Postpartum Mental Health: कोरोना महामारी के दौरान गर्भवती महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य का खतरा बढ़ा- रिपोर्ट
Postpartum Mental Health: कोरोना महामारी के समय में नई मांओं में मेंटल हेल्थ, डिप्रेशन का 30 प्रतिशत खतरा बढ़ा है। हाल ही में कनैडियन मेडिकल एसोसिएट जर्नल (Canadian Medical Association Journal) में प्रकाशित एक रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि कोरोना महामारी के दौरान 30 प्रतिशत नई मांओं में मेंटल हेल्थ का खतरा बढ़ा है। इस दौरान बच्चे को जन्म देने वाली मांओं में एंजाइटी, तनाव, डिप्रेशन का खतरा देखा गया।
1. गर्भवती महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य पर अध्ययन (Reports on Postpartum Mental Health)
137,000 महिलाओं पर ओंटारियो में किए गए अध्ययन में सामने आया है कि महामारी के दौरान गर्भवती महिलाओं ने मानसिक स्वास्थ्य (Postpartum Mental Health) के लिए 30 प्रतिशत अधिक उपचार लिया।
शोध में खुलासा हुआ है कि नई मांओं द्वारा चिंता और अवसादग्रस्तता विकारों के दौरे मार्च से नवंबर 2020 तक महामारी से पहले के स्तर की तुलना में 39% अधिक थे, वहीं मादक द्रव्यों के सेवन से उत्पन्न विकारों के दौरे भी बढ़े थे। यह शोध कनाडाई मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
मानसिक स्वास्थ्य (Postpartum Mental Health) पर किए अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ. सिमोन विगोड का कहना है कि , कम आय वाली महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपचार में कम वृद्दि देखी गई है बजाय अमीर महिलाओं के। उन्होंने इसका कारण, गरीब महिलाओं के पास समय का अभाव, वाई-फाई की असुविधा और टेली हेल्थ की सुविधा न होने के कारण भी हो सकता है। डॉ. सिमोन विगोड टोरंटो विश्वविद्यालय से संबद्ध महिला कॉलेज अस्पताल में मनोचिकित्सा के प्रमुख भी हैं।
2. मानसिक स्वास्थ् का इलाज जरूरी है- (Postpartum mental health issues are very treatable)
डॉ, सिमोन विगोड कहते हैं कि प्रसव के बाद पैदा होने वाले मानसिक स्वास्थ्य का इलाज संभव है लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी के चलते यह महिलाओं को प्रभावित करने वाली दीर्घकालिक समस्या बन सकता है।
महिलाओं में प्रसव के बाद चिंता और अवसाद की स्थिति नवजात के स्वास्थ्य पर भी दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभाव छोड़ सकती है। प्रसव के बाद महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य आगे चलकर बच्चों की सामाजिक और भावनात्मक समस्या बन सकते हैं।
3. सामाजिक अलगाव नई मांओं में मानसिक स्वास्थ्य का बड़ा कारण (Causes of Postpartum mental health)
शोधकर्ता डॉ. विगोड का कहना है कि प्रसव के बाद महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) के मामलों में वृद्दि का बड़ा कारण सोशल डिस्टेंसिंग और अलगाववाद है। इस दौरान वायरस के डर से कई सामाजिक समर्थनों को बंद कर दिया गया, जिन पर नए माता-पिता भरोसा करते हैं। जिसमें परिवार, दोस्त, और नर्सों की मदद शामिल है।
4. नई मांए कैसे लें मानसिक स्वास्थ का इलाज ? (Postpartum mental health Treatment)
महामारी के दौरान बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं का सामाजिक सपोर्ट बंद कर दिया गया जिसके चलते मानसिक स्वास्थ्य की समस्या बढ़ी। हालांकि यह सिर्फ मां और बच्चे की वायरस से सुरक्षा के चलते किया गया। लेकिन मानसिक स्वास्थ्य (Postpartum mental health) को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, यह आगे चलकर एक गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। मां और बच्चा दोनों के स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकता है। माना कि आप अस्पताल नहीं जा सकते लेकिन अस्पताल तो आपके पास आ सकता है। जी, हीं आप अब घर बैठे भी विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं साथ ही दवाईयां भी घर बैठे-बैठे मंगवा सकते हैं।
डिस्क्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी कनैडियन मेडिकल एसोसिएट जर्नल (Canadian Medical Association Journal) में प्रकाशित रिपोर्ट के आधार पर दी गई है। यह जानकारी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति आपकी जागरूकता बढ़ाने के लिए है। यह किसी भी प्रकार से योग्य चिकित्सक का विकल्प नहीं है, इसलिए किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करने के लिए आयु ऐप डाउनलोड करें या कॉल करें- 781-681-11-11 पर।
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