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सीताफल के बीज क्यों है उपयोगी, और सीताफल के पत्ते के फायदे

सीताफल के बीज क्यों है उपयोगी, और सीताफल के पत्ते के फायदे

सीताफल ऐसा फल है जिसको सर्दियों में खाया जाता है। यह सेब से भी ज्यादा फायदेमंद है। सीताफल ऐसा फल है जिसका सेवन सर्दियों में किया जाता है। यह सेब से ज्यादा फायदेमंद होता है। इसका सेवन कई तरीके से किया जाता है। स्मूदी, शेक और नैचुरल आईसक्रीम के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है। सीताफल के बीजों में ऐसे गुण पाए जाते है जो कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं। सीताफल के बीजों से दवा बनाने के प्रयास किए जा रहे है। सीताफल के बीज में कई तरह के गुण पाए जाते है।

सीताफल के बीज में पाए जाने वाले गुण (Properties found in Sitafal Seeds):

  • सीताफल के बीज में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते है।
  • सीताफल के बीज में विटामिन-सी अधिक मात्रा में होते है। विटामिन-सी से शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है साथ ही यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है।
  • सीताफल के बीज में विटामिन-बी होता है।
  • सीताफल के बीज खून की कमी यानि एनीमिया से बचाता है।
  • सीताफल के बीज में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी संतुलित करता है, सोडियम और पोटैशियम संतुलित मात्रा में होता है।
  • सीताफल के बीज के सेवन से शुगर की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है।
  • सीताफल के बीज रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ा सकता है और इसी कारण इनका प्रयोग दवाईयाँ बनाने में भी किया जाता है। यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है।
  • वजन कम करने के लिए ऐसे खाने की चीजें जरूरी हैं जो वजन कम करें और उनमें प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में हो। सब्जी, फल, नट्स, अनाज और योगर्ट वजन कम करने में मददगार होते है। वजन कम करने के लिए सही खान-पान के साथ फिजिकल एक्टविटी करना भी जरूरी है। सब्जियों में सीताफल, कद्दू और मसालों में दालचीनी से भी आपका वजन नियंत्रित हो सकता है।

सीताफल में कैलोरी कम और फाइबर और विटामिन ज्यादा मात्रा में होते हैं। इसके अलावा इसमें मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट बीटा कैरोटीन होता है जो वजन कम करने में मददगार है। सीताफल के बीज भी वजन कम करने में बहुत मददगार होते हैं। इन्हें रोस्ट करके खाना फायदेमंद है।

इनमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कॉपर, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम, जिंक, फोलेट, ग्लूटेमिक एसिड और मोनो सेचुरेटिड फैट होता है। जो मैटाब्लिज्म को बढ़ाकर फैट बर्न करने में मदद करते है।  

सीताफल के पत्ते के फायदे (Benefit of Sitafal Leaf):

सीताफल के पत्तों में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, इसलिए सीताफल के पत्ते हमारे शरीर में चीनी के प्रभाव को धीमा करने में मदद करते हैं। चीनी के हानिकारक प्रभाव को कम करने में मददगार भी है। जिससे यह रक्‍त शर्करा के स्‍तर को नियंत्रण में रख सकता है। फाइबर धीरे-धीरे पचता है, इसलिए रक्त के शुगर का स्तर अचानक से नहीं बढ़ता। इसलिए सीताफल के पत्ते पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखते है। अगर आप डायबिटीज के लक्षणों को नियंत्रित करना चाहते है तो सीताफल के 2-3 पत्तियों को पानी में उबाल लें। इस मिश्रण को आप सुबह खाली पेट भी पी सकते है।

आइये जानते है सीताफल के पत्तों के और भी कई फायदे।

ह्रदय के लिए फायदेमंद: ह्रदय संबंधी रोग के लिए आप सीताफल की पत्तियों का उपयोग आयुर्वेदिक औषधी की तरह कर सकते है क्‍योंकि सीताफल के पत्तों में पोटैशियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में होते है। यह ह्रदय की मांसपेशियों को आराम देते है। अगर आप सीताफल के पत्तियों का नियमित रूप से सेवन करते है तो यह आपकी स्ट्रोक के होने की समस्या को कम कर सकता है।

सीताफल के पत्तों में मैग्नीशियम और पोटैशियम होने की वजह से यह उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करते है। यह रक्त के प्रभाव को भी बेहतर करते है।

शरीर की शक्ति बढ़ाएं: सीताफल के पत्तों का इस्‍तेमाल शारीरिक क्षमता और शक्ति को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है क्‍योंकि इन औषधीय पत्तों में कई तरह के पोषक तत्व और खनिज पदार्थ होते है जिनकी आवश्‍यकता हमारे शरीर को होती है। अगर आप शारीरिक शक्ति को बढ़ाना चाहते है तो आधा कप पानी में 2 से 3 सीताफल के पत्तों को उबालें और इसकी चाय बनाकर पिएँ। हर्बल चाय आपकी मेटाबॉलिज्म दर और ऊर्जा के स्तर को भी बनाए रखने में मदद करता है। सीताफल के पत्ती की चाय पीने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ दूर करने में मदद मिलती है।

घाव के उपचार में मदद करें: सीताफल की पत्तियों का इस्‍तेमाल त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं और घाव के उपचार के लिए किया जाता है। अगर घाव की सही तरह से सफाई नहीं की जाती तो घाव में मवाद भर सकती है जिससे घाव गंभीर बन सकते है। अगर आप घावों का प्राकर्तिक उपचार करना चाहते है तो सीताफल के पत्तों का इस्तेमाल एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है। आप इसका इस्तेमाल घाव वाली जगह पर इसका रस निकालकर कर सकते है।

अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ  डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है। 

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