World Hepatitis Day (विश्व हेपेटाइटिस दिवस) : लिवर संक्रमण से जुड़ा सबसे बड़ा कारण
हेपेटाइटिस फाउंडेशन के अनुसार हेपेटाइटिस-बी दुनिया भर में लिवर संक्रमण का प्रमुख कारण है। WHO के अनुसार 2016 तक दुनियाभर में लगभग 25 करोड़ लोग हेपेटाइटिस-बी से संक्रमित थे। एक आंकड़े के अनुसार दुनिया भर में सालभर में 7 लाख लोगों की मौत हो जाती है। भारत की बात की जाए तो हेपेटाइटिस-बी और सी से संक्रमित लोगों की संख्या 6.5 करोड़ के करीब है जबकि लगभग 2.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है। हेपेटाइटिस बी के लक्षण दिखने में 60 से 150 दिन लगते है।
हेपेटाइटिस के लक्षण:
हेपेटाइटिस के संक्रमण के लक्षणों में भूख नहीं लगना, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, हल्का बुखार और पेट में दर्द रहता है। कुछ लोगों में जी-मचलाना, उल्टी, आँखों और त्वचा का पीला हो जाना या फूला हुआ पेट आदि लक्षण दिखते है।
हेपेटाइटिस होने का मुख्य कारण:
हेपेटाइटिस वायरस जनित बीमारी है जो लिवर पर हमला करके क्षति पहुंचाता है। यह रक्त द्वारा, असुरक्षित यौन संबंध, उपयोग की गई सूचि या फिर संक्रमण द्वारा शिशु में पहुंच सकता है।
- भूख ना लगना
- उल्टी आना
- त्वचा या आँखों के सफ़ेद हिस्से का पीला पड़ जाना
- बुखार और थकान होती है
हेपेटाइटिस का उपचार क्या है?
केवल हेपेटाइटिस ए और बी के लिए वैक्सीन उपलब्ध है। हेपेटाइटिस का फ़िलहाल कोई उपचार नहीं है। हेपेटाइटिस से बचाव के लिए स्वच्छ भोजन और सफाई सबसे अच्छा तरीका है।
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हेपेटाइटिस के मिथ्स क्या है?
हेपेटाइटिस और पीलिया एक समान है
पीलिया में शरीर में बिलिरूबिन का जमाव हो जाता है। पीलिया कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से एक हेपेटाइटिस है।
हेपेटाइटिस के सभी वायरस एक ही तरह से फैलते है
हेपेटाइटिस ए और ई संक्रमित भोजन और पीने के पानी से फैलता है। संक्रमित चीजों को छूने से भी यह संक्रमण फैल सकता है हालांकि हेपेटाइटिस बी और सी से संक्रमित होने के लिए रक्त या शरीर के तरल पदार्थों से संपर्क करें।
हेपेटाइटिस बच्चों में अधिक गंभीर होता है
नहीं, यह सही नहीं है। हेपेटाइटिस ए वायरस के गंभीर संक्रमण से मरने वाले कुल लोगों में से सबसे अधिक 50 या उससे अधिक आयु वर्ग के लोग होते है।
हेपेटाइटिस बी लाइलाज है
हेपेटाइटिस बी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसका प्रबंधन किया जा सकता है। कई दवाएं है, जो इसके लक्षणों को कम कर देती हैं। क्रॉनिक हेपेटाइटिस-बी से पीड़ितों को हमेशा दवा का सेवन करना पड़ता है।
वैक्सीन से हेपेटाइटिस सी की रोकथाम संभव है
हेपेटाइटिस ए और बी को वैक्सीन से रोका जा सकता है, लेकिन हेपेटाइटिस सी को नहीं। हेपेटाइटिस सी के लिए वैक्सीन नहीं बनी है लेकिन इनके लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
खाने के बर्तन साझा करने से हेपेटाइटिस हो सकता है
हेपेटाइटिस सी खाने के बर्तन, भोजन या पेय पदार्थ साझा करने से नहीं फैलता। यह संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने या उसे गले लगाने से नहीं फैलता। हेपेटाइटिस सी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तब फैलता है, जब पीड़ित व्यक्ति का संक्रमित रक्त किसी भी तरह से स्वस्थ व्यक्ति के रक्त के संपर्क में आए।
हेपेटाइटिस वंशानुगत (Hereditary) बीमारी है
हेपेटाइटिस आनुवंशिक (Genetic) बीमारी नहीं है। हालाँकि, हेपेटाइटिस बी वायरस जन्म के दौरान माँ से बच्चे में स्थानांतरित (Transfer) हो सकता है। इसे माँ के हेपेटाइटिस बी वायरस की स्थिति की पहचान कर और बच्चे के जन्म के 12 घंटों के भीतर टीकाकरण कर रोका जा सकता है।
सभी हेपेटाइटिस वायरस एक जैसे होते है
हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी, ई अलग-अलग प्रकार के वायरस है। इनके ट्रांसमिशन के तरीके अलग-अलग है।
वायरल हेपेटाइटिस से पीड़ित सभी रोगियों को पीलिया होता है
ऐसा ज़रूरी नहीं है। कई बार हेपेटाइटिस से पीड़ित व्यक्ति में पीलिया की जगह बुखार, उल्टी, भूख ना लगना, जी मचलाना, और सुस्ती जैसे लक्षण भी हो सकते है।
अगर हेपेटाइटिस ए हुआ है, तो दूसरा हेपेटाइटिस नहीं होगा
हेपेटाइटिस ए से प्रभावित रोगी केवल हेपेटाइटिस ए के खिलाफ जीवन भर इम्यून रहता है। उसे अन्य हेपेटाइटिस का संक्रमण हो सकता है।
पीड़ित केवल उबला खाना ही खा सकता है
यह ज़रूरी नहीं है कि भोजन उबला हुआ हो। हल्दी को भोजन में ज़रूर शामिल करें। हालाँकि, ग्लूकोज के घोल, गन्ने के रस, करेले और मूली के सेवन से बचना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है।