डिलीवरी के समय दाई को साथ रखने के फायदे, कम होता है सिजेरियन का खतरा

कोरोना महामारी की वजह से सबसे अधिक मुश्किल गर्भवती महिलाओं को हो रही है। डॉक्टर अस्पतालों में भर्ती करने से इनकार कर रहे हैं। ऐसे में अगर आप के साथ भी यही समस्या है तो डिलीवरी के वक्त दाई को जरूर अपने साथ रखें। जिससे जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें। बेबी डिलीवरी के दौरान दाई की अहम भूमिका होती है। डौला (दाई) एक प्रोफेशनल लेबर एसिस्टेंट होती हैं जो गर्भवती महिला को डिलीवरी के दौरान फिजिकल और इमोशनल सपोर्ट (Emotional Support) देती है।
डिलीवरी के वक्त दाई (Doula) कैसे सहायक होती है?
- दाई (Doula) प्रोफेशनल लेबर एसिस्टेंट होती है।
- यह 2 अलग-अलग तरह की होती है।
- ऐन्टिपार्टम डौला (Antepartum doulas)
- पोस्टपार्टम डौला (Postpartum doulas)
- लेबर पेन, फिजिकल, इमोशनल और गर्भावस्था से जुड़ी जानकारी गर्भवती को देती है।
डिलीवरी के वक्त दाई के फायदे
इस दौरान गर्भवती महिला के पास दाई के रहने से 50 प्रतिशत तक सिजेरियन डिलीवरी की संभावना कम हो जाती है। वहीं लेबर पेन 25 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
बेबी डिलीवरी के दौरान दाई के रहने से इमोशनल सपोर्ट मिलने के साथ-साथ वह गर्भवती महिला को नॉर्मल डिलीवरी के लिए प्रोत्साहित करती है।
दाई गर्भवती महिला और डॉक्टर्स के बीच बेहतर तालमेल बैठाने में मददगार होती है। दाई नई मां को शिशु को स्तनपान और नवजात की मालिश करने का सही तरीका समझाती है।
जानें कब होती है दाई की आवश्यकता
जब आप नॉर्मल डिलीवरी के बारे में सोचते हैं तभी दाई की अधिक आवश्यकता पड़ती है। रिसर्च के अनुसार दाई के होने से लेबर पेन की अवधि कम हो जाती है। गर्भवती को सी-सेक्शन की आवश्यकता कम होती है और मेडिकेशन का इस्तेमाल कम आवश्यक हो जाता है।
ये भी पढ़ें
- लोअर सेगमेंट (LSCS) डिलीवरी के बाद संभव है नॉर्मल डिलीवरी, जानें कैसे?
- थैलेसीमिया गर्भावस्था को कैसे करता है प्रभावित, जानें थैलेसीमिया के बारे में सबकुछ
- प्रेगनेंसी के दौरान क्या खाएं क्या ना खाएं
- अगर आप चाहते हैं सिजेरियन के बाद दूसरी डिलीवरी हो नॉर्मल तो अपनाएं ये टिप्स
- दांतों की देखभाल क्यों है जरूरी, प्रेग्नेंसी में दांतों को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये उपाय
- क्या कोरोना पीड़ित महिला का अपने बच्चे को स्तनपान कराना सही है ?
- क्यों होता है सेक्स के दौरान दर्द, जानें कारण और इलाज़
- स्पर्म को बनाना है असरदार तो करें ये काम
आयु है आपका सहायक
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते आज विश्व टेलीमेडिसिन को अपना रहा है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी आमजन से टेलीमेडिसिन के साथ-साथ स्वदेशी अपनाने की बात कही है। भारत का नंबर वन हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म आयु पर आप घर बैठे देश के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों से इलाज़ और परामर्श पा सकते हैं। आज ही डाउनलोड करें स्वदेशी स्वास्थ्य ब्रांड आयु ऐप. हमेशा देश के बेहतर स्वास्थ के लिए अग्रसर |