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Belly Button pain: महिलाओं में पेट दर्द का प्रमुख कारण और इससे बचाव के उपाय

Belly Button pain: महिलाओं में पेट दर्द का प्रमुख कारण और इससे बचाव के उपाय

अक्सर महिलाएं पेट दर्द को लेकर शिकायत करती रहती हैं। पेट दर्द कई कारणों से हो सकता है। अचानक झुकने या फिर कब्ज के कारण नाभि खिसक जाती है, जिसके चलते व्यक्ति को तेज दर्द का सामना करना पड़ता है। अगर महिलाएं इस समस्या से गुजरती हैं तो उन्हें पीरियड्स के दौरान सामान्य से ज्यादा ब्लड निकलने जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

नाभि जिसे अंग्रेजी में बेली बटन (Belly Button) कहते हैं पेट पर एक गहरा निशान होती है, जो नवजात शिशु से गर्भनाल को अलग करने के कारण बनती है। सभी अपरा संबंधी स्तनपाइयों में नाभि होती है। मनुष्‍यों में यह काफी स्पष्ट होती है। जब भी मेरे होंठ फटते हैं तो मेरी मां मुझे नाभि पर सरसों का तेल लगाने के लिए बोलती हैं। वह कहती हैं कि नाभि में रोजाना तेल लगाने से होठों का फटना तो दूर होता ही है साथ ही स्किन पर निखार भी आता है। हालांकि वह ये नहीं जानती का होंठ ठीक होने के अलावा नाभि में तेल लगाने के और भी कई फायदे हैं।

एब्डोमिनल दर्द और पेट दर्द में अंतर

आपकी छाती और श्रोणि के बीच का क्षेत्र पेट है और यह कई अंगों जैसे लिवर, पैंक्रियास, स्प्लीन, अपेंडिक्स, इंटेस्टिनेस आदि के लिए एक मुख्य स्थान है। इन अंगों की तरह, पेट भी आपके एब्डोमेन (left side abdominal pain) में स्थित एक अंग है। इसमें पाचन, आंतों और यकृत जैसे महत्वपूर्ण अंग शामिल होते हैं। पेट के निचले दाहिने हिस्से में बृहदान्त्र (colon) का एक हिस्सा होता है और महिलाओं में दायां अंडाशय (ovary) होता है।

मस्कुलर अंग है पेट, जो ऊपरी एब्डोमेन के बाईं ओर स्थित है। पेट फ़ूड पाइप से भोजन प्राप्त करता है। जैसे ही भोजन फ़ूड पाइप के अंत तक पहुंचता है, यह पेट में एक मस्कुलर वाल्व के माध्यम से प्रवेश करता है जिसे निचले एसोफेजियल स्फिंकर (esophageal sphincter) कहा जाता है। पेट भोजन को पचाने वाले एसिड और एंजाइम को बाहर निकाल देता है।

केवल पेट में उठने वाला दर्द, पेट में दर्द (Stomach) के रूप में जाना जाता है। हालांकि, लोअर एब्डोमिनल पेन (Lower Abdominal pain) या पेट के निचले हिस्से में दर्द एक बड़ी बात है कि आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

महिलाओं में निचले एब्डोमेन में दर्द

  • माहवारी के दौरान पेट में ऐंठन (Cramps during periods)
  • अपच और इंटेस्टिन गैस (Indigestion and intestinal gas)
  • ओवेरियन सिस्ट (Ovarian Cyst)
  • ओवेरियन टॉरशन (Ovarian Torsion)
  • एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis)
  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic inflammatory disease)
  • एक्टोपिक गर्भावस्था (Ectopic Pregnancy)
  • गर्भपात (Miscarriage)
  •  यूरिनरी ट्रैक्ट संक्रमण (Urinary Tract infection)

अपच और इंटेस्टिन गैस (Indigestion and intestinal gas)

यदि भोजन ठीक से नहीं पचता है तो आंतों में गैस बन सकती है। यदि दर्द गंभीर है या इसके साथ वजन कम हो रहा है, तो आप डॉक्टर से तुरंत परामर्श करें।

गैस (Acidity) के कारण होने वाला दर्द आमतौर पर कुछ घंटों में कम हो जाता है।

पेट (Stomach) की गड़बड़ी के साथ-साथ मतली, उल्टी, दस्त और गंभीर दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

पेट दर्द के कुछ अन्य कारण ( Symptoms of Stomach or belly pain)

  • गर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव
  • खूनी पेशाब
  • मल में खून
  • अनियंत्रित उल्टी
  • उल्टी में खून आना
  • मलाशय से रक्तस्राव

बचाव के उपाय (Treatment of Abdominal pain)

अदरक- इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण से पाचन प्रक्रिया सही रहती है।

हींग- पेट में दर्द (Stomach) , गैस (Acidity) या अपच के लिए हींग असरदार है।

सौंफ- अपच के कारण हुए पेट दर्द से जल्दी राहत देने में सौंफ काम आ सकती है।

पुदिना – गैस के कारण होने वाले पेट दर्द को कम करता है। और पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाता है।

दही- इसके गुड बैक्टीरिया पाचन सुधारते हैं और अपच में होने वाली तकलीफ को कम करते हैं।

गर्म पानी की बोतल- पेट को गर्म पानी की बोतल से सेंकने पर पेट की ऐंठन शांत हो जाती है।

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