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हाइपोथर्मिया​ क्या है और हाइपोथर्मिया के लक्षण |What is Hypothermia, Symptoms of Hypothermia

हाइपोथर्मिया​ क्या है और हाइपोथर्मिया के लक्षण |What is Hypothermia, Symptoms of Hypothermia

सर्दियों के मौसम में ठंड लगना बहुत आम है। लेकिन कई लोगों को दूसरों से ज्यादा ठंड लगती है। कई बार आप सोचते होंगे ऐसा क्यों होता है? जरूरत से ज्यादा ठंड लगना एक समस्या भी होती है जिसे हाइपोथर्मिया कहते है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे हाइपोथर्मिया क्या है? (What is Hypothermia) हाइपोथर्मिया के लक्षण (Signs and Symptoms of Hypothermia), हाइपोथर्मिया का परिक्षण (Diagnosis of Hypothermia), हाइपोथर्मिया की जटिलताएं, हाइपोथर्मिया से कैसे बचें (How is Hypothermia Prevented).

हाइपोथर्मिया​ क्या है? What is Hypothermia:

हाइपोथर्मिया एक ऐसी अवस्था है जब शरीर में गर्मी नहीं लगती और जरूरत से ज्यादा ठंड लगती है। इस दौरान शरीर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस (95 डिग्री फेरनहाइट) से नीचे गिर जाता है। सामान्य शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस (98.6 ℉) होता है। हाइपोथर्मिया तब होता है जब ठंडे वातावरण के कारण शरीर का तापमान बहुत कम हो जाता है। ठंडा मौसम या ठंडे पानी में जाने से हाइपोथर्मिया होता है। यह 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे तापमान होने पर भी हो सकता है। शरीर में थकान, और शरीर में पानी की कमी होने से इसका जोखिम और बढ़ जाता है।

हाइपोथर्मिया के लक्षण: Signs and Symptoms of Hypothermia:

हाइपोथर्मिया के एक बार में एक से ज्यादा लक्षण हो सकते है। आइये जानते है हाइपोथर्मिया के लक्षण (Signs and Symptoms of Hypothermia).

  • शरीर में ज्यादा कंपन महसूस होना
  • सांस धीरे हो जाना
  • बोलने की गति कम हो जाना
  • सही से ना सोच पाना
  • याददाश्त कमजोर होना
  • हाथ और पैर सुन्न पड़ना
  • नवजात शिशु की त्वचा लाल और ठंडी पड़ना
  • व्यक्ति का बेहोश होना

हाइपोथर्मिया की जटिलताएं: Complications of Hypothermia

जटिलताओं से बचने के लिए जल्दी से जल्दी इलाज लेना जरूरी है। जितना ज्यादा आप प्रतीक्षा करेंगे उतनी ही ज्यादा जटिलताएं आपमें उत्पन्न होगी। हाइपोथर्मिया में उत्पन्न होने वाली जटिलताएं:

  • गैंग्रीन, या टिश्यू नष्ट हो जाना
  • ट्रेंच फुट (पानी में पैर डालने के कारण तंत्रिका (Nerves) और रक्त वाहिका (Blood Capillaries) नष्ट हो जाना)
  • फ्रॉस्टबाइट, या टिश्यू का नष्ट होना, सबसे आम तरह की जटिलता है जो आपके शरीर के टिश्यू जमने पर होते है।
  • तंत्रिकाओं (Nerves) और रक्त वाहिकाओं (Blood Capillaries) को क्षति पहुँचना।

हाइपोथर्मिया के कारण: Causes of Hypothermia:

  • आप जहाँ रहते हैं वहाँ भी शारीरिक तापमान गिरने से जोखिम बढ़ता है। उन क्षेत्रों में रहना जहां तापमान अक्सर बहुत कम रहता है, अत्यधिक ठंड के संपर्क में आने के जोखिम को बढ़ाता है।
  • जो लोग गंभीर रूप से बीमार है, खासकर कार्डियोवैस्कुलर बीमारी से पीड़ित लोग। 
  • शिशुओं और बुजुर्ग वयस्कों को हाइपोथर्मिया का सबसे ज़्यादा जोखिम होता है। यह उनके शरीर की तापमान को नियंत्रित करने की कम क्षमता के कारण होता है। ऐसे लोगों को ठंड के मौसम के लिए तैयार रहना चाहिए। हाइपोथर्मिया से बचने के लिए घर पर एयर कंडीशनिंग भी नियंत्रित करनी चाहिए।
  • मानसिक बीमारी और डिमेंशिया, मानसिक बीमारियां, जैसे बाइपोलर डिसऑर्डर से हाइपोथर्मिया का जोखिम बढ़ जाता है। डिमेंशिया भी हाइपोथर्मिया के जोखिम को बढ़ा सकती है। किसी मानसिक बीमारी से ग्रस्त लोग ठंड के मौसम के लिए उचित रूप से कपड़े न पहनें। वे यह भी महसूस नहीं करते कि उनका शरीर ठंडा पड़ रहा है और परिणामस्वरूप ठंडे मौसम में बहुत लंबे समय तक बाहर रहते हैं।
  • बहुत ज़्यादा थकान

हाइपोथर्मिया से कैसे बचें (How is Hypothermia Prevented):

  • बाहर यात्रा की योजना बनाते समय मौसम का पहले से अनुमान लगाएं।
  • बाहरी श्रमिकों के लिए शरीर को गर्म रखने के लिए ब्रेक शेड्यूल करें, ब्रेक के समय अंदर रहें, बाहर रहने के समय को सीमित करें।
  • सही से कपड़े पहनना हाइपोथर्मिया से बचने का सरल उपाय है। ठंड के दिनों में बहुत सारे कपड़े पहनें। सर्दियों के दौरान शरीर के सभी अंगों को ढकें, टोपी, दस्ताने और स्कार्फ पहनें। इसके अलावा, ठंडे दिनों में व्यायाम करते समय सावधानी बरतें। पसीना शरीर को ठंडा करता है और हाइपोथर्मिया के जोखिम को बढ़ा सकता है। हाइपोथर्मिया को रोकने के लिए शरीर का तापमान सामान्य रखना जरूरी है।
  • सूखे कपड़े पहनें।
  • सर्दी लगने पर गर्म स्थान पर जाएं।
  • शराब, कैफीन और कुछ दवाएं ठंड लगने से जोखिम बढ़ता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐपडाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है। 

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