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Latest health updates: 15 मिनट धूप और विटामिन-डी है कोरोना से बचाव में है मददगार

Latest health updates: 15 मिनट धूप और विटामिन-डी है कोरोना से बचाव में है मददगार

कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में वैज्ञानिक और सरकारें कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए नए-नए सुझाव दे रहे हैं। कोरोना वायरस पर हाल ही में ही रिसर्च में सामने आया है कि रोज़ सुबह 15 मिनट धूप और विटामिन-डी कोरोना वायरस से बचने में मददगार है। इसलिए कोरोनाकाल में शरीर में विटामिन-डी की कमी न होने दें। 

कई रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि विटामिन-डी कोरोना से लड़ने में मदद करता है और मरीज की हालत नाजुक होने से रोकता है।

बता दें, बॉस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन ने कोरोना के मरीज़ों और विटामिन-डी का कनेक्शन समझने के लिए रिसर्च की। रिसर्च में सामने आया कि जिन मरीज़ों में विटामिन-डी पर्याप्त मात्रा में पाया गया उनकी हालत नाज़ुक नहीं हुई। इसके अलावा विटामिन-डी ब्लड में सी-रिएक्टिव प्रोटीन का लेवल कम करता है। जिससे सूजन का खतरा कम रहता है।

1.जलवायु परिवर्तन से लड़ने वाली गाय

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जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए वैज्ञानिकों ने जेनेटिकली मोडिफाइड गाय बनाई है, जलवायु परिवर्तन से लड़ने वाली इस गाय की स्किन पर काले की जगह ग्रे चकत्ते विकसित किए गए हैं। जो कम गर्मी में अवशोषित करेंगे और इन्हें कम नुकसान होगा। 

रिसर्च के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन की वजह से गर्मियों में तापमान बढ़ता है तो जानवर हीट स्ट्रेस का शिकार हो जाते हैं। और हीट स्ट्रेस की वजह से ये चारा कम खाते हैं, जिससे दूध के उत्पादन में गिरावट आती है और इनकी फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है। 

इस तरह का प्रयोग करने वाले न्यूजीलैंड के रुआकुरा रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिकों का दावा है कि जलवायु परिवर्तन का असर बढ़ने पर तापमान बढ़ेगा। ऐसे में गायों के शरीर पर यह ग्रे रंग गर्माहट को कम अवशोषित करेगा और उन्हें नुकसान कम पहुँचेगा।

2. कोरोना वायरस को घातक बना सकता है शहरी प्रदूषण!

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सर्दियों ने दस्तक दे दी है और इसी के साथ कोरोना वायरस का खतरा बढ़ने लगा है। शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि शहरी वायु प्रदूषण कोरोना वायरस के इस समय में घातक साबित हो सकता है। 

एमोरी विश्वविद्यालय के डोंगाई लियांग कहते हैं कि पहले लंबे समय तक और वायु प्रदूषण के लिए अल्पकालिक, दोनों ही मानव शरीर पर ऑक्सीडेटिव तनाव, तीव्र सूजन और श्वसन संक्रमण के जोखिम को बढ़ाकर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रणाली गत प्रभाव से जुड़े रहे हैं। 

परिवेशी वायु प्रदूषकों और COVID-19 परिणामों की गंभीरता के बीच संबंध की जांच करने के लिए, उन्होंने दो प्रमुख मृत्यु परिणामों की जांच की, इनमें पहली मामले की मृत्यु दर (यानी, COVID-19 का निदान करने वाले लोगों में मृत्यु की संख्या) और दूसरी मृत्यु दर (यानी, आबादी में सीओवीआईडी ​​-19 की संख्या)। अध्ययन में सामने आया कि प्रदूषण से कोरोना मरीज़ों को ज्यादा खतरा है। 

3. PM Modi ने कोविड-19 के खिलाफ एकजुट लड़ाई का किया आह्वान

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सभी से एकजुट होने का आह्वान किया है। पीएम ने हैशटैग #Unite2FightAgainstCorona के साथ कई ट्वीट किए हैं। 

पीएम ने लिखा, ‘पीएम ने इसके साथ कोरोना गाइडलाइंस भी दोहराईं और लिखा, ‘आइए, कोरोना से लड़ने के लिए एकजुट हों! हमेशा याद रखें: मास्क जरूर पहनें। हाथ साफ करते रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। ‘दो गज की दूरी’ रखें।’

उन्होंने लिखा, ‘भारत की कोविड-19 की लड़ाई लोगों के चलते आगे बढ़ रही है और इसे कोविड वॉरियर्स से बड़ी शक्ति मिलती है। हमारे एकजुट प्रयास ने बहुत सी जानें बचाई हैं। हमें लड़ाई की अपनी गति बनाए रखनी होगी और हमारे लोगों को वायरस से बचाना होगा।’ 

पीएम ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि ‘साथ आकर हम सफल होंगे, साथ आकर हम कोविड-19 के खिलाफ जीत हासिल करेंगे।’

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