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जामुन खाने के फायदे और नुकसान | Jamun Benefits and Side Effects

जामुन खाने के फायदे और नुकसान | Jamun Benefits and Side Effects

जामुन की गुठली डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए बेहतरीन औषधि है। जामुन की गुठली को सुखाकर उनका पाउडर बनाया जाता है। इस पाउडर को खाली पेट लेने से डायबिटीज़ की बीमारी और ब्लड शुगर कंट्रोल में मदद मिलती है।

Berries kernels are excellent medicine for patients with diabetes. Jam kernels are dried and made into powder. Taking this powder on an empty stomach helps in diabetes disease and blood sugar control.

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जामुन में भरपूर मात्रा में ग्लूकोज और फ्रुक्टोज पाया जाता है। जामुन में लगभग वे सभी तरह के सॉल्ट पाए जाते हैं जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। यहाँ इस आर्टिकल में हम जानेंगे जामुन खाने के फायदे (Jamun Benefits).

जामुन को हम मौसमी फल में शामिल कर सकते है। यह कई औषधीय गुणों से भरपूर होते है। जामुन की प्रकृति अम्लीय होती है लेकिन इसका स्वाद मीठा होता है।

जामुन खाने के फायदे: Jamun Benefits:

  • पाचन क्रिया के लिए जामुन फायदेमंद होता है। जामुन खाने से पेट से जुड़ी कई तरह की समस्याएं दूर होती हैं।
  • मधुमेह के रोगियों के लिए जामुन एक रामबाण उपाय है। जामुन के बीज सुखाकर पीसें। इस पाउडर को खाने से मधुमेह (डायबिटीज) में फायदेमंद होता है। (यह भी पढ़ें: डायबिटीज के लक्षण)
  • मधुमेह (डायबिटीज) के अलावा इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर से बचाव में मददगार होते हैं। इसके अलावा पथरी की रोकथाम में भी जामुन बहुत फायदेमंद होता है। इसके बीज को बारीक पीसकर पानी या दही के साथ लें।
  • अगर किसी को दस्त हो रहे है तो हम आपको दस्त का घरेलू इलाज बता रहे है। इसके लिए आप जामुन को सेंधा नमक के साथ खाएं। खूनी दस्त होने पर भी जामुन के बीज बहुत फायदेमंद साबित होते हैं।
  • दांत और मसूड़ों से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान में जामुन फायदेमंद होता है। इसके बीज को पीस लें। इससे दांत साफ करने से दांत और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।

आइये जानते है जामुन की गुठली के डायबिटीज में फायदे।

जामुन की गुठली के डायबिटीज में फायदे:

जामुन को डायबिटीज के मरीज बिना किसी परेशानी के खा सकते हैं। जामुन खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित करता है, जामुन के मौसम में इसके नियमित सेवन से डायबटीज के मरीज को फायदा मिलता है। इससे डायबिटीज के मरीज को होने वाली समस्याएं जैसे बार-बार प्यास लगना और बार-बार पेशाब होना आदि में लाभ मिलता है। इसलिए आप प्रतिदिन जामुन का सेवन करें। जामुन की गुठली ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में अच्छी मानी जाती है। जामुन की गुठली लें इसे अच्छी तरह पीसकर पाउडर बनाएं। रोज सुबह-शाम 3 ग्राम गुठली पाउडर का सेवन करें। इससे डायबिटीज जड़ से खत्म हो जाती है।

आइये जानते है और भी कई फायदे।

  • जामुन की छाल पेट की समस्या दूर करें (Jamun Benefits in Stomach Problems): अगर आपको पेट की समस्या बनी रहती है और आपका खाना भी नही पच पाता तो आप रोज नाश्ते के बाद जामुन का सेवन करें। इससे आपकी पेट की समस्या दूर हो जाएगी। अगर आपके पेट में मरोड़, ऐंठन आदि की समस्या है तो जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से फायदा मिलता है। जामुन की छाल को घिसकर पानी के साथ दिन में एक दो बार सेवन करने से अपच, पेट ख़राब की समस्या से निजात मिलता है।
  • जामुन का सिरका डायरिया में फायदेमंद (Jamun Benefits in Diarrhoea): जामुन की छाल महिलाओं मे डायरिया की रोकथाम के लिए काम आता है। यह गर्भवती महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होता है। इसके लिए जामुन की छाल को पानी में उबालें और जब यह पानी एक चौथाई रह जाए तो इसे छानकर 2 से तीन बार धनिया और जीरे के चूर्ण के साथ सेवन करें।
  • जामुन की गुठली का चूर्ण पथरी की समस्या दूर करें (Jamun Benefits in Kidney Stone): अगर आप पथरी की समस्या से परेशान है तो जामुन की गुठली के पाउडर को दही के साथ लेने से लाभ मिलता है। जामुन का फल खाने से भी पथरी में फायदा होता है।
  • जामुन की गुठली का चूर्ण घाव में फायदेमंद (Jamun Benefits in healing wound): कई बार आपके पैरों में छाले पड़ जाते है जो अक्सर नए जूते पहनते समय होता है। ऐसे समय पर जामुन की गुठली पीस कर लगाने से दर्द दूर होता है। घाव होने पर जामुन की गुठली को सुखाकर पीसें, फिर उस पाउडर में पानी डालकर पेस्ट बनाकर घाव पर लगाने से फायदा मिलता है।

जामुन खाने के नुकसान: Jamun Side Effects:

  • दूध पिलाने वाली महिलाऐं जामुन का सेवन ना करें।
  • खाली पेट जामुन ना खाएं।
  • जामुन खाने के तुरंत बाद कभी दूध ना पिएँ।
  • ज़्यादा मात्रा में जामुन खाने से दर्द और बुखार की समस्या हो सकती है। यह गले और सीने के लिए भी हानिकारक होता है। 
  • बहुत अधिक मात्रा में जामुन खाने से खाँसी हो जाती है और यह फेफड़े के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।

यह लेख केवल आपको सामान्य जानकारी देता है।अगर आपको किसी तरह की तकलीफ है तो हमारे प्लेटफार्म पर कई विशिष्ट डॉक्टर उपलब्ध है जिनसे आप ऑनलाइन परामर्श लें सकते है। आप हमारे टोल फ्री नंबर 781-681-11-11 पर भी कॉल करके इसके बारे में जानकारी लें सकते है।

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COMMENTS

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    Sunil Pandey 4 years

    Nice selusion

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