Mucormycosis: कोरोना के बाद अब ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ बीमारी का बढ़ा खतरा, सीएम गहलोत की अपील

Mucormycosis: कोरोना मरीज़ों में एक नई गंभीर बीमारी ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ का खतरा बढ़ रहा है। इसे लेकर सरकार ने भी लोगों से अपील की है। ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ बीमारी के चलते आंखों में फंगल इंफेक्शन हो जाता है। इंफेक्शन बढ़ने पर रोशनी जाने का खतरा रहता है।
- इतना ही नहीं मामला ज्यादा गंभीर होने पर यह फंगल इंफेक्शन (fungal infection after covid) दिमाग में फैलने लगता है। आइए जानते हैं ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ बीमारी के क्या है, इसके बचाव और प्रभाव के बारे में- (mucormycosis, mucormycosis symptoms, black fungus, mucormycosis treatment, post covid fungal infection)
1. कोरोना के बाद भारत में नई बीमारी म्यूकोरमाइकोसिस की दस्तक (new disease in india after corona)
कोविड-19 (COVID) के संक्रमण से ठीक हुए लोगों में अब ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ (Mucoramycosis) बीमारी का खतरा बढ़ रहा है। इससे कई लोगों की मौत (Death) भी हुई है। इस बीमारी में दिमाग समेत शरीर के कई अंगों के खराब होने का खतरा है। इसको लेकर मुंबई और अहमदाबाद में अलर्ट जारी किया गया है।
2. म्यूकोरमाइकोसिस क्या है। What is mucormycosis in Hindi?
म्यूकोरमाइकोसिस बीमारी (mucormycosis) एक प्रकार का फंगल इंफेक्शन (fungal infection) होता है। जो नाक से शुरु हो कर धीमे-धीमे आंखों तक फैल जाता है। इस बीमारी को पहले जाइगोमाइकोसिस (Zygomycosis) कहा जाता था। अगर आपको नाक में सूजन या ज्यादा दर्द हो, आंखों से धुँधला दिखने लगे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
म्यूकोरमाइकोसिस (Mucormycosis) के संक्रमण के बाद आंखों की रोशनी चली जाती है। अंधेरा छा (black fungus infection) जाता है। यदि इंफेक्शन ज्यादा गंभीर अवस्था में पहुंचता है तो मेनिनजाइटिस और साइनस क्लोटिंग का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए इसे ब्लैक फंगस (Black Fungus) भी कहते हैं।
3. म्यूकोरमाइकोसिस के लक्षण mucormycosis symptoms
डॉक्टरों के मुताबिक, म्यूकोरमाइकोसिस (Mucormycosis) आंखों की पुतलियों के आसपास के इलाके को लकवाग्रस्त कर सकता है। ज्यादा दिनों तक संक्रमण फैला तो आंखों की रोशनी जाने का खतरा बढ़ जाता है। यह बीमारी डायबिटीज़ से ग्रस्त कोरोना रोगियों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकती है।
4. म्यूकोरमाइकोसिस के अब तक आ चुके हैं इतने मामले
दिल्ली में सर गंगराम अस्पताल में म्यूकोरमाइकोसिस (mucormycosis) के अब 12 मामले सामने आ चुके हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक, अगर 15 दिनों में इसका इलाज न किया जाए तो यह दिमाग को भी संक्रमित कर सकता है। ऐसे में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी भी प्रकार से डरना नहीं है बल्कि सतर्क रहना है ताकि सही समय पर इलाज मिल सके।
5.पोस्ट कोविड मरीज़ों को भी हो रही है म्यूकोरमाइकोसिस (post covid fungal infection)
एक अंग्रेजी समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, गंभीर कोरोना मरीजों में म्यूकोरमाइकोसिस (Mucormycosis) के मामले देखने को मिले हैं। म्यूकोरमाइकोसिस (Mucormycosis) इंफेक्शन पोस्ट कोविड पेशेंट यानी कोरोना (post covid fungal infection) से ठीक हो चुके मरीजों को भी घेर रही है । इसलिए देश के सभी डॉक्टरों को कहा गया है कि पोस्ट कोविड पेशेंट को लेकर अलर्ट रहें। उनमें होने वाले साइड इफेक्ट को गंभीरता से लें, ताकि समय पर इलाज हो सके।
सीएम गहलोत की लोगों से अपील
सीएम अशोक गहलोत ने कोरोना (COVID-19) के बाद अब ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ (Mucoramycosis) बीमारी के बढ़ रहे खतरे के प्रति प्रदेशवासियों को आगाह करते हुये सावधानी बरतने की अपील की है।
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