आखिर क्यों होते हैं मुँहासे? जानें लक्षण और उपचार! Pimples-causes & symptoms
मुँहासे त्वचा संबंधी रोग है जो काफी परेशान करती है। मुँहासे की समस्या 17-21 की उम्र में अधिक देखने को मिलती है क्योंकि इस उम्र में हार्मोन्स जैसे एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में उतार चढ़ाव होता रहता है। जिसकी वजह से चेहरे में तेल का स्राव ज्यादा होता है जिसके कारण मुँहासे होने लगते हैं।
स्किन के रोम छिद्र या पोर्स अंदर से तेल ग्रंथी (Oil Glands) वाली कोशिकाओं (Cells) से जुड़े हुए होते हैं जिनके कारण सीबम ऑयल स्किन (Sybum Oil Skin) के रोम छिद्र में उत्पन्न होता है। सीबम खराब सेल्स को रोम छिद्र से बाहर लाने में मदद करता है और नए सेल्स बनाते हैं परंतु हार्मोन असंतुलन (Hormone Imbalance) के कारण जब ज़्यादा सीबम तेल बनने लगता है, तब यह तेल इन रोम छिद्रों को बंद कर देता है जिसके कारण मुँहासे या दाने होने लगते हैं।
- क्या हैं मुँहासे? (What is Pimples?-in Hindi)
- मुँहासे के लक्षण क्या-क्या हैं? (Symptoms of Pimples-in Hindi)
- मुँहासे कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Pimples-in Hindi)
- मुँहासे के कारण कौन-कौन से हैं? (Causes of Pimples-in Hindi)
- मुँहासे का उपचार कैसे किया जा सकता है? (Cataract Treatment-in Hindi)
1. क्या हैं मुँहासे? (What is Pimples? -in Hindi)
हमारे शरीर में वात-पित्त कफ दोष होते हैं। वात, पित्त और कफ तीन प्रकार की जैविक ऊर्जा (Organic Energy) होते हैं जो व्यक्ति की प्रकृति निर्धारित करते हैं। वे व्यक्ति के शरीर के प्रकार और व्यक्तित्व की विशेषताओं को निश्चित करते है। जिनके असंतुलित होने पर शरीर में कई तरह की बीमारियाँ हो सकती हैं।
इसी प्रकार मुँहासों में मुख्यत पित्त और कफ दोष के असंतुलित होने के कारण त्वग्वसीय ग्रन्थि (Sebecaus gland) में रुकावट आ जाती है। जिसके कारण त्वचा में उपस्थित छोटे-छोटे छिद्र (Pores) बंद हो जाते हैं और त्वचा से निकलने वाला तेल छिद्र (Pores) में इकट्ठा होने लगता है जिसकी वजह से त्वचा में गोल आकार के छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं जिन्हें मुँहासे कहते हैं।
यह असंतुलित दोष (Imbalance Dosha) शरीर में पहुँचकर हमारी पाचन क्रिया (Digestive system) कमजोर या खराब कर देते हैं जिसकी वजह से खाया हुआ खाना अच्छे से नहीं पच पाता और पेट भी अच्छे से साफ नहीं हो पाता। अगर आपका पेट अच्छे से साफ नहीं होगा तो हमारे शरीर के विषाक्त (Toxin) बाहर ना निकलकर शरीर के खून को गंदा कर देते हैं। जिसकी वजह से चेहरे के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं।
2. मुँहासे के लक्षण क्या-क्या है (Symptoms of Pimples-in Hindi):
किसी भी अन्य समस्या की तरह मुंहासे के भी लक्षण होते हैं, जो इसके होने के संकेत देते हैं। इसी कारण हर व्यक्ति को इन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और इनके होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- त्वचा का लाल पड़ना: यदि किसी व्यक्ति की त्वचा लाल पड़ जाती है, तो वह मुँहासे का लक्षण हो सकती है।इसी कारण इस लक्षण को नज़रअदाज़ ना करें और तुरंत इलाज करवाएं।
- त्वचा में खुजली होना: कई बार ऐसा देखा गया है कि मुँहासे होने पर त्वचा पर खुजली होने लगती है। लेकिन इन्हें हम काबू में रख सकते है।
- त्वचा में दर्द होना: यदि किसी व्यक्ति की त्वचा पर दर्द होता है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह मुँहासे का लक्षण हो सकती है। इसी कारण इस स्थिति में किसी भी तरह के कदम को उठाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- गर्मी लगना: अधिक मात्रा में गर्मी लगने पर सामान्य माना जाता है लेकिन यह मुँहासे का मुख्य लक्षण है इसलिए इसे गंभीरता से लें।
- फुंसी होना: यदि किसी व्यक्ति को चेहरे और पीठ इत्यादि पर फुंसी होती है, तो यह भी मुँहासे का लक्षण है।
3. मुँहासे कितने प्रकार के होते है (Types of Pimples-in Hindi)
- सफेद दब्बे होना: यह मुंहासों का एक सामान्य प्रकार है, जो उस स्थिति में होता है, जब त्वचा के छिद्र सीबम और मृत कोशिकाओं से भर जाता है। सफेद दब्बों (Whiteheads) का उपचार करना मुश्किल है क्योंकि इस स्थिति में छिद्र पूरी तरह से बंद हो जाते है।
- काले दब्बे होना: काले दब्बे (Blackheads) तब होते हैं जब त्वचा के छिद्र सीबम और मृत त्वचा कोशिकाओं के संयोजन (Combination) से भरा होता है। बाकी भाग भरा होने के बावजूद, छिद्र का सामने वाला भाग खुला रहता है। इसके परिणामस्वरूप त्वचा का रंग काला पड़ जाता है।
- फुंसी होना: यह स्थिति तब होती है जब फैट ग्लैंड संक्रमित हो जाती है और इसके कारण त्वचा में सूजन, लाल दब्बे पड़ जाते हैं।
- सिस्ट का होना: सिस्ट की समस्या मुख्य रूप से उस स्थिति में होती है, जब छिद्र में बैक्टीरिया, सीबम और मृत कोशिकाएं इकट्ठा होते हैं। इसकी वजह से त्वचा पर लाल दब्बे पड़ सकते हैं, जिन्हें छूने पर दर्द हो सकता है।
4. मुँहासे के कारण कौन-कौन से है (Causes of Pimples-in Hindi)
आहार योजना या डाइट: ज्यादा तैलीय (Oily), मिर्च मसाला (Spicy) खाना; बाहर की चीजे जैसे पिज्जा, बर्गर, पेस्ट्री, आइक्रिम, आदि खाना मुंहासे निकलने की वजह होते हैं।
आनुवांशिक (Heridity): यदि आपके परिवार में माता या पिता में से किसी को मुँहांसो की शिकायत हो सकती है तो आपको भी मुँहासे हो सकते है।
संक्रमण (Bactria)- चेहरे पर मुँहासों का होना (Bacterial) भी एक मुख्य कारण है क्योंकि मुँहासे जीवाणुओं की वजह से होता है जिसकी वजह से चेहरे पर लाल रंग के दाने निकलने लगते हैं जिनको छूने पर दर्द होता है।
मानसिक तनाव (Mental Stress): चेहरे पर का एक कारण मानसिक तनाव भी है क्योंकि ज्यादा मानसिक तनाव होने की वजह से शरीर में मौजूद हार्मोन्स असंतुलित होने के कारण स्ट्रेस हार्मोन्स का स्राव ज्यादा होने लगता है। जिसकी वजह से चेहरे पर मुंहासे होने लगते हैं।
गर्भनिरोधक दवायें (Contracaptive pills): जो महिलाऐं गर्भनिरोधक दवा ज्यादा खाती है उनमे शरीर के हार्मोन्स जैसे एन्ड्रोजन (Androgen) और प्रोजेस्ट्रोन (Progestrone) असंतुलित होकर त्वगवसा (Sebum) का स्राव (Secretion) ज्यादा होने लगता है जिसके कारण त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं और मुँहासे हो जाते हैं।
5. मुँहासे का उपचार कैसे किया जा सकता है (Cataract Treatment-in Hindi)
- घरेलू नुस्खे अपनाना: मुंहासों का उपचार कई सारे घरेलू नुस्खों से किया जा सकता है। आप एलोवेरा, सिरका आदि का इस्तेमाल कर सकते है और इसके साथ शहद और दालचीनी का मास्क बनाकर उसे चेहर पर लगाएं।
- दवाई लेना: यदि किसी व्यक्ति को घरेलू नुस्खों को अपनाने के बावजूद मुँहासे की समस्या से छुटकारा नहीं मिल रहा, तो वह दवाई लें सकते है।
- क्रीम लगाना: कई बार मुंहासों के उपचार के लिए क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है। इस क्रीम को मुँहासे वाली जगह पर लगाया जाता है, जिससे मुँहासे खत्म हो सकते है।
- अधिक मात्रा में पानी पीना: मुँहासे होने का एक और कारण शरीर में पानी की कमी होना है, इसी कारण मुँहासे से पीड़ित व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति मुँहासे से परेशान है, तो उसे दिन में 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।
- हेल्थी डाइट अपनाना: खराब या तले हुए भोजन को खाने से मुंहासे होते हैं, इसी कारण व्यक्ति को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पौष्टिक से भरपूर भोजन खाएं, जो उसके शरीर में आवश्यक पदार्थ पहुँचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
अस्वीकरण: आपकी पर्सनलिटी को सबसे अधिक आपका चेहरा और कपड़े ही दिखाते हैं। हर कोई सुंदर दिखना चाहता है, ऐसे में न चाहते हुए भी चेहरे पर मुँहासे, झुर्रियां होना, हमें बुरा महसूस करवाता है। चेहरे पर मुँहासे कई कारणों से होते हैं, कई बार लंबे समय तक मुँहासे शरीर में किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा करते हैं, ऐसे में समय रहते डॉक्टर से परामर्श ले लेना चाहिए। घर बैठे किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करने के लिए अभी डाउनलोड करें आयु ऐप.
Mire face par kafi pimpals hogay h