Latest health updates: कोरोना वायरस से लड़ने में कोविड वॉरियर्स का सहायक बना MeD ROBO
कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण ने दुनिया में भारी नुकसान किया है, कई मायनों में- विश्व बैंक के मुताबिक, जिससे उबरने में काफ़ी वक़्त लगेगा। कोरोना महामारी (Corona pandemic) ने सबसे ज्यादा दबाव हेल्थ सेक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों पर डाला है।
ऐसे में भुवनेश्वर के ईस्ट कोस्ट रेलवे सेंट्रल अस्पताल में कोविड मरीज़ों का इलाज कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए एक मेडिकल रोबोट MeD ROBO का इस्तेमाल किया जा रहा है। मेडिकल रोबोट Med ROBO का इनोवेशन खुद ईस्ट कोस्ट रेलवे ने किया है।
1. कोविड वॉरियर्स का सहायक बना MeD ROBO
ओडिशा के एक कोविड अस्पताल में इनकी मदद करने और इनको संक्रमण से बचाने के लिए एक रोबोट (Robots in Covid Hospitals) की मदद ली जा रही है। ये रोबोट कोरोनावायरस वार्ड में मरीज़ों के बीच में उन्हें दवा, खाना और दूसरी चीजों के लिए मदद करता है, जिसमें किसी फिजिकल कॉन्टैक्ट की जरूरत नहीं है।
MeD ROBO रोबोट में लगा सेंसर मरीज के शरीर का तापमान चेक करके फिर उसे स्मार्टफोन की स्क्रीन पर डिस्प्ले कर सकता है। अगर मरीज का सामान्य से ज्यादा तापमान होता है, तो मेडिकल रोबोट MeD ROBO तुरंत सिग्नल देता है ताकि हॉस्पिटल का स्टाफ मरीज को अटेंड कर सके।
2. सर्दियों में कोरोना संक्रमण से बढ़ेंगी ये बीमारियाँ
सर्दियां (Winter Season) आने वाली हैं इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने चेतावनी दी है कि इस मौसम में कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप और अधिक बढ़ सकता है, इसके अलावा WHO ने सर्दी के मौसम में कई तरह की बीमारियों के बढ़ने की संभावना जताई है।
‘इंडियन कॉलेज ऑफ फिजिशियन’ के डीन के मुताबिक, ठंडे तापमान में वायरस से दुनियाभर के लोगों को सांस संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने स्पष्ट उदाहरण दिया कि फ्लू वायरस सर्दियों में सबसे अधिक मौत का कारण बनता है।
उन्होंने बताया कि दुनिया के समशीतोष्ण भौगोलिक क्षेत्रों में सर्दियों के दौरान कोरोनोवायरस संचरण अधिक रह सकता है, लेकिन उष्णकटिबंधीय भौगोलिक क्षेत्रों में वायरस को लेकर ऐसा कोई तापमान संबंधी तर्क नहीं दिया गया है।
3. जानवरों में कोरोना का खतरा इंसानों से अधिक
कोरोना वायरस संक्रमण पर हुए अध्ययन में सामने आया है कि वायरस के संक्रमण का खतरा इंसानों से अधिक जानवरों में है। बेल्जियम के वैज्ञानिकों ने उन 28 जानवरों की सूची जारी की, जिन्हें इंसानों से संक्रमित होने का खतरा है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि जानवरों में कोरोना पहुंचा तो इनमें लम्बे समय तक टिका रह सकता है और भविष्य में संक्रमण फैल सकता है।
इस सूची में कुत्ता, बिल्ली, भेड़, चीता और खरगोश समेत कई जानवर शामिल हैं। रिसर्चर डॉ. सोफी ग्रेसील्स कहती हैं, कोरोना के संक्रमण को इंसानों में रोकना मुश्किल हो रहा है, सोचिए अगर यह जानवरों में फैला तो क्या होगा। ये न तो मास्क लगा सकते हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग को समझते हैं। इंसानों से फैलने वाले कोरोना को इनमें पहुंचने से रोकना जरूरी है।
वैज्ञानिकों ने इंसानों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को अनिवार्य बताया है। मैमल रिव्यू जर्नल में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, सिर्फ जंगली ही नहीं, पालतू जानवरों को भी सुरक्षित रखने के लिए इंसानों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग बरतने की जरूरत है।
लेटेस्ट कोरोना वायरस अपडेट्स और किसी भी बीमारी से संबंधित विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श के लिए डाउनलोड करें ”आयु ऐप’।