विटामिन ई का अच्छा स्त्रोत है पाम ऑयल, जानें इसे भोजन में शामिल करने का तरीका
पाम ऑयल में प्रचुर मात्रा में विटामिन ई यौगिक (Compound) होते है, जिसमें टोकोफेरोल और टोकोट्रिनोल शामिल है। इन यौगिकों (Compound) में एंटी-ऑक्सीडेंट प्रभाव होता है, जो कोशिकाओं को चयापचय प्रक्रियाओं (Metabolic Reaction) द्वारा उत्पादित विषाक्त रासायनिक (Chemicals) के नुकसान से बचाता है जबकि टोकोफ़ेरॉल एक व्यापक रूप से ज्ञात और शोधित यौगिक (Widely Known and Researched Compound) है।
लिवर शरीर के लिए बहुत जरूरी है। ये मेटाबोलिक कार्यों के लिए जिम्मेदार है। ये आपके फूड के पौष्टिक तत्वों को बदल कर शरीर के इस्तेमाल योग्य बनाता है। जब आपके लिवर में समस्या होती है तो आपको कुछ लक्षण दिखते है। शरीर में होने वाले परिवर्तन को लिवर संबंधी समस्या का संकेत माना जाता है। आमतौर पर लिवर की समस्या शराब के ज्यादा सेवन से होती है।
आइये सबसे पहले हम आपको बताते है लिवर की समस्या के लक्षण।
लिवर की समस्या के लक्षण:
त्वचा में खुजली: त्वचा में खुजली को आमतौर पर नजरअंदाज किया जाता है जबकि विशेषज्ञों का कहना है कि ये दिल के रोग का शुरुआती लक्षण है। अगर त्वचा में खुजली हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
त्वचा का रंग बदलना: अगर आपकी आंखें या त्वचा पीली पड़ रही है तो सावधान हो जाएं हालांकि ये पीलिया (Jaundice) का भी लक्षण हो सकता है। शरीर में बिलीरुबिन का स्तर ज्यादा होने से त्वचा या आंखों के रंग में बदलाव आता है। त्वचा या आंखों का रंग बदलने पर दिल के रोग का लक्षण होता है।
वजन का बढ़ना: अचानक शरीर का वजन बढ़ जाना भी दिल के लिए खतरा हो सकता है। ये लिवर सिरोसिस का संकेत भी हो सकता है। लिवर सिरोसिस होने पर स्वस्थ्य टिश्यू की जगह धीरे-धीरे घाव के निशान उभर आते है। ये घाव के निशान दिल तक रक्त के प्रवाह को रोक देते है।
वजन का गिरना: शरीर के वजन में कमी को हल्के में ना लें। ये हेपेटाइटिस-सी का संकेत हो सकता है। हेपेटाइटिस-सी एक वायरल संक्रमण है। जिसकी वजह से दिल के सूजन होने का डर रहता है।
मलेशिया और लीबिया के शोधकर्ताओं की एक टीम ने हाल ही में चूहों के यकृत कोशिकाओं पर हथेली के तेल से निकाले गए टोकोट्रिनॉल के प्रभाव की जांच की।
टीम ने प्रतिलेखन कारक (transcription factor) Nrf2 से प्रभावित जीन (Gene) के अभिव्यक्ति स्तर (expression level) की जांच की, और सेलुलर नाभिक (Cellular Nucleus) में एक ही कारक का अनुवाद (Translocation of same factor)। Nrf2 चयापचय प्रक्रियाओं (Metabolic Reaction) की प्रतिक्रिया में चरण। दवा चयापचय को अपग्रेड करने के लिए जाना जाता है।
टीम ने देखा कि चूहों की यकृत (लिवर) कोशिकाओं में Nrf2 का अनुवाद खुराक पर निर्भर है, और कार्यात्मक रूप से प्रासंगिक (Functional) है।
हमने पाया कि पाम ऑयल निकालने के 60 मिनट के बाद प्रशासन में लिवर सेल न्यूक्लियस में Nrf2 ट्रांसलोकेशन का अधिकतम प्रभाव दिखता है। कई Nrf2 जीनों को विनियमित (Regulated) किया।
पाम ऑयल विटामिन ई का एक अच्छा स्रोत है, और कई अध्यनों ने प्रतिरक्षा प्रणाली पर लाभकारी प्रभाव दिखाया है, जिसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और कैंसर विरोधी गतिविधि शामिल है और साथ ही साइटोप्रोटेक्टिव क्रियाएं भी शामिल है। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि ये निष्कर्ष विभिन्न प्रकार के रोगों के लिए आसानी से उपलब्ध उपचार का मार्ग प्रशस्त (Cover) करते है।
अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐपडाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है।