fbpx

खसरा रोग होने पर बरतें ये सावधानियाँ

खसरा रोग होने पर बरतें ये सावधानियाँ

खसरा रोग एक तरह का संक्रामक रोग है जो इससे संक्रमित व्यक्ति के छींकने, खांसने, छूने या झूठा खाने से फैलता है। इसका वायरस जब संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने हवा में फैलता है तब वह हवा के द्वारा कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को अपनी चपेट में लें सकता है।

शरीर में जाने के बाद यह आपकी सांस की नली, फेफड़ों और त्वचा के साथ-साथ शरीर के दूसरे अंगों को भी अपनी चपेट में लें सकता है।

आज हम आपको यहाँ बताएंगे कि आपको खसरा रोग में कौन-कौन सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए वैसे तो यह 7-10 दिन में ठीक हो जाता है लेकिन फिर भी इससे संबंधित सावधानियों के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।

1. खसरा रोग होने पर बरतने वाली 7 सावधानियाँ (Things to kept in mind in measles)

मरीज को अच्छे से आराम करना चाहिए। भीड़भाड़ वाली जगह जानें से बचें। बच्चों को मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति से दूर रखें। इस दौरान टेलीविजन ना देखें। इससे आपकी आँखों पर जोर पड़ता है। खसरे के दौरान कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल करने से बचें।

गर्भावस्था में खसरा रोग हो जाने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें। इससे गर्भपात महिला में गर्भपात, समय से पहले डिलीवरी होना, शिशु में सामान्य से कम वजन की सम्भावनाएँ बढ़ जाती है।

जहाँ तक हो सकें कम नमक खाएं। तली-भुनी चीज़ें, चिकनाईयुक्त व मसालेदार चीज़ें ना खाएं। घर में बना हुआ ताजा खाना खाएं। हल्का और आसानी से पचने वाला खाना खाएं।

शरीर में पानी की कमी ना होने दें। पानी की कमी होने पर शरीर में विषाक्त तत्वों की मात्रा बढ़ती है साथ ही इससे खुजली की समस्या बढ़ती है। शरीर में नमी ना होने पर दस्त, उल्टी या डायरिया की समस्या बढ़ जाती है।

अंगूर, संतरे और नींबू जैसे विटामिन सी वाले खाद्य पदार्थ का सेवन उपयोगी है। बच्चों को पालक, हरी पत्तेदार सब्जियाँ का सूप भी बेहतर होगा। बच्चों को मांसाहार, प्रोसेस्ड फूड खिलाने से बचें।

आयुर्वेद में पानी, अदरक, तुलसी और पुदीने की पत्तियों का काढ़ा बनाएं, जिससे प्रतिरक्षा तंत्र में वृध्दि होती है। हल्दी का सेवन अच्छा माना जाता है।

ये भी पढ़ें:

khasra disease: खसरा रोग को कैसे पहचानें? खसरा से बचने के 5 आसान उपाय

Measles Symptoms and Treatment: खसरा रोग के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में जानें

Measles food to avoid: जानें, खसरा किस वायरस के कारण होता है और खसरा में क्या खाना चाहिए?

 

Aayu App

 

 

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग किसी भी प्रकार से दवाई या डॉक्टर से लिया गया इलाज का विकल्प नहीं है। किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से  www.aayu.app पर परामर्श लें ।

 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

(A) संक्रामक रोग कैसे फैलते है?

संक्रामक रोग ऐसी बीमारियों को कहते हैं जो सूक्ष्म जीवाणुओं के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलते हैं। ये जीवाणु आँखो से दिखाई नहीं देते हैं। यह हवा, पानी, भोजन तथा आपसी संपर्क से फैलते हैं।

(B) संक्रामक रोग कौन कौन है?
  • छोटी माता
  • चेचक
  • हैजा
  • डेंगू ज्वर
  • सूजाक
  • हेपेटाइटिस ए
  • हेपेटाइटिस बी
  • हेपेटाइटिस सी
(C) संक्रामक और असंक्रामक रोग क्या होते हैं?

ऐसे रोग जो एक रोगी से स्वस्थ व्यक्ति को लग सकते हैं। ऐसा रोग, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, उसे संक्रामक रोग कहते हैं। ऐसा रोग, जो एक रोगी से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता, उसे गैर संक्रामक या असंक्रामक रोग कहते हैं।

(D) संक्रामक रोग फैलने की विभिन्न विधियाँ कौन कौन सी है?

हवा द्वारा : ऐसे रोगों के सूक्ष्म जीव मनुष्य के हवा में छींकने, खाँसने, बात करने के द्वारा फैलते हैं। ये सूक्ष्म जीव हवा में मौजूद धूलकण, या पानी की बूंदों द्वारा अन्य लोगों तक पहुँच सकते हैं। उदाहरण के लिए, खाँसी-जुकाम, निमोनिया तथा क्षय रोग हवा द्वारा फैलते हैं।

(E) संक्रामक रोग को फैलने से रोकने के लिए आपके विद्यालय में कौन कौन सी सावधानियां आवश्यक है?

जल द्वारा : जब संक्रमणीय रोग से ग्रसित रोगी के अपशिष्ट पेयजल में मिल जाते हैं और यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति जाने-अनजाने में इस जल को पीता है तो रोगाणुओं को एक नया पोषी मिल जाता है जिससे वह भी इस रोग से ग्रसित हो जाता है।

CATEGORIES
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus ( )