टीबी ऐसी बीमारी जो इंसान को धीरे-धीरे मारती है, जानें उपचार
टीबी (Tuberculosis) एक ऐसी बीमारी है ,जिसका नाम सुनते ही टेंशन हो जाता है. यह एक छूत का रोग है और इसे प्रारंभिक अवस्था में ही न रोका गया तो जानलेवा साबित होता है. यह व्यक्ति को धीरे-धीरे मारता है. टी.बी. को सामान्य भाषा में क्षय रोग भी कहा जाता है. टीबी मुख्य रूप से माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु से होती है.
टीबी क्या है What is Tuberculosis(TB)
टीबी यानी ट्यूबरक्युलोसिस बैक्टीरिया से होनेवाली बीमारी है. सबसे समान्य फेफड़ों का टीबी है और यह हवा के जरिए एक से दूसरे इंसान में फैलती है. मरीज के खांसने और छींकने के दौरान मुंह-नाक से निकलने वालीं बारीक बूंदें इन्हें फैलाती हैं. ऐसे में मरीज के बहुत पास बैठकर बात की जाए तो भी इन्फेक्शन हो सकता है. यह बीमारी खतरनाक इसलिए है क्योंकि यह शरीर के जिस हिस्से में होती है, सही इलाज न हो तो उसे बेकार कर देती है.
टीबी के कारण | Causes Of Tuberculosis(TB)
1-अधिक धूम्रपान
2-शराब का सेवन
3-साफ-सफाई न रखना
4-प्रदूषित हवा में सांस लेना
टीबी की पहचान | Identification of Tuberculosis(TB)
- 3 हफ्ते से ज्यादा लगातार खांसी हो
- खांसी के साथ बलगम आता हो
- बलगम में कभी-कभार खून आ रहा हो
- भूख कम लगती हो
- वजन कम हो रहा हो
- शाम या रात के वक्त बुखार आ रहा हो और सांस उखड़ती हो
- सांस लेते हुए सीने में दर्द हो
- टीबी से जुड़े ये 5 भ्रम आज ही दूर करें
टीबी के लक्षण | Symptoms of Tuberculosis (TB)
खांसी आना
- टीबी सबसे ज्यादा फेफड़ो को प्रभावित करती है, इसलिए शुरुआती लक्षण खांसी आना है.
- पहले तो सूखी खांसी आती है लेकिन बाद में खांसी के साथ बलगम और खून भी आने लगता है.
- दो हफ्तों या उससे ज्यादा खांसी आए तो टीबी की जांच करा लेनी चाहिए.
पसीना आना
- पसीना आना टीबी होने का लक्षण है. मरीज को रात में सोते समय पसीना आता है.
- वहीं, मौसम चाहे जैसा भी हो रात को पसीना आता है.
- टीबी के मरीज को अधिक ठंड होने के बावजूद भी पसीना आता है.
बुखार रहना
- जिन लोगों को टीबी होती है, उन्हें लगातार बुखार रहता है.
- शुरुआत में लो-ग्रेड में बुखार रहता है लेकिन बाद संक्रमण ज्यादा फैलने पर बुखार तेज होता चला जाता है.
वजन घटना
- टीबी हो जाने के बाद लगातार वजन घटने लगता है.
- खानपान पर ध्यान देने के बाद भी वजन कम होता रहता है.
- वहीं, टीबी के मरीज की खाने को लेकर रुचि कम होने लगती है.
सांस लेने में परेशानी
- टीबी हो जाने पर खांसी आती है.
- जिसके कारण सांस लेने में परेशानी होती है.
- अधिक खांसी आने से सांस भी फूलने लगती है.
टीबी का उपचार | Treatment of Tuberculosis(TB)
टीबी के प्राथमिक उपचार के तौर पर एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग किया जाता है. इस बीमारी का उपचार काफ़ी लम्बा चलता है और आइसोनियाजिड-रिफाम्पिसिन एंटीबायोटिक्स सबसे ज़्यादा प्रयोग में ली जाती है. इस बीमारी के उपचार में 6 से 9 महीनों तक का लम्बा समय लग सकता है जिसमें शुरूआती समय में आइसोनियाजिड, रिफाम्पिसिन, इथाम्बुटोल और पैराजिनामाइड ड्रग्स दी जाती हैं. कुछ समय के बाद इथाम्बुटोल और पैराजिनामाइड बंद कर दी जाती है. बचे हुए 4 से 7 महीने केवल आइसोनियाजिड और रिफाम्पिसिन दवाएं दी जाती है. इन एंटीबायोटिक्स के अलावा इस बीमारी के इलाज के लिए स्ट्रेप्टोमाइसिन इंजेक्शन भी दिया जाता है.
टीबी से बचाव के उपाय | Prevention of Tuberculosis(TB)
1- 2 हफ्ते से ज्यादा खांसी होने पर डॉक्टर को दिखाएं. दवा का पूरा कोर्स लें.डॉक्टर से बिना पूछे दवा बंद न करे.
2- मास्क पहनें या हर बार खांसने या छींकने से पहले मुंह को पेपर नैपकिन से कवर करें.
3- मरीज किसी एक प्लास्टिक बैग में थूके और उसमें फिनाइल डालकर अच्छी तरह बंद कर डस्टबिन में डाल दें. यहां-वहां नहीं थूकें.
4- मरीज हवादार और अच्छी रोशनी वाले कमरे में रहे. साथ ही एसी से परहेज करे.
5- पौष्टिक खाना खाए, एक्सरसाइज व योग जरूर करे.
6- बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, तंबाकू, शराब आदि से परहेज करें.
7- भीड़-भाड़ वाली और गंदी जगहों पर जाने से बचें.
8- बच्चे के जन्म पर BCG का टीका लगवाएं.
टीबी रोग के घरेलू उपचार Home Remedies For Tuberculosis(TB)
लहसुन
इसमें काफी मात्रा में सल्फयूरिक एसिड पाया जाता है जो टीबी के कीटाणुओं को खत्म करने में मदद करता है. इसके लिए आधा चम्मच लहसुन, 1 कप दूध और 4 कप पानी को एक साथ उबालें. जब यह मिश्रण 1 चौथाई रह जाए तो इसे दिन में 3 बार पीने से टीबी रोग में फायदा होता है.
काली मिर्च
फेफड़ों में जमा कफ और खांसी को दूर करने में काली मिर्च काफी फायदेमंद होती है. इसके लिए थोड़े से मक्खन में 8-10 काली मिर्च फ्राई करें और इसमें 1 चुटकी हींग मिलाकर पीस लें. इस मिश्रण को तीन बराबर भागों में बांटकर दिन में 7-8 बार लें.
अखरोट
इसको पीस कर पाउडर बना लें और इसमें कुछ पीसी हुए लहसुन की कलियां मिलाएं. अब इसमें घर में बना हुआ ताजा मक्खन मिलाकर खाएं.
आंवला
कच्चे आंवले को पीसकर इसका जूस बना लें और इसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर रोजाना सुबह पीने से फायदा होता है.
आयु है आपका सहायक
अगर आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को लंबे समय से खांसी है तो यह टीबी हो सकती है। इसलिए बिना देर किए अभी आप आयु ऐप पर मौजूद स्पेशलिस्ट डॉक्टर से सलाह लें। नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर आयु ऐप डाउनलोड करें।