बार-बार छींक आने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये उपाय
बार-बार छींक आने की समस्या कई तरह के रोगियों के लिए घातक हो सकती है। क्या आपने कभी सोचा है आखिर क्यों आती है छींक? हालांकि, सामान्य तौर पर छींक सभी को आती है, लेकिन जब लगातार छींक आने लगे तो यह परेशानी बन जाती है। लगातार छींक आने से व्यक्ति परेशान एवं चिड़चिड़ा हो जाता है। छींक के कारण कई लोगों को सिर में दर्द भी होने लगता है।
अगर आप भी छींक आने की समस्या से परेशान हैं तो जानें छींक आने का कारण और छींक को रोकने का घरेलू उपचार। (Know sneezing causes, symptoms and treatment)
1. छींक आने का कारण Sneezing causes
छींक आने के कारणों में मुख्य
- साइनस की समस्या
- मौसमी एलर्जी के कारण भी बार-बार छींक आती है
- एयर कंडीशन की वजह से ड्राई नोज की समस्या हो सकती है। लंबे समय तक एयर कंडीशनर वाले रूम में बैठने के कारण शरीर में शुष्कता बढ़ती है। यह छींक आने का एक बड़ा कारण हो सकता है।
- धूल, धुँआ एवं तेज गन्ध के सम्पर्क में आने से नाक के भीतर की म्यूकस झिल्ली उत्तेजित हो जाती है, इससे छींक आती है।
- प्रदूषण युक्त वातावरण में रहने से।
- सर्दी या जुकाम होने पर छींक आती है, क्योंकि सर्दी-जुकाम होने पर नाक के अन्दर की म्यूकस झिल्ली में सूजन आ जाती है।
डॉक्टर्स का मानना है कि छींक आने का कारण कई बीमारियों का लक्षण हो सकता है। आयुर्वेद में भी बार-बार छींक आने की समस्या किसी अन्य गंभीर बीमारी की ओर संकेत करती है।
(ii.) क्या आपको बहुत जल्दी-जल्दी छींक आती है?
अगर किसी व्यक्ति को बहुत जल्दी-जल्दी या बार-बार छींक आती है तो यह व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी को दर्शाता है। इसलिए आप छींक से जुड़ी सभी जानकारी जान लें, ताकि ऐसी परेशानी आने पर घरेलू उपचार कर अपने आप को स्वस्थ बना सकें।
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2. छींक आने के लक्षण Sneezing Symptoms
(A) जानें छींक आने के लक्षण क्या हैं?
छींक आने से पहले अक्सर आप एक लंबी सांस लेते हैं और फिर उसको अंदर ही रखते हैं, जिसके कारण आपकी छाती की मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है और आपके फेफड़ों में हवा का दबाव बढ़ जाता है। कई बार छींक आने के साथ घरघराहट के लक्षण भी देखे जा सकते हैं, ये लक्षण अक्सर छींक का कारण बनने वाली स्थिति पर ही निर्भर करते हैं। इसके अलावा छींक निम्न लक्षणों के साथ भी जुड़ी हो सकती है, जैसे:
- नाक बहना
- खांसी, बुखार
- गले में दर्द और थकान
- मतली और उल्टी होना
- आंखें लाल होना
- आंखों से पानी आना
- आंखों में सूजन आना
- बदन में हल्का दर्द होना
- हल्का-हल्का सिरदर्द होना
3. छींक आने का इलाज – Sneezing Treatment
छींक आने का इलाज करने के लिए पहले तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेकर ये सुनिश्चित करना होगा कि आखिर आपको छींक आने का कारण क्या है? यदि आपको एलर्जी या संक्रमण आदि के कारण छींक आ रही हैं, तो इस समस्या को ठीक करने के लिए डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं।
यदि आपको एलर्जी आदि के कारण छींकें आती हैं, तो उन पदार्थों से दूर रहें जिनसे आपको एलर्जी होती है। आपके लिए एलर्जिक पदार्थों की पहचान करने के लिए और उनका इलाज करने के लिए डॉक्टर की मदद लें।
4. छींक आने की समस्या में हरड़ से फायदा (Harad : Home Remedies for Sneezing Treatment )
हरड़ के चूर्ण का गर्म पानी के साथ सेवन करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह छींक की परेशानी में लाभदायक है।
और पढ़ें: हरड़ के फायदे
5. छींक आने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए गर्म पानी पिएं (Drink Hot water to stop Sneezing)
छींक आने की समस्या (सर्दी-जुकाम की समस्या) से आराम पाने के लिए गर्म पानी का सेवन रामबाण उपाय है। गर्म पानी कफ को जमने से रोकता है और इससे सर्दी के अन्य लक्षणों जैसे कि बार-बार छींक आना, बंद नाक आदि से आराम मिलता है। इसलिए सर्दी-जुकाम होने पर नियमित रुप से गर्म पानी का सेवन करते रहें।
6. खान-पान ( Diet during Sneezing)
छींक आने की समस्या के दौरान आपका खान पान ऐसा होना चाहिएः-
- ताजे फल एवं सब्जियों का अधिक से अधिक प्रयोग करें।
- मौसमी फलों का सेवन करें।
अस्वीकरण- आयु ऐप पर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श लेकर जानें आखिर क्यों आती है छींक, और बार-बार छींक आने की समस्या को रोकने के लिए क्या उपाय करें। आयु ऐप पर प्रत्येक बीमारी के स्पेशलिस्ट डॉक्टर मौजूद हैं।
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