तिल का तेल के फायदे और नुकसान साथ में जानें तिल के फायदे
खाना पकाने में तेल का प्रयोग किया जाता है लेकिन गलत कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। वैसे तो सरसों के तेल या ऑलिव ऑयल को ही हेल्दी तेल माना जाता है। भोजन पकाने के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल भी फायदेमंद है।
पोषक तत्वों का भंडार है तिल का तेल:
तिल के तेल में मैग्नीनिशयम, कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस, ओमेगा 3, विटामिन-सी, ई, के विटामिन बी-6, तांबा, आयरन, जिंक जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं और जब इस तेल में भोजन पकाया जाता है तो तेल के पोषक तत्व भोजन के जरिए शरीर में पहुँचकर कई तरह के स्वास्थ्य लाभ पहुँचाते हैं।
तिल का तेल के फायदे:
दुर्गंध नहीं आती: ऐसे बहुत सारे तेल है जो हेल्दी होते है लेकिन उनका स्मोकिंग प्वाइंट कम होता है। उन तेलों को डीप फ्राई करने के लिए या हाई फ्लेम पर पकाने से वह काफी नुकसानदायक होते हैं लेकिन तिल के तेल के साथ ऐसी कोई परेशानी नहीं होती है। हाई फ्लेम या डीप फ्राई करने पर भी इसमें दुर्गंध नहीं आती और ना ही यह सेहत के लिए हानिकारक है।
बढ़ती उम्र का असर नहीं होता: उम्र बढ़ने के साथ−साथ शरीर कमजोर भी हो जाता है। लेकिन अगर तिल के तेल का उपयोग भोजन में किया जाए तो इससे शरीर पर जल्दी से बढ़ती उम्र का असर नहीं दिखता। तिल के तेल में मौजूद ऑक्सीकरण−रोधी और अवसाद−विरोधी गुणों के कारण होता है। तिल के तेल में कुछ एंटी−एजिंग तत्व भी होते हैं, जो आपको लंबे समय तक जवान बनाए रखते है।
गठिया के इलाज में मददगार: जिन लोगों को गठिया की परेशानी है, उन्हें तिल के तेल का सेवन करना चाहिए। तिल के तेल में जिंक व कॉपर होता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मददगार है। कॉपर गठिया के दर्द, जोड़ो की सूजन को कम करने के साथ-साथ हडि्डयों को मजबूती भी देता है। इसके अलावा यह मेटाबॉलिज्म व ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर भी बनाता है।
तनाव व सिरदर्द से राहत दिलाए: जो लोग तनावग्रस्त रहते हैं या जिन्हें सिरदर्द की शिकायत रहती है, उन्हें तिल के तेल का सेवन करना चाहिए। तिल के तेल में मौजूद अमीनो एसिड तनाव को दूर करके दिमाग को शांत करता है, जिसके कारण सिर में दर्द, अनिद्रा या माइग्रेन जैसी समस्याएं होती है।
एनीमिया के इलाज में मददगार: लौह तत्व की अधिक मात्रा तिल के तेल में होती है, यह एनीमिया के साथ-साथ अन्य लोहे की कमी वाली समस्याओं में भी मददगार है।
तिल का तेल के नुकसान:
- शरीर के वजन को बढ़ाने में मदद करें
- पाचन से संबंधित विकार हो सकता है
- आँखों की सूजन हो सकती है
- एलर्जी जैसी प्रतिक्रिया हो सकती है
- दस्त की समस्या हो सकती है
- गर्भपात का खतरा हो सकता है
- बाल झड़ने की परेशानी हो सकती है
तिल में मौजूद फाइबर व मैग्नीशियम के तत्व इंसुलिन और ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है जो डायबिटीज को दूर रखता है। यह ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। तिल को डाइट में शामिल करने पर हाई बीपी की समस्या को दूर किया जा सकता है।
तिल के फायदे:
ओरल हेल्थ दुरुस्त रखें: तिल मसूड़ों को मजबूत करने के साथ ही प्लाक की समस्या को दूर रखता है। मुँह की बदबू, मसूड़े से खून आना और दाँत खराब होने जैसी परेशानियों में भी तिल मददगार है।
कब्ज की समस्या दूर करें: तिल का सेवन शरीर की पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। यह कब्ज की समस्या दूर करता है।
स्किन के लिए फायदेमंद: तिल ना सिर्फ हेल्थ बल्कि ब्यूटी का भी अच्छा ऑप्शन है। एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सिडेंट प्रॉपर्टीज पिंपल्स, ऐक्ने और डार्क पैच को दूर करके स्किन को हेल्दी बनाता है। तिल का तेल झुर्रियों की समस्या को दूर करता है।
बालों के लिए फायदेमंद: तिल का तेल बालों को मजबूत बनाता है। अगर आपके सिर में डेंड्रफ की समस्या है या आपके बाल झड़ रहे हैं तो यह तेल आपके लिए फायदेमंद है।
तिल के नुकसान:
- तिल सबके शरीर को सूट नहीं करता। कुछ लोगों में यह एलर्जिक रिऐक्शन ट्रिगर कर सकता है जिससे आपको डॉक्टर के पास जाना होगा।
- तिल ब्लड प्रेशर लो वाले मरीजों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। जिन्हें लो ब्लड प्रेशर की समस्या है वह तिल का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- तिल पेट साफ करता है लेकिन ज्यादा मात्रा में तिल खाने से पाचन क्रिया तेज हो सकती है जिससे डायरिया हो सकता है।
- तिल का तेल हेयर फॉल रोकता है तो इससे हेयर फॉल बढ़ भी सकता है। यह तेल पोर्स को ब्लॉक कर स्कैल्प इरिटेशन की वजह बन सकता है जिससे बाल झड़ना शुरू हो सकते है। इसलिए इसे आधे घंटे से ज्यादा लगाने की सलाह नहीं दी जाती।
अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है।अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है।