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blurred vision: जानें आंखों के धुंधलेपन से कैसे करें बचाव

blurred vision: जानें आंखों के धुंधलेपन से कैसे करें बचाव

आंखों का धुंधलापन (Blurred Vision) किसी भी इंसान के लिए नुकसानदायक होता है क्योंकि यह उसकी आंखों की रोशनी को नष्ट करता है। कई लोग आंखों के धुंधलेपन को गंभीरता से नहीं लेते क्योंकि कई बार लोग इसे मोतियाबिंद, आंखों के चश्मे का नंबर बढ़ना आदि समझ लेते है।

लेकिन जब इसकी समस्या गंभीर हो जाती है तो आपकी आंखों की रोशनी जाने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए आप इसके बारे में पूरी जानकारी रखें जिससे आपकी आंखों की रोशनी को कोई खतरा ना रहें।

आंखों में धुंधलापन क्यों होता है? (Why Blurred Vision Occurs)

आंखों में धुंधलापन (Blurred Vision) चोट लगने, ज्यादा उम्र बढ़ना, मोतियाबिंद होने, माइग्रेन से पीड़ित होने की वजह से हो सकता है। इनके कारणों के बारे में हम आगे विस्तार से बताएंगे पहले जानते है आंखों में धुंधलापन का लक्षण क्या है?

आंखों में धुंधलापन के लक्षण (Symptoms of Blurred Vision)

  • सिरदर्द होना: आंखों का धुंधलापन का एक मुख्य लक्षण सिरदर्द होना है। हालांकि,ज्यादातर लोग यह नहीं मानते लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि सिरदर्द आंखों का धुंधलापन का संकेत हो सकता है। (यह भी पढ़ें: सिरदर्द के घरेलू उपाय)
  • आंखों में दर्द होना: अक्सर, आंखों का धुंधलापन आंखों में दर्द होने पर हो सकता है इसलिए यदि किसी व्यक्ति को आंखों में दर्द की समस्या है, तो उसे इसकी जाँच करवानी चाहिए जिससे आपको आँखों में धुंधलेपन की समस्या ना हो।
  • बोलने में परेशानी होना: यदि किसी इंसान को बोलने में परेशानी होती है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए क्योंकि यह कई बार आंखों का धुंधलापन (Blurred Vision) का संकेत हो सकता है।
  • पढ़ने में परेशानी होना: आंखों का धुंधलापन होने से इंसान को अखबार या किताबों को पढ़ने में परेशानी होती है। ऐसे समय में इंसान को शब्द साफ नज़र नहीं आते, जिसकी वजह से उन्हें किसी भी वाक्य को पढ़ने में परेशानी आती है।
  • मांसपेशियों पर काबू न रहना: आंखों का धुंधलापन का अन्य लक्षण मांसपेशियों पर काबू ना रहना है।
    आंखों का धुंधलापन होने पर लोगों को शरीर में दर्द रहता है, जिसकी वजह से उन्हें मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ती है।

आंखों में धुंधलापन का कारण (Causes of Blurred Vision)

  • आंखों में चोट लगना: यदि किसी व्यक्ति की आंखों में चोट लगी हो तो उसे अपनी आंखों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे लोगों में आंखों का धुंधलापन होने की संभावना ज्यादा रहती है।
  • अधिक उम्र होना: आंखों का धुंधलापन मुख्य रूप से उम्रदराज़ लोगों (50 या उससे अधिक) वर्ष के लोगों को होती है। ऐसे लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए और आंखों में होने वाली किसी भी समस्या की सूचना आंखों के डॉक्टर को देनी चाहिए ताकि वह आंखों की जांच करके यह सुनिश्चित कर लें कि वह पूरी तरह से ठीक हैं।
  • मोतियाबिंद होना: यदि कोई व्यक्ति मोतियाबिंद से पीड़ित है तो उन्हें आंखों का धुंधलापन होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसी कारण, मोतियाबिंद से पीड़ित लोगों को इस बीमारी का पूरा इलाज करवाना चाहिए ताकि उन्हें आंखों से संबंधित अन्य गंभीर बीमारियाँ ना हो।
  • माइग्रेन से पीड़ित होना: अक्सर, आंखों का धुंधलापन माइग्रेन का भी नतीजा हो सकता है। माइग्रेन से पीड़ित लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए और अगर कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो डॉक्टर को सुचना देनी चाहिए। (यह भी पढ़ें: माइग्रेन से बचने के उपाय)
  • आंखों संबंधी किसी समस्या से पीड़ित होना: आंखों का धुंधलापन (Blurred Vision) ऐसे लोगों को हो सकता है, जिन्हें आंखों संबंधी कोई बीमारी जैसे दूर का ना दिखना, पास का ना दिखना आदि हो सकती है।

आंखों में धुंधलापन से बचाव (Prevention from Blurred Vision)

  • हेल्दी डाइट करें: हमारे खानपान का असर हमारी सेहत के साथ-साथ हमारी आंखों पर भी पड़ता है। इसलिए अगर आप स्वस्थ रहना चाहते है तो हेल्दी डाइट लें।
  • समय-समय पर आंखों की जांच करवाएं: किसी भी व्यक्ति के लिए जिस तरह से हेल्थ चेकअप करवाना जरूरी है उसी तरह उनके लिए समय-समय पर अपनी आंखों की जांच करवाना भी जरूरी है।
  • ज्यादातर समय तक कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम ना करें: आज के डिजिटल युग में सभी लोगों को कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करना पड़ता है, जिसका सीधा असर लोगों की आंखों पर पड़ता है। इसलिए आंखों के लिए व्यक्ति को ज्यादातर समय कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम नहीं करना चाहिए।
  • डायबिटीज कंट्रोल रखें: अगर कोई इंसान डायबिटीज से पीड़ित है तो उन्हें डायबिटीज कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए जिससे उन्हें ज्यादा गंभीर समस्या ना हो।
  • योग या एक्सरसाइज करें: आंखों का धुंधलापन से बचाव में योग या एक्सरसाइज करना लाभदायक साबित हो सकता है। इस प्रकार, यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से योग या एक्सरसाइज करता है, तो उसे आंखों का धुंधलापन होने की संभावना कम रहती है। (यह भी पढ़ें: एक्सरसाइज करने के फायदे)

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग किसी भी प्रकार से दवाई या डॉक्टर से लिया गया इलाज का विकल्प नहीं है। किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से  www.aayu.app पर परामर्श लें ।

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    very informative

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