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डिप्रेशन क्यों होता है और डिप्रेशन से बचने के तरीके | Daily Health Tip | 04 July 2020 | AAYU App

डिप्रेशन क्यों होता है और डिप्रेशन से बचने के तरीके | Daily Health Tip | 04 July 2020 | AAYU App

डिप्रेशन दूर करने के लिए पूरी नींद लें। पूरी नींद लेने से आपका दिमाग स्वस्थ रहता है और मन से नकारात्मकता खत्म होती है।

Take sound sleep to keep your mind fresh and negative thoughts away. It can help you get rid of depression.

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ज़िन्दगी में कभी ना कभी लोग डिप्रेशन का शिकार होते है। आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी चाहे हमें पूरे दिनभर लोगों की भीड़ के बीच व्यस्त रखती हो, लेकिन कहीं ना कही हमारे भीतर एक शांति लगातार घर करती है क्योंकि हमारी दिनचर्या इतनी व्यस्त हो जाती है कि हमें अपने लिए समय नहीं मिल पाता है। दिनभर हमारे दिमाग में कुछ ना कुछ चलता रहता है। जो आप ना किसी को बता पाते है और ना खुद सहन कर पाते है।

डिप्रेशन क्यों होता है?

ज्यादातर लोग किसी ऐसी बात में उलझ जाते है, जिससे बाहर निकलना मुश्किल सा लगता है। डिप्रेशन हमें अंदर से खाली कर देता है। डिप्रेशन ज्यादातर ऐसे लोगों को होते है जिनकी जिंदगी में कोई बहुत बड़ा हादसा हुआ हो। ये वजहें घरेलू हो सकती है, निजी हो सकती है। वहीं माना जाता है कि कुछ हद तक हमारे शरीर में हार्मोन में बदलाव होने से भी व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है।

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डिप्रेशन के लक्षण:

  • उदासी
  • अकेलापन
  • बहुत ज़्यादा गुस्सा
  • बिस्तर से उठने या नहाने जैसी डेली रूटीन की चीज़ें आपको टास्क लगती है
  • आप खुद से नफरत करने लगते है
  • ज़्यादा समय सिरदर्द होना

डिप्रेशन के कारण:

  • माता-पिता की उम्मीदों पर खरा उतरने का दबाव
  • शिक्षा और रोजगार का दबाव
  • पारिवारिक समस्याएं
  • हॉर्मोन्स में बदलाव और किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित होना
  • कर्ज में डूबने की स्थिति में भी व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता है

डिप्रेशन का इलाज:

  • अगर आपको खुद में कुछ भी डिप्रेशन जैसा लगे तो सायकाइट्रिस्ट या मनोचिकित्सक के पास जाएं। सलाह लेने में देरी ना करें। सायकाइट्रिस्ट की बताई दवाओं का नियमित रूप से सेवन करें।
  • डिप्रेशन दूर करने के लिए आठ घंटे की नींद लें। नींद पूरी होगी तो दिमाग तरोताजा रहेगा और नकारात्मक भाव मन में कम आएंगे। रोजाना सूरज की रोशनी में कुछ देर बैठें।  
  • बाहर टहलने जाएं या दोस्तों से बातें करें।
  • अपने काम का पूरा हिसाब रखें। दिन भर में आप कितना काम करते है और किस गतिविधि को कितना समय देते है इस पर जरूर गौर करें। इससे आपको सभी गतिविधियों के बीच संतुलन बनाने में आसानी होगी। योग को दिनचर्या में शामिल करें।

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आयु ऐप (AAYU App) पर डॉक्टर से संपर्क करें.

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