Pulse Oximeter: कैसे चेक करें पल्स रेट, जानिए, ऑक्सीमीटर इस्तेमाल करने का सही तरीका
Pulse Oximeter: कोरोना (Corona) के समय आपके घर पर थर्मामीटर के साथ पल्स ऑक्सीमीटर (Pulse Oximeter) का होना बहुत जरूरी है। इस वक्त बड़ी संख्या में होम आइसोलेशन में मौजूद मरीज ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन वह कई बार ऑक्सीजन लेवल 94 से 93 आने पर घबरा जाते हैं और अस्पताल की ओर भागते हैं।
दरअसल जिन मरीजों के ब्लड में ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है उन्हीं मरीजों को अस्पताल ले जाने की सलाह दी जा रही है। ऐसे में घर पर ऑक्सीजन लेवल को मापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर (Pulse oximeter) का होना बेहद जरूरी है। जानें क्या है पल्स ऑक्सीमीटर (Pulse Oximeter) और क्या है ऑक्सीमीटर इस्तेमाल करने का सही तरीका
1. क्या है पल्स ऑक्सीमीटर (Pulse Oximeter)
- पल्स ऑक्सीमीटर एक छोटा सा डिजिटल उपकरण होता है, जो शरीर में ऑक्सीजन लेवल की जांच करता है।
- पल्स ऑक्सीमीटर मरीज की स्थिति बिगड़ने से पहले सचेत कर देता है, ऑक्सीजन सेचुरेशन के साथ हार्ट बीट की जांच भी करता है।
2. पल्स ऑक्सीमीटर (Pulse Oximeter) इस्तेमाल करने का सही तरीका
ऑक्सीजन का स्तर मापने के लिए इसे हांथ की उंगली में फंसाया जाता है और कुछ एक सेकेंड में यह व्यक्ति के ऑक्सीजन स्तर को रीडिंग के माध्यम से स्क्रीन पर शो कर देता है। साथ ही यह शरीर में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव को भी पकड़ लेता है।
ऑक्सीमीटर (Pulse Oximeter) से ऑक्सीजन लेवल चेक करने से पहले आपकी अंगुली पर नेल पॉलिश नहीं होनी चाहिए। नाखून साफ होने चाहिए. यदि हाथ ठंडे हों तो दोनों हाथों को रगड़कर हाथ गर्म करें। ऑक्सीजन (Oxygen level) नापने से पहले कम से कम पांच मिनट के लिए आराम करना चाहिए
3. एक स्वस्थ शरीर का ऑक्सीजन लेवल कितना होना चाहिए
एक्सपर्ट्स के अनुसार, हर छह घंटे में ऑक्सीजन के लेवल पर नजर रखने की जरूरत है। बेसलाइन सैचुरेशन 94 प्रतिशत से नीचे नहीं होनी चाहिए। यदि यह 94 प्रतिशत से कम है, तो डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता हो सकती है।
4. पल्स ऑक्सीमीटर के इस्तेमाल को लेकर सरकार ने जारी की गाइडलाइन
COVID-19 मरीजों का ऑक्सीजन लेवल (Oxygen Level) ट्रैक करने के तरीके के बारे में केंद्र ने एक गाइडलाइन जारी की है। सही तरीके से ऑक्सीजन ट्रैक करने से यह स्पष्ट हो सकता है कि मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है या नहीं। सरकार ने ये गाइडलाइन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की रिपोर्ट्स के बाद जारी की है।
The pulse oximeter is used to measure the oxygen level (oxygen saturation) of the blood. But do you know how does it work? Take a look! #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/YAToaH8hIq
— MyGovIndia (@mygovindia) April 24, 2021
5. कैसे काम करता है पल्स ऑक्सीमीटर (How pulse oximeter works)
कोरोना मरीजों को दिन में कम से कम 3 से 4 बार ऑक्सीजन लेवल चेक करने की सलाह दी जाती है। जो लोग अपने घरों में आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज कर रहे हैं उनके लिए पल्स ऑक्सीमीटर (Pulse Oximeter) सबसे जरूरी उपकरण है। पल्स ऑक्सीमीटर स्किन पर एक डीम लाइट छोड़ता है और ब्लड सेल्स के मूवमेंट और उनके रंग को डिटेक्ट करता है। ये ब्लड सेल्स के कलर के आधार पर ऑक्सीजन सैचुरेशन को मापता है।
डिस्क्लेमर
इस वक्त में जब अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी (Oxygen shortage) को लेकर मारा-मारी मची हुई है, एक्सपर्ट्स घर पर ही अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करने और ऑक्सीजन लेवल को बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं। इसी कड़ी में हमने इस लेख में अपने शरीर का ऑक्सीजन लेवल चेक करने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर (pulse oximeter) इस्तेमाल करने का सही तरीका और क्या है पल्स ऑक्सीमीटर की जानकारी दी है। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी शेयर करें।
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