Measles food to avoid: जानें, खसरा किस वायरस के कारण होता है और खसरा में क्या खाना चाहिए?
खसरा का दूसरा नाम रुबेला भी है। खसरा (measles food to avoid) बच्चों में बहुत ज्यादा दिखने लगा है। यह बच्चों में मृत्यु का कारण बनता जा रहा है। यह हवा से फैलने वाला एक रोग है जो संक्रामक है मतलब ऐसा रोग जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को हो सकता है। यह मुख्यतः संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से होता है। इसलिए आज हम आपको यहाँ खसरा रोग में क्या खाएं और किन चीज़ों से परहेज करें के बारे में बता रहें है।
वैसे तो यह 7 -10 दिन में ठीक हो जाता है लेकिन आपको फिर भी सावधानी रखने की जरूरत है क्योंकि इसका वायरस कई घंटों तक सतह पर रहता है। यह हवा में फैलता है इसलिए आसपास के लोग आसानी से उससे संक्रमित हो जाते है। इसका टीका भी उपलब्ध है जिसे दो खुराक में दिया जाता है। इसकी पहली खुराक 9 -12 महीने के बीच में दी जाती है और दूसरी 16 -24 महीने के बीच में दी जाती है। आइये अब आपको बताते है यह फैलता कैसे है।
खसरा रोग कैसे फैलता है? (How measles spread)
खसरा (measles food to avoid) रूबेला नाम के वायरस से होता है, जो शरीर में नाक या गले द्वारा पहुँचता है। यह हवा द्वारा दूसरे व्यक्ति के शरीर में फैल सकता है जो बात करने से भी फैल सकता है। संक्रमित बूंदें किसी सतह पर आ सकती हैं, जहाँ वे कई घंटे तक जिंदा रहती है। आप इससे संक्रमित सतह को छूने के बाद उंगलियों को अपने मुँह या नाक में डालकर, या अपनी आंखें रगड़कर संक्रमित हो सकते हैं।
खसरा में क्या खाना चाहिए? (what to eat in measles)
खसरा (measles food to avoid) से ग्रसित रोगियों को विटामिन-ए के सप्लीमेंट दिए जाते हैं। इसकी दो खुराक 24 घंटे के अंदर लेनी चाहिए। यह मरीज में विटामिन ए के स्तर को ठीक करता है जो आमतौर पर खसरा (measles food to avoid) होने पर कम हो जाता है।
विटामिन ए सप्लीमेंट के अलावा सभी लाल, पीले और नारंगी फल व सब्जियाँ जैसे गाजर, कद्दू, शकरगंद, पपीता, आदि को मरीज अपनी डाइट में शामिल कर सकते है।
बुखार इस बीमारी का प्रमुख लक्षण है। बुखार में एक व्यक्ति को कम एनर्जी और स्वाद ना आना जैसे लक्षण दिख सकते है। इस रोग में ऐसी डाइट दें जिसे पचाना आसान हो जैसे कि मिक्स वेज खिचड़ी या दलिया, साबूदाना, चावल, सूजी की खीर, सैंडविच, आदि। भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए आप ताजी हर्ब्स जैसे कि तुलसी, धनिया, लहसुन, अदरक और नींबू का सेवन भी कर सकते है।
बुखार के कारण इस बीमारी के दौरान वजन कम होना और मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है। स्वस्थ वजन और मांसपेशियों को बनाए रखने के लिए, अपनी डाइट में पचाने में आसान प्रोटीन के विकल्प लेने की कोशिश करें जैसे दाल का सूप, काले चने का सलाद, दाल, सांबर, अंडे आदि।
एल-एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन सी) विशेष रूप से मीजल्स (measles food to avoid) के लिए प्रसिद्ध एंटी-वायरल एजेंटों में से एक है। इसे हम एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट के रूप में जान सकते है, जो इस बीमारी में त्वचा की स्थिति जैसे मुँह में सफेद पैच और शरीर पर लाल दाने आदि को ठीक करने में मदद करते है।
खसरा में क्या ना खाएं (measles food to avoid)
- तला हुआ भोजन ना खाएं
- जंक फ़ूड खाने से बचें
- प्रोसेस्ड फ़ूड ना खाएं
- ट्रांस वसा ना खाएं
- नमकीन ना खाएं
ये भी पढ़ें:
कोरोना का टीका लगवाने के बाद आपको क्या करना चाहिए, पढ़ें ये रिपोर्ट
विश्व टीकाकरण दिवस: जानें टीकाकरण का महत्व और प्रभाव
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग किसी भी प्रकार से दवाई या डॉक्टर से लिया गया इलाज का विकल्प नहीं है। किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से www.aayu.app पर परामर्श लें ।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
(A) खसरा में क्या खाना चाहिए?
- नींबू व संतरे में विटामिन सी और फाइबर पाया जाता है जो खसरा रोग में फायदेमंद होता है।
- आप इसमें रोगी को नरम आहार जैसे खरबूजा, चकोतरा व अंगूर दे सकते है।
- बिना मसाले वाला सूप व दलिया भी फायदेमंद होता है।
(B) खसरा रोग का कारक क्या है?
खसरा (measles food to avoid) श्वसन प्रणाली में वायरस, विशेष रूप से मोर्बिलीवायरस के जीन्स पैरामिक्सोवायरस के संक्रमण से होता है। मोर्बिलीवायरस भी अन्य पैरामिक्सोवायरसों की तरह ही नकारात्मक भावना वाले आरएनए वायरसों द्वारा घिरे होते हैं।
(C) खसरा रूबेला वैक्सीन क्या है?
रूबेला (खसरा) वैक्सीन रूबेला (खसरा) वैक्सीन, रूबेला से बचाव में इस्तेमाल की जाने वाली दवा है। रुबेला एक अत्यधिक संक्रामक रोग है जो वायरस के कारण होता है। यह टीका बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए दिया जाता है।
(D) रूबेला वैक्सीन कीमत क्या है?
इस टीके की कीमत एक हजार के पास है। पर, सरकार की ओर से मुफ्त में दिए जा रहे हैं। इसके तहत खसरा रोग के सफाया और रूबेला को नियंत्रित करने के लिए नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को टीका लगवाना आवश्यक है।