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PREVENTION FROM HIV | एचआईवी (HIV) के प्रति रहे सजग, जानें इलाज व बचाव

PREVENTION FROM HIV | एचआईवी (HIV) के प्रति रहे सजग, जानें इलाज व बचाव

एचआईवी (HIV) संक्रमण पोज़िटिव पाए जाने के बाद यह ज़रूरी हो जाता है कि प्रभावित व्यक्ति कई बातों का ध्यान रखें। साथ ही यह कोशिश भी की जाए की आपको इसका वायरस संक्रमित ना करें अतः रोकथाम के लिए क्या तरीके अपनाये जा सकते हैं उनके बारे में भी जानकारी रखें। इस लेख में जानते है कि कैसे इसकी रोकथाम, बचाव व उपचार करें:

एचआईवी (HIV) के लिए उपचार के विकल्प

एचआईवी (HIV) का पता लगने के तुरंत बाद उपचार जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए। एचआईवी के लिए मुख्य उपचार एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी है, जिसमें रोज़ दवाएं दी जाती है जो वायरस को प्रजनन करने से रोकते हैं। यह सीडी 4 कोशिकाओं को बचाती है, जिससे रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) मजबूत रहती है।

एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी एचआईवी (HIV) को एड्स (AIDS) में बदलने से रोकती है। यह दूसरों को एचआईवी का संक्रमण कम करने में मदद करती है।

प्रभावी उपचार होने की स्थिति में शरीर में वायरस होने के बाद भी वायरस की उपस्थिति की जांच नहीं हो पाती। अगर वह व्यक्ति एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी लेना बंद कर देता है, तो वायरल लोड फिर से बढ़ जाएगा और एचआईवी (HIV) फिर से सीडी 4 कोशिकाओं पर हमला करना शुरू कर सकता है अतः उपचार नियमित लें।

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एचआईवी दवाएं (Medication for HIV)

25 से अधिक एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी दवाएं एचआईवी (HIV) के इलाज के लिए स्वीकृत हैं। वे सीडी 4 कोशिकाओं को नष्ट होने से रोकने के साथ एचआइवी (HIV) के प्रजनन को रोकने के लिए काम करती हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं। यह एचआईवी (HIV) से संबंधित जटिलताओं को विकसित करने के जोखिम को कम करने में भी मदद करती है, साथ ही वायरस को दूसरों तक पहुँचने से रोकती है।

इन एंटीरेट्रोवायरल दवाओं को छह वर्गों में बांटा गया है:

  • न्यूक्लियोसाइड रिवर्स ट्रांस्क्रिप्टेज़ इनहिबिटर (NRTIs)
  • गैर-न्यूक्लियोसाइड रिवर्स ट्रांस्क्रिप्टेज़ इनहिबिटर (NNRTIs)
  • प्रोटीज इन्हिबिटर्स
  • फ्यूज़न इन्हिबिटर्स
  • CCR5 प्रतिपक्षी, जिसे प्रवेश अवरोधक भी कहा जाता है
  • इंटीग्रेज स्ट्रैंड ट्रांसफर इनहिबिटर्स

एचआईवी की रोकथाम (Prevention from HIV)

हालांकि कई शोधकर्ता कोशिश कर रहे हैं, लेकिन एचआईवी (HIV) के संचरण को रोकने के लिए वर्तमान में कोई टीका उपलब्ध नहीं है। हालांकि, कुछ कदम उठाने से एचआईवी के प्रसार को रोकने में मदद मिल सकती है।

सुरक्षित सेक्स: एचआईवी फैलने का सबसे आम तरीका बिना कंडोम के सेक्स या सम्भोग करना है। थोड़ी सावधानी बरतकर इस जोखिम को काफी कम किया जा सकता है। यदि किसी को एचाईवी संक्रमण की संभावना है तो ऐसे व्यक्ति:

  • एचआईवी के लिए परीक्षण करवाएं। यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी स्थिति और अपने साथी के बारे में जानें।
  • अन्य यौन संचारित संक्रमणों (एसटीआई) के लिए परीक्षण करवाएं। यदि परीक्षण पोज़िटिव आता है तो उन्हें इसका इलाज करवाना चाहिए, क्योंकि एसटीआई होने से एचआईवी के होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • कन्डोम का प्रयोग करें। उन्हें हर बार यौन संबंध बनाते समय कंडोम का उपयोग करना चाहिए। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्री-सेमिनल तरल पदार्थ में एचआईवी हो सकता है।
  • अपने यौन साथी को सीमित करें। अनेक लोगों के साथ सम्भोग ना करें।
  • यदि आपके साथी को एचआईवी का रिस्क है तो निर्देशित दवाएं लें जिससे वायरस के संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सके।

रोकथाम के अन्य तरीके (Other Prevention Methods)

कई अन्य तरीकों से आप एचआईवी (HIV) के प्रसार को रोक सकते हैं:

  • सुई या अन्य नशीली दवाओं को साझा करने से बचें। एचआईवी (HIV) रक्त के माध्यम से फैलता है और संक्रमित पदार्थों के उपयोग से भी फ़ैल सकता है।
  • PEP (पोस्ट एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस/Post-Exposure Prophylaxis) लें:  एक व्यक्ति जो एचआईवी (HIV) के संपर्क में आया है, उसे अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करने के बाद पी.ई.पी. प्राप्त करना चाहिए। पीईपी एचआईवी संक्रमण के जोखिम को कम कर सकता है। इसमें 28 दिनों तक तीन एंटीरेट्रोवाइरल दवाएं दी जाती हैं। पी.ई.पी. को एक्सपोज़र के बाद जितनी जल्दी हो सके शुरू किया जाना चाहिए, लेकिन यह 36 से 72 घंटे पहले हो।
  • PrEP लें (पूर्व-प्रसार प्रोफिलैक्सिस/Pre-Exposure Prophylaxis): एचआईवी (HIV) संक्रमण के उच्च जोखिम वाले व्यक्ति को पूर्व-प्रसार प्रोफिलैक्सिस (पीआरईपी) के बारे में अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करनी चाहिए। यदि यह लगातार लिया जाता है तो यह एचआईवी के संक्रमण या फैलने को कम कर सकता है। PrEP गोली के रूप में उपलब्ध दो दवाओं का एक संयोजन है।

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एचआईवी संक्रमण पाए जाने के बाद कैसे रखें ख्याल:

सबसे महत्वपूर्ण बात, जितनी जल्दी हो सके एंटीरेट्रोवाइरल उपचार शुरू करना चाहिए। दवाओं को बिल्कुल निर्धारित रूप में लेने से वायरल लोड को कम किया जा सकता हैं और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली मज़बूत की जा सकती है। एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ के साथ नियमित रूप से फॉलो-अप लेना भी महत्वपूर्ण है।

एचआईवी से पीड़ित लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के अन्य तरीकों में शामिल हैं:

1.उनके स्वास्थ्य को उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाएं: एचआईवी से पीड़ित लोगों की मदद के लिए निम्न कदम उठाएं:

  • संतुलित आहार लेना
  • नियमित रूप से व्यायाम करना
  • खूब आराम करना
  • तंबाकू और अन्य दवाओं से परहेज
  • किसी भी नए लक्षण की सूचना अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को तुरंत दें

2. उनके भावनात्मक स्वास्थ्य पर ध्यान दें: वे एक लाइसेंस प्राप्त चिकित्सक को दिखा सकते हैं जो एचआईवी के साथ लोगों के इलाज में अनुभवी हैं। उनके भावनात्मक स्वास्थ्य पर ध्यान दें व उनका मनोबल बढ़ाएं।

3.सुरक्षित यौन व्यवहार का उपयोग करें: उनके यौन साथी से बात करें। अन्य यौन संचारित संक्रमणों (एसटीआई) के लिए परीक्षण करवाएं। और हर बार सम्भोग के दौरान कंडोम का उपयोग करें।

4. PrEP और PEP के बारे में उनके स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से बात करें: एचआईवी रहित व्यक्ति द्वारा लगातार प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (पीआरईपी) और पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (पीईपी) से संक्रमण की संभावना बहुत कम की जा सकती है। जो लोग एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ संबंध बनाते है उनको PrEP लेने का सुझाव दिया जाता है लेकिन इसका उपयोग अन्य स्थितियों में भी किया जा सकता है।

5. परिजनों व दोस्तों के साथ रहें: जब पहली बार लोगों को उनके एचाईवी संक्रमण की उपस्थिति के बारे में बताया जाता है, तो उन्हें यह बात अपने किसी करीबी के साथ साझा करनी चाहिए व आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए। इस बिमारी से मुकाबला करने के लिए अपने परिजनों व दोस्तों का सहयोग लें।

6. सहायता लें: वे व्यक्तिगत या ऑनलाइन रूप से किसी एचआईवी सहायता समूह में शामिल हो सकते हैं व उन लोगों से बात कर सकते हैं जो इस समस्या के साथ लड़ रहे हैं। उनके अनुभव व स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या विशेषज्ञ की सहायता से वो इस परेशानी का सामना करने के लिए खुद को मज़बूत कर सकते हैं।

मेडकॉर्ड्स (MedCords) विशेषज्ञ के अनुसार कुछ प्रभावी तरीकों द्वारा आप रोकथाम के साथ उपाय व बचाव कर सकते हैं व पोज़िटिव पाए जाने के बाद भी एक स्वस्थ व सामान्य जीवन जी सकते हैं।

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