सोने का सही तरीका | Daily Health Tip | Aayu App
“अगर आप दाई तरफ करवट करके सोते है तो आपको एसिडिटी, पेट फूलने जैसी समस्याएं हो सकती है। इसलिए आप बाई तरफ करवट करके सोएं। इससे आपका पूरा सिस्टम सही तरह से काम करता है। “
” If you sleep on the right side then you may have problems like acidity, flatulence. That’s why you sleep on the left side. This makes your entire system work properly. “
Health Tip for Aayu App
सोने की पोजीशन का हमारे शरीर पर बुरा या अच्छा प्रभाव दोनों पड़ सकते है। खासतौर पर इसका प्रभाव हमारे दिमाग और हमारे पाचन तंत्र दोनों पर पड़ता है। इसलिए सोने का सही तरीका आपके लिए जानना बेहद जरूरी है।
आप जानते ही होंगे कि अच्छी नींद से हम बहुत ही फ्रेश और ऊर्जावान महसूस करते हैं और हमारी सारी थकान मिट जाती है। ल्र्किन जिंटा जरूरी हमारे लिए अच्छी और गहरी नींद लेना है उतना ही जरूरी हमें सोने के सही पोजीशन के बारे में जानना भी होता है।
अगर हम हमारी सोने की पोजीशन पर ध्यान नहीं देते तो हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- रात में नींद का बार-बार टूटना
- कंधे अथवा गर्दन में दर्द
- कमर में दर्द
- पाचन में दिक्कत
- ठीक से पेट का साफ़ ना होना
- दिनभर आलस आना
सोते समय होने वाली गलतियाँ:
बिना लाइट बंद करे सोना: कई लोग रात में बिना लाइट बंद करे ही सो जाते है। लेकिन एक शोध के अनुसार हमें लाइट में ज्यादा नींद नहीं आती। हमारे शरीर में रिसेप्टर्स होते है जिनपर लाइट पड़ने पर यह हमारे दिम्माग को यह सिग्नल देते है कि अभी भी दिन है। लाइट जला कर सोने से रात में नींद टूटना, गहरी नींद ना आना, सुबह उठकर फ्रेश महसूस ना करना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
मोबाइल फ़ोन साथ लेकर सोना: कई बार लोग सोते समय फोन चलाते-चलाते इतने व्यस्त हो जाते हैं कि वह सोने में बहुत देर कर देते हैं और सुबह सही समय पर नहीं उठ पाते, या अगर मजबूरी में उठते भी हैं तो उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती और वे दिन भर थका-थका महसूस करते हैं. इसके आलावा उन्हें आलस, सिर दर्द, काम में मन ना लगना जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।
कम नींद लेना: एक स्टडी में यह बात सामने आई कि 30 से ज्यादा की उम्र के 60% लोग जरूरत से कम नींद लेते हैं जो थकान, आलस, सिर दर्द, खराब पाचन तंत्र एवं भविष्य में कई अन्य बीमारियों का कारण बनती है। इसलिए 6 से 8 घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी है क्योंकि यही वह अवस्था होती है जब हमारा शरीर न्यूरॉन्स में मौजूद अपने कचरे को साफ करता है और शरीर खून में मौजूद सारे कोर्टिसोल को खत्म करके शरीर को अगले दिन के लिए तैयार करता है।
ज्यादा देर तक सोना: एक स्टडी में यह बात सामने आई कि जिस प्रकार कम नींद शरीर के लिए नुकसानदायक होती है उसी प्रकार ज्यादा देर तक सोना भी आपके सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। हमारे शरीर में एक स्लीप साइकिल होती है जो नींद को पूरा करने में मदद करती है। जब आप ज्यादा सोते हैं तो यह साईकल एक बार पूरी होकर फिर से शुरू हो जाती है और साईकल पूरा होने से पहले जब आप नींद से उठते हैं तो थका हुआ और आलस महसूस करते हैं, कई बार आपको सिर दर्द की शिकायत भी हो जाती है।
पेट के बल सोना: पेट के बल सोना सबसे हानिकारक माना जाता है खासकर अस्थमा एवं स्वास्थ्य से संबंधित मरीजों के लिए क्योंकि पेट के बल सोने से छाती दब जाती है जिससे अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डी पर भी जोर पड़ता है इसलिए जो लोग पेट के बल ज्यादा सोते हैं उन्हें पीठ दर्द की समस्या ज्यादा होती है साथ ही पेट के बल सोना पाचन क्रिया के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता।
दाई करवट करके सोना: इस पोजीशन में पेट का झुकाव बाएँ तरफ होता है और आपका पेट उल्टा हो जाता है जिसके कारण खाना सही से नहीं पचता और एसिडिटी, गैस, पेट फूलना, कब्ज जैसी समस्याएं सामने आने लगती है। दिल भी शरीर की बाईं ओर होता है और दाईं और करवट करके सोना दिल की सेहत के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता है।
बाई तरफ करवट करके सोने के फायदे:
जब आप बाईं और करवट करके सोते हैं तो आपका पेट सीधा रहता है जिसके कारण आपका पाचन तंत्र सही क्रम में काम कर पाता है। बाईं और करवट करने से आपकी छाती पर भी दबाव नहीं पड़ता और आपके दिल पर भी बुरा असर नहीं पड़ता साथ ही दिमाग पर भी इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। बाईं ओर करवट करके सोने से आपको अच्छी तरह से नींद भी आती है और आपके शरीर का हर सिस्टम सही अवस्था में काम कर पाता है।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आयु ऐप (AAYU App) पर डॉक्टर से संपर्क करें.
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