त्वचा पर चकत्ते हो सकता है एलर्जिक रिएक्शन, जानें लाल-चकत्ते का इलाज
त्वचा पर चकत्ते अलग-अलग तरह के होते है और यह बहुत ज्यादा मात्रा में उपस्थित होते है। इसके कई कारण और उपचार होते है। त्वचा पर चकत्ते होने को एक्जिमा भी कहते है। कई बार बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से चकत्ते पक जाते है और उनमें पानी आने लगता है।
बहुत सारे विषाणुजनित संक्रमणों (viral infection) के कारण त्वचा पर चकत्ते भी हो सकते है। वायरल इंफेक्शन की वजह से मुख्यतः युवा बच्चों में चकत्ते देखे जाते है। यह जरूर सुनिश्चित करें कि चकत्ता गंभीर संक्रमण का हिस्सा है की नहीं।
सबसे पहले आपको बताते है शरीर पर एलर्जी के कारण क्या है?
शरीर पर एलर्जी के कारण (causes of red rashes on skin)
धूल आना:
धूल में मौजूद छोटे-छोटे जीव एलर्जी के कारण बनते हैं। जिससे व्यक्ति को छींक, आंख व नाक से पानी आने की शिकायत हो सकती है।
खानपान में दिक्कतें:
कई लोगों में खाने से भी एलर्जी होती है जैसे अंडा, मूंगफली, दूध आदि। खाने से मुख्यतः त्वचा पर चकत्ते या दाने होते है।
गंध से होने वाली दिक्कतें:
एलर्जी से पीड़ित लोगों को गंध को लेकर परेशानी होती है। इसमें सिरदर्द, उल्टी जैसी परेशानियाँ होती है।
पालतू जानवर से होती है दिक्कतें:
घर के पालतू जानवर एलर्जी का कारण बनते हैं। इनके बाल व मुँह से निकलने वाली लार से ज्यादा परेशानी होती है।
मौसम में बदलाव होना:
कुछ लोगों को मौसम में बदलाव की शुरुआत में एलर्जी हो सकती है।
दवा:
खास तरह की दवा जैसे दर्दनिवारक आदि लोगोंं में एलर्जी का कारण बनती है।
साफ-सफाई रखें:
बच्चों को फल- सब्जियों का ज्यादा सेवन करना चाहिए यह इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। उन्हें धूल-धूप में खेलने दें और वहां से आने के बाद उनके हाथ-पैर अच्छे से धोएं। यदि आपको धूल व धुएं से दिक्कत है तो नाक पर रुमाल बांधकर या मास्क लगाकर बाहर निकलें। ठंड से समस्या होने पर आइसक्रीम, इमली जैसी ठंडी-खट्टी चीजें ना खाएं। गंदगी से एलर्जी होने पर बेडशीट, कवर, पर्दे बदलते रहें।
किसी दवा से परेशानी हो तो उसे लेना बंद करें। खिड़कियों में जाली लगवाएं ताकि बाहर की ताजी हवा अंदर आ सके व धूल ना आएं। आसपास साफ-सफाई रखें। बारिश के मौसम में फूल वाले पौधे घर के अंदर ना रखें।
विषाणुजनित चकत्ता क्या है?
विषाणुजनित संक्रमण (viral infection) के कारण होने वाले लक्षण विषाणु के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। एक सामान्य रूप से उत्पन्न होने वाला लक्षण चकत्ता है। कुछ चकत्ते सामान्य है जैसे खसरा, चिकेनपॉक्स और अन्य लक्षणों के साथ चकत्ता उत्पन्न करता है।
कभी-कभी एक विशिष्ट चकत्ता डॉक्टर को यह पता लगाने में मदद करता है कि कौन-सी विषाणु बीमारी उत्पन्न कर रहा है।
अनेक विषाणु अन्य लक्षणों जैसे उच्च तापमान और खांसी के अतिरिक्त चकत्ते भी उत्पन्न कर सकते हैं। इसका मतलब है चकत्ता विशिष्ट नहीं या उतना विशिष्ट नहीं होता कि इसके कारण बीमारी के वायरस की पहचान की जा सके।
इसके आधार पर डॉक्टर यह नहीं कह सकते कि कौन-सा विषाणु इस बीमारी के लिए जिम्मेदार है, लेकिन यह है कि कुछ विषाणुओं के कारण चकत्ता उत्पन्न हो सकता है।
विषाणु के कारण उत्पन्न चकत्ते का आकार और प्रकार भिन्न हो सकता है। हालांकि, वे अक्सर त्वचा पर चकत्ते के रूप में दिखाई देते हैं। आमतौर पर वे आपके शरीर के अधिकांश भाग को प्रभावित करते हैं कभी-कभी वे नाटकीय रूप से दिखाई देते हैं।
उदाहरण के लिए, आप सुबह उठने पर अपने आप को चकत्ते से ढंका हुआ पा सकते हैं। यह आमतौर पर केवल कुछ दिनों तक रहता है। कभी-कभी लाल चकत्ते में थोड़ी खुजली भी होती है। आमतौर पर कुछ दिनों के भीतर चकत्ते बिना कोई निशान छोड़े गायब हो जाते है।
कुछ त्वचा की स्थितियाँ, जैसे एक्जिमा ऐसे त्वचा पर चकत्ते उत्पन्न करते है, जो विषाणु के कारण उत्पन्न होने वाले चकत्ते के समान दिखाई देते है।
लाल चकत्ते का इलाज (treatment of red spots on skin)
त्वचा पर चकत्ते का इलाज जैतून का तेल:
जैतून का तेल त्वचा के लिए बेहतरीन मॉइस्चराइजर है। ये त्वचा का इलाज करता है साथ ही इसमें विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट होने की वजह से त्वचा को नया बनाया जा सकता है। ये त्वचा को राहत और खुजली को दूर करने में मददगार है।
त्वचा पर चकत्ते का इलाज बेकिंग सोडा:
बेकिंग सोडा त्वचा के चकत्तों को सूखाने में मददगार है। यह चकत्तों में होने वाली खुजली और सूजन को भी दूर करता है।
त्वचा पर चकत्ते का इलाज है एलोवेरा:
इसके सूजनरोधी, एमोलिएंट, एंटीबैक्टेरियल और एंटीफंगल गुणों की वजह से एलोवेरा त्वचा पर चकत्ते का इलाज करने में मदद करता है। इलाज के अलावा ये राहत दिलाता है और लालिमा और खुजली को दूर भी रखता है।
डिस्क्लेमर:
दोस्तों अब आपको गर्मियों में पीने वाली फ्लेवर्ड चाय के बारे में पता चल गया होगा। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तो और रिश्तेदारों को जरूर शेयर करें। और हां, घर बैठे किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श पाने के लिए www.aayu.app पर विजिट करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
(A) चेहरे पर एलर्जी होने पर क्या करें?
स्किन पर बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले एक चम्मच बेकिंग सोडा लें और इसमें थोड़ा पानी मिलाएं। अब इसका एक स्मूद पेस्ट बना लें और इसे एलर्जी वाली जगह पर लगाएं। 10 मिनट बाद इसे धोएं। एलर्जी से छुटकारा पाने के लिए दिन में 3 से 4 बार इस्तेमाल करें।
(B) चेहरे पर एलर्जी क्यों होती है?
यदि आपके चेहरे पर खुजली होती है तो इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे- रूखी त्वचा, खाद्य पदार्थ या पेड़, पौधे से एलर्जी, सनबर्न आदि।
(C) खुजली को कैसे दूर करे?
खुजली से राहत पाने के लिए आप शरीर पर तुलसी का उपयोग करें। तुलसी के कुछ पत्तों को पीसकर नारियल तेल में मिलाकर स्किन की मालिश करने से आपको खुजली से राहत मिल सकती है। यह उपाय करने से शरीर से फंगल दूर करने में मदद मिलती है। नीम का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने के लिए किया जाता है।
(D) पूरे शरीर में खुजली होने का क्या कारण है?
किसी खाद्य पदार्थ या दवा से एलर्जी, त्वचा का रूखा होना, ठीक से न नहाना, गंदे कपड़े पहनना, किसी विष का प्रभाव, रंगों से किसी तरह की एलर्जी, गुर्दे की कोई बीमारी, कैंसर, छपाकी (शरीर पर लाल धब्बे उभरना), मच्छर या अन्य कीट के काटने पर, कोई चर्म रोग या पेट में कीड़े होने पर खुजली की समस्या हो सकती है।