशर में अचानक कमी होना

ये हल्के साइड इफेक्ट्स सभी रोगियों को नहीं प्रभावित करते है और यदि आपको सही खून चढ़ाया गया हो तब भी ये प्रभावित हो सकते है। अगर गलत प्रकार का खून चढ़ा दिया जाता है तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। हालाँकि, इस बात की संभावना ना के बराबर है क्योंकि खून चढ़ाने से पहले अच्छे से जाँच की जाती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐपडाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है। 

CATEGORIES
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus ( )