पेट में गांठ दूर करने के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके | Daily Health Tip | Aayu App
“अगर आपको पेट में गांठ की समस्या है तो आपको ऐसे पदार्थ नहीं खाने चाहिए जिनसे एसिड बनता है। “
” If you are suffering from Abdominal Lump, try to avoid eating food which produces acid in your body. “
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पेट में गांठ और सूजन कभी भी और कही भी हो सकता है। पेट में सूजन होने पर यह बाहर की ओर दिखने लगता है। पेट में गोला जैसा लगता है जो एक गांठ बन जाती है। जिससे काफी ज्यादा दर्द होता है जैसे हर्निया, लिपोमा, ट्यूमर आदि से जुडी समस्या उत्पन्न कर सकता है। पेट की गांठ कठोर या नर्म हो सकती है जो पीड़ादायक होती है। यह खास लक्षण पैदा नहीं करते। लेकिन कुछ मामलों में कब्ज, पेट दर्द, गुदा से रक्तस्त्राव, उल्टी, जी मिचलाना आदि लक्षण दिखते है।
पेट में गांठ के कारण:
- पेट में गांठ कारण व जोखिम के वजह से नजर आता है। यदि पेट के ऊपरी दिशा में गांठ नजर आती है। कुछ गांठ हर्निया का कारण हो सकता है। पेट में गांठ के कुछ सामान्य कारण भी हो सकते है जैसे अंडाशय के पास सिस्ट बनना।
- पित्ताशय की पथरी के कारण भी पेट में गांठ हो सकती है। पित्त की थैली से बाहर हो जाता है।
- हिमोमोटा में त्वचा के नीचे रक्त का जमाव हो जाता है। इसके कारण रक्तवाहिनियां टूटने लगती है।
- लिपोमा जो चर्बी की गांठ होती है, कैंसर के कारण पेट में गांठ की समस्या हो सकती है।
- कुछ अन्य रोग भी पेट में गांठ के जिम्मेदार हो सकते है। जैसे क्रोन रोग, अंडाशय में फोड़ा, लिवर बढ़ना इत्यादि।
पेट में गांठ के लक्षण:
पेट में गांठ कारणों पर निर्भर करता है। पेट में गांठ के निम्न लक्षण है।
- पेशाब में दर्द होना।
- पेट फूल जाना।
- छाती में दर्द होना।
- भूख में कमी आना।
- भोजन निगलने में कठिनाई होना।
- कब्ज की समस्या होना।
- पेट में दबाव महसूस होना।
- पेशाब अधिक या कम होने जैसी परिस्थिति होना।
- गांठ के नजदीक स्थान पर सूजन व दर्द होना।
- दस्त की समस्या होना।
पेट में गांठ के निदान:
- पेट में गांठ का परीक्षण करने के लिए पहले चिकिस्तक मरीज का पहले का इतिहास पूछते है। जैसे कि पहले से कोई बीमारी थी या नहीं। पेट में गांठ किस तरह बनी है। यह सब जानकारी लेते है। जानकारी के आधार पर गांठ के आसपास की त्वचा को देखते है कि वह कितनी प्रभावित हुई है।
- पेट में गांठ के कारण को पता लगाने के लिए चिकिस्तक कुछ टेस्ट करते है। इन टेस्ट में इमेजिंक टेस्ट, कोलोनोस्कोपी, अन्य टेस्ट में ब्लड टेस्ट, एंजियोग्राफी, बेरियम एनिमा, आइसोटोप स्टडी इत्यादि शामिल है। इनके द्वारा पेट में कारण का सही पता लगाते है।
पेट में गांठ का उपचार:
- पेट में गांठ का उपचार गांठ के कारणों पर निर्भर करता है। इसके कारण का पता लगाने के बाद चिकिस्तक मरीज को दवा व ऑपेरशन की सहायता से इलाज करते है।
- पेट में गांठ को बाहर निकालने के लिए चिकिस्तक विभिन्न प्रक्रिया करते है जैसे यदि हर्निया के कारण पेट में गांठ हो रही है तो उसे लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से सही किया जाता है।
- गांठ को छोटा करने के लिए कीमोथेरेपी व रेडिएशन थेरेपी का उपयोग किया जाता है।
- पेट में सामान्य गांठ होती है तो बिना उपचार के अपने आप ठीक हो जाती है।
- कुछ दवाएं भी दी जाती है ताकि एसिड रिफ्लेक्शन को कम किया जा सके। इस दवाओं में एच 2 ब्लॉकर, एंटासीड्स आदि शामिल है।
पेट में गांठ होने से बचाव:
पेट में गांठ होने से बचाव करने के लिए निम्न उपाय कर सकते है।
- एसिड बनाने वाले खाद्य पदार्थो का सेवन करने से बचें।
- अत्यधिक वजन वाली वस्तुओं को ना उठाएं।
- धूम्रपान का सेवन ना करें।
- स्वस्थ भोजन करें और स्वस्थ बने रहें।
- भोजन के बाद लेटने या मुड़ने की प्रक्रिया ना करें।
- बीमारी शुरू होने पर तुरंत चिकिस्तक से जांच करवाएं।
- मांसपेशियो को मजबूत बनाने के लिए रोजाना व्यायाम करें।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आयु ऐप (AAYU App) पर डॉक्टर से संपर्क करें.
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