प्लास्टिक के बर्तनों में खाने से कैंसर ! | Daily Health Tip | 26 May 2020 | AAYU App

“प्लास्टिक के बर्तनों में रखा हुआ खाना ना खाएं। इसमें खाने से कैंसर जैसी बिमारियों का खतरा रहता है। इसकी जगह आप कांसे के बर्तनों का उपयोग करें। “
” Do not eat food kept in plastic utensils. This can lead to dangerous diseases like cancer. You can use bronze utensils instead. “
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अगर आप सेफ और अनसेफ प्लास्टिक को अलग-अलग मानते है तो यह आपका भ्रम है। प्लास्टिक सेफ और अनसेफ नहीं होती। प्लास्टिक घर में, किचन में, टिफ़िन में, खाने की पैकिंग में, हर जगह प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है।
हर जगह प्लास्टिक का इस्तेमाल:
आपके आसपास आपको प्लास्टिक का ही इस्तेमाल दिखाई देगा जैसे कि पानी की बोतल, डिनर की प्लेट, बच्चों के बर्तन, नॉन-स्टिक बर्तन, मसाला रखने से लेकर दाल, चावल और नमकीन स्टोर करने के डिब्बे भी। प्लास्टिक में खाना स्टोर करना तो आसान है लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
प्लास्टिक में केमिकल की परत:
प्लास्टिक के बर्तनों में केमिकल की परत होती है, जो अक्सर आपके भोजन में घुल सकती है। इनमें से कई केमिकल जैसे बिस्फेनल- ए (बीपीए) और फ्थालेट्स, आपके शरीर के लिए अनजान हो सकते है।
सेफ प्लास्टिक जैसा कुछ नहीं:
सेफ प्लास्टिक जैसी कोई चीज नहीं होती। जो उत्पाद ‘माइक्रोवेव सेफ’, ‘बीपीए-फ्री’ आदि कहे जाते है, वो सभी सिर्फ मार्केटिंग के तरीके हैं। किसी भी तरह की प्लास्टिक के जहरीले तत्वों से मुक्त होने का 100 प्रतिशत भरोसा नहीं कर सकते।
माइक्रोवेव बनाता है जहरीला:
जब आप खाना एक प्लास्टिक के बर्तन में माइक्रोवेव में रखते हैं, तो बहुत ही सूक्ष्म तरीके से प्लास्टिक की थोड़ी मात्रा घुलकर या ट्रांसफर होकर आपके खाने में आ जाती है। इस तरह के बर्तन होने पर केमिकल प्लास्टिक से जल्दी आपके खाने में घुल जाता है।
प्लास्टिक में मौजूद जहर:
बीपीए (या बिस्फेनल ए) का इस्तेमाल कठोर, शुद्ध प्लास्टिक बनाने में किया जाता है जो कैन में अंदर वाली लाइनिंग में होता है। ये बीपीए है एक केमिकल, जो एस्ट्रोजेन जैसे हार्मोन में बदलाव ला सकता है। यह कैंसर और कार्डियोवैस्कुलर जैसी बिमारियों को बढ़ा सकता है।
इससे बचने के लिए आप कांसे के बर्तनों का इस्तेमाल कर सकते है। इससे बुद्धि तेज होती है। इससे बालों और आँखों के स्वास्थ में लाभ होता है। इसमें खाने से खून की कमी दूर होती है और भूख भी लगती है। लेकिन पुराने पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल ना करें क्योंकि इसमें सीसा और आर्सेनिक जहरीले होते है। इसलिए सावधानी से इस्तेमाल करें।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आयु ऐप (AAYU App) पर डॉक्टर से संपर्क करें.
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