मैग्नीशियम क्या है? कमी के लक्षण और मैग्नीशियम के स्रोत
मैग्नीशियम क्या है? (What is Magnesium):
मैग्नीशियम एक रासायनिक तत्व है जो सभी जीव जंतुओं के साथ मनुष्य के लिए भी बहुत उपयोगी है। यह कैल्शियम और बेरियम की तरह एक क्षारीय (Alkaline) तत्व है। मैग्नीशियम जलने पर सफेद रोशनी देता है। यह आदमी के शरीर में पाए जाने वाले पाँच मुख्य तत्वों में से एक है। शरीर का आधे से ज्यादा मैग्नीशियम हड्डियों में मिलता है जबकि बचा हुआ आधा शरीर में होने वाली जैविक क्रियाओं में सहायता करता है। इसकी पर्याप्त मात्रा पाने के लिए आपको स्वस्थ खुराक लेनी चाहिए। शरीर में मैग्नीशियम ज्यादा होने से डायरिया और कम होने से न्यूरोमस्कुलर जैसी समस्याएं हो सकती है। मैग्नीशियम हरी सब्जियों में मिलता है।
मैग्नीशियम की कमी क्या है? (What is Lack of Magnesium):
मैग्नीशियम की कमी बहुत कम देखि जाने वाली स्वास्थ्य समस्या है। कुछ मामलों में इस समस्या का परीक्षण (testing) ही नहीं हो पाता क्योंकि इन मामलों में जब तक मैग्नीशियम का स्तर गंभीर रूप से कम नहीं हो जाता तब तक इसकी कमी से जुड़ा कोई लक्षण दिखता नहीं है।
शरीर में मैग्नीशियम की कमी के कारण अलग-अलग हो सकते है। इसके कारणों में भोजन द्वारा अपर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम प्राप्त करने से लेकर शरीर से अत्यधिक मात्रा में मैग्नीशियम निकलना आदि शामिल है। शराब की लत होने वाले लोगों में भी मैग्नीशियम की कमी का जोखिम ज्यादा होता है। अगर हम बहुत ज्यादा मात्रा में चाय या कॉफी का सेवन करते है तब भी हमारे शरीर में मैग्नीशियम का स्तर प्रभावित होता है। कई तरह की दवाईयों से और कम मैग्नीशियम वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी मैग्नीशियम की कमी जैसी समस्याएं हो सकती है। मैग्नीशियम कैल्शियम, पोटैशियम और जिंक जैसे खनिजों के उचित स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।
शरीर में कई तरह के कार्यों के लिए मैग्नीशियम बहुत आवश्यक है। मैग्नीशियम इम्यून सिस्टम, तंत्रिका(Nerve) व मांसपेशियों और आपके हृदय व हड्डियों को मजबूत रखने के लिए भी बहुत जरूरी है। आपके दिल व किड़नी को ठीक रूप से काम करने के लिए मैग्नीशियम की जरूरत होती है। हड्डियों और दाँतों का निर्माण करने के लिए भी मैग्नीशियम की जरूरत पड़ती है।
मैग्नीशियम की कमी के लक्षण (Symptom of Lack of Magnesium):
- शारीरिक और मानसिक थकान
- बार-बार पलकें झपकना
- कंधे, गर्दन और पीठ के ऊपरी हिस्से में तनाव
- सिरदर्द
- शरीर में द्रव जमा होना (Fluid retention) और/या ब्रेस्ट टेंडरनेस
मैग्नीशियम में कमी होने पर महसूस होने वाले लक्षण:
- हार्ट एरिथमिया ( दिल की लय असामान्य होना )
- हाइपरग्लाइसीमिया (ब्लड शुगर अधिक होना)
- मतली और उल्टी
- पेट में मरोड़
- मिर्गी
- व्यवहार संबंधी समस्याएं
- अस्थमा
- लंबे समय से थकान
- नींद अच्छे से ना आ पाना
- चिंता
- मांसपेशियों में ऐंठन या मरोड़
- चक्कर आना
- निगलने में परेशानी
- मॉर्निंग सिकनेस (सुबह के समय बीमार जैसा महसूस होना)
- बाल झड़ना
- हाथ या पैर ठंडे रहना
- हाई ब्लड प्रेशर
मैग्नीशियम की कमी के कारण (Causes of Lack of Magnesium):
मैग्नीशियम में कमी पैदा करने वाले कारणों में निम्न शामिल हैं:
भोजन: कम मैग्नीशियम वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो जाती है। अत्यधिक कीटनाशकों का उपयोग करने से खाद्य पदार्थों में मैग्नीशियम की कमी हो जाती है, क्योंकि इसका उपयोग करने से मिट्टी से मैग्नीशियम नष्ट होने लगती है।
सोडा, अल्कोहॉल (शराब) या कार्बनिक पेय पदार्थों का नियमित रूप से सेवन करना: सोडा में फास्फेट पाया जाता है जो शरीर में खुद को मैग्नीशियम के साथ जोड़ कर रखता है, जिससे वह मैग्नीशियम अवशोषित नहीं हो पाता साथ में आपकी किडनी भी मैग्नीशियम व अन्य महत्वपूर्ण खनिजों को शरीर से बाहर निकाल देती है।
पानी पीना: यदि आप किसी शहर में रहते हैं तो इसकी काफी सम्भावनाऐं हैं कि जो पानी आप पी रहे हैं उसमें मैग्नीशियम कम मात्रा में हो सकता है।
कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेना: महिलाओं को मैग्नीशियम के अवशोषण पर पड़ने वाले कुछ निश्चित सप्लीमेंट्स के प्रभाव के प्रति सावधान रहना चाहिए। यदि हड्डियों की कमजोरी या ऑस्टियोपोरोसिस के इलाज के लिए आपको कैल्शियम के सप्लीमेंट्स लेने का सुझाव दिया जाता है, इसके परिणामस्वरूप आपमें मैग्नीशियम की कमी हो सकती है।
मैग्नीशियम की कमी होने का खतरा कब बढ़ता है (When there are chances of High Risk of Lack of Magnesium):
जिन लोगों में मैग्नीशियम की कमी होने के अत्याधिक जोखिम दिखते हैं उनको चार समूहों में बाँटा गया है।
- टाइप 2 डायबिटीज वाले लोग: डायबिटीज पीड़ित लोगों में अक्सर ज्यादा पेशाब आने की समस्या होने लगती है, जो मैग्नीशियम के अवशोषण को कठिन बना देता है।
- पाचन संबंधी विकार वाले लोग: पाचन संबंधी विकार होने वाले लोगों में मैग्नीशियम के अवशोषण की प्रक्रिया बिगड़ सकती है।
- शराब संबंधी समस्याओं से जुड़े लोग: नियमित रूप से शराब पीना इस समस्या को पैदा कर सकता है। इसके कारण शरीर में पानी की कमी, आंतों के बैक्टीरिया में असंतुलन, इम्यून सिस्टम संबंधी समस्याएं, खराब नींद और समय से पहले बुढ़ापा आना आदि जैसी समस्याएं होने लगती हैं। जिससे मुख्य रूप से खनिज पदार्थों में कमी होने लगती है।
- वृद्ध लोग: जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे शरीर में मैग्नीशियम का स्तर गिरने लगता है। ज्यादातर वृद्ध लोग ज्यादा मात्रा में मिलने वाले मैग्नीशियम के खाद्य पदार्थ नहीं खा पाते।
- अत्यधिक एंटीबायोटिक लेने वाले लोग: अधिक एंटीबायोटिक दवाएं लेना पाचन तंत्र प्रणाली (Digestive System) को क्षतिग्रस्त कर देता है। जिससे मैग्नीशियम से उच्च खाद्य पदार्थों को पचाने में कठिनाई होती है।
मैग्नीशियम के स्रोत (Sources of Magnesium):
शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा में जरूरत होती है। अगर हम मैग्नीशियम के फायदों की बात करें तो यह शरीर और मस्तिष्क के बीच संदेशों के आवागमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शरीर में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा होने से दिमाग के काम करने की क्षमता बढ़ती है जिससे याददाश्त तेज और मजबूत होती है। मैग्नीशियम से दिल की धड़कन नियंत्रित रहती है। यह हड्डियों के निर्माण में भी मदद करती है और उन्हें मजबूत बनाए रखती है।
शरीर में मैग्नीशियम की कमी होने पर शुरु में आपको कई संकेत मिल सकते हैं जैसे उल्टी या मितली जैसा महसूस होना, थकान, कमजोरी और भूख ना लगना आदि लेकिन जब मैग्नीशियम की बहुत ज्यादा कमी हो जाती है तो दौरे पड़ना, सुन्न होना, मांसपेशियों में सिकुड़न और दर्द, दिल की धड़कन अनियमित होने जैसी कई गंभीर समस्याएं हो सकती है इसलिए अपने आहार में मैग्नीशियम से भरपूर चीजें शामिल करें।
रोस्टेड काजू और बादाम: बादाम विटामिन, प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत होने के साथ-साथ मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है। शाम को स्नैक्स के रुप में काजू और बादाम का सेवन करें।
पालक: हरी सब्जियों में विटामिन और मिनरल के साथ-साथ मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में मिलता है। आधे कप उबले हुए पालक में लगभग 78 mg मैग्नीशियम मिलता है। मैग्नीशियम की कमी होने पर आप हरी-पत्तेदार सब्जियाँ खाएं।
मूंगफली: मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा पाने के लिए मूंगफली का सेवन करें। एक चौथाई कप तेल में भुने हुए मूंगफली में 63 mg मैग्नीशियम मिलता है। कई लोग पीनट बटर को सेहत के लिए नुकसानदायक मानते हैं। अगर आप सीमित मात्रा में इसका सेवन करते हैं तो यह सेहत के लिए फायदेमंद है।
सोया मिल्क: सोया मिल्क के सेवन से आपको कई खनिज और पोषक तत्व मिल सकते है। इसके सेवन से आप मैग्नीशियम की प्रतिदिन की आवश्यकता आसानी से पा सकते है। एक कप सोया मिल्क में लगभग 61mg मैग्नीशियम पाया जाता है।
एवोकाडो: कई फल मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत होते है जिनमें एवोकाडो मुख्य है। एक कप कटे हुए एवोकाडो में लगभग 44 mg मैग्नीशियम मिलता है। एवोकाडो में मैग्नीशियम के अलावा और कई तरह के पोषक तत्व और विटामिन पाए जाते हैं। इस फल का नियमित सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है।
ब्रेड: ज्यादातर लोग सुबह के नाश्ते में ब्रेड खाना पसंद करते हैं। 2 ब्रेड से ही आपको 46 mg मैग्नीशियम मिल जाता है।
ब्राउन राइस: ब्राउन राइस के कई फायदे है लेकिन ज्यादातर मेट्रो शहरों में लोग इसका सेवन करते है। मैग्नीशियम के लिए आप ब्राउन राइस का सेवन कर सकते है। आधे कप ब्राउन राइस में लगभग 42 mg मैग्नीशियम मिलता है।
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