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लहसुन कोरोना वायरस के इलाज में कारगर है की नहीं जाने ! | Daily Health Tip | 04 May 2020 | AAYU App

लहसुन कोरोना वायरस के इलाज में कारगर है की नहीं जाने !  | Daily Health Tip | 04 May 2020 | AAYU App

आजकल कोरोना वायरस के संबंध में काफी अफवाहें आ रही है। जैसे कि लहसुन में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते है इससे कोरोना वायरस मर सकता है। इन सभी अफवाहों से बचकर रहें।

Nowadays, a lot of rumours are spreading related to corona virus such as eating garlic kills corona virus. This is not true and you should stay away from such rumours.

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कोरोना वायरस से पूरी दुनिया प्रभावित है। भारत में भी इसके मामले बढ़ते ही जा रहे है। इसके चलते सोशल मीडिया पर काफी अफवाहें और गलत गलत जानकारियाँ दी जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके संबंध में कुछ जानकारियाँ दी है। आइये जानते है इन जानकारियों के बारे में।

कोरोना वायरस से जुडी भ्रांतियां और इससे जुडी सच्चाईयाँ विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार:

  • थर्मल स्कैनर से आपके शरीर का तापमान पता चलता है लेकिन यह नहीं पता चलता की आपको कोरोना वायरस का संक्रमण है की नहीं।
  • कोरोना वायरस एक निश्चित वातावरण में नहीं फैलता। इसलिए यह कहना गलत है की कोरोना वायरस के फैलने के लिए गर्म और उमस भरा वातावरण होना चाहिए।
  • किसी भी वायरस को तभी खत्म किया जा सकता है जब उसको उसके अनुकूल का वातावरण ना मिले। इसलिए यह कहना बिलकुल गलत है की बर्फ से कोरोना वायरस मर जाता है।
  • सामान्य तौर पर इंसान का तापमान 36.5 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच में रहता है जिसकी वजह से यह बाहरी तापमान से ज़्यादा प्रभावित नहीं होता।
  • यह कहना गलत है की गर्म पानी से नहाने से कोरोना वायरस नहीं फैलता। कोरोना वायरस गर्म पानी में भी जिन्दा रह सकता है।
  • कोरोना वायरस एक रेस्पिरेटरी वायरस है यह खांसी या छींक से एक शरीर से दूसरे शरीर में जाता है। इसलिए कोरोना वायरस मच्छरों से नहीं फैलता है।
  • निमोनिया की वैक्सीन इसके इलाज के लिए कारगर नहीं है।
  • क्लोरीन से सिर्फ शरीर के ऊपरी भाग की सफाई हो सकती है जबकि कोरोना वायरस शरीर के अंदर तक जा सकता है। इसलिए क्लोरीन से यह ठीक नहीं होता।
  • लहसून में कई एंटी माइक्रोबियल तत्व होते है पर इससे कोरोना वायरस ठीक होता है की नहीं इसके बारे में अभी कोई सबूत नहीं मिले है।
  • उल्ट्रावॉइलेट लैंप से कोरोना वायरस नहीं मरता। यहां तक की यह आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है क्योंकि इससे आपकी त्वचा पर उल्ट्रावॉइलेट रेडिएशन से जलन पैदा हो सकती है।
  • एंटीबायोटिक से सिर्फ बैक्टीरिया मरते है। इसका उपयोग कोरोना वायरस के लिए नहीं किया जा सकता है।
  • ढेर सारा पानी पीने से वायरस पेट में चला जाता है और पेट का एसिड इसे खत्म कर देता है यह बात सही नहीं है।

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