HYPERTENSION | हाइपरटेंशन हो सकता है ख़तरनाक, जानें नियंत्रण के तरीके
आज के भागदौड़ भरे युग में व्यस्तता व तनाव सभी के जीवन का एक हिस्सा बन चुके है जो चाहे अनचाहे हमारे मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को सीधे प्रभावित कर रहे है। एक सर्वे के अनुसार भारत में 2020 तक एक तिहाई आबादी हाइपरटेंशन (Hypertension) या उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित होगी। वर्तमान में शहरी क्षेत्रों में लगभग 20 से 40 % व ग्रामीण क्षेत्रों में 12 से 17 % लोग इससे प्रभावित हैं।
मेडकॉर्ड्स डॉक्टर के अनुसार हाइपरटेंशन (hypertension) के बढ़ते आंकड़े एक गंभीर स्थिति की ओर इशारा कर रहें हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन के अनुसार दुनिया भर में, हाइपरटेंशन (hypertension) या उच्च रक्त चाप से लगभग 7.5 मिलियन लोग मृत्यु का शिकार होते हैं, जो कुल मृयु का लगभग 12.8%। यह एक चिंता का विषय है। घर से दूर कमाई या पढ़ने आए युवाओं के स्वभाव में चिढ़चिढ़ापन और तनाव देखा जाता है। जो उन्हें कई गंभीर रोगों का शिकार बना देता है। ऐसे ही एक रोग का नाम है हाइपरटेंशन।
आइए जानते है हाइपरटेंशन (Hypertension) या उच्च रक्तचाप क्या है?
हमारे शरीर में सभी अंगो तक शुद्ध रक्त पहुंचाने के लिए खून एक निर्धारित गति से प्रवाहित होता है। शरीर में ये रक्त प्रवाहित करने का कार्य ह्रदय द्वारा किया जाता है। ह्रदय से साफ़ खून धमनियों द्वारा प्रत्येक अंग तक पहुँचाया जाता है और इसी प्रक्रिया को हम ब्लड प्रेशर या रक्त चाप कहते है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है किन्तु कई कारणवश रक्त प्रवाह या ब्लड प्रेशर का ज़्यादा या कम होना हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर कहलाता है।
सामान्य अवस्था में रक्तचाप 100-140 mmHg सिस्टोलिक (उच्चतम-रीडिंग) और 60-90 mmHg डायस्टोलिक (निचली-रीडिंग) की सीमा के भीतर होता है। यदि यह 90/140 mmHg पर या इसके ऊपर लगातार बना रहे तो इस स्थिति को हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन
(Hypertension) के तौर पर जाना जाता है।
हाइपरटेंशन (Hypertension) के कारण:
हमारे शरीर में ब्लड प्रेशर कई शारीरिक व मानसिक कारणों से प्रभावित होता है जिन्हें हम दो भागों में समझ सकते है:श
हाइपरटेंशन (Hypertension) केवल एक बीमारी नहीं है, यह अपने साथ कई अन्य बीमारियों को न्यौता देती है । इनमें सबसे घातक ह्रदय रोग जैसे हार्ट अटैक, ब्रेन व किडनी से सम्बंधित बीमारियाँ हैं। तेज़ रक्त का प्रवाह शरीर के सभी हिस्सों को प्रभावित करता है व उनकी सामान्य क्रियाओं में अवरोध पैदा करता है।
हाइपरटेंशन (Hypertension) के लक्षण:
- तेज़ सरदर्द
- थकान या भ्रम
- नज़रों की समस्या
- छाती में दर्द
- पसीना आना
- सांस लेने मे तकलीफ़
- नियमित दिल की धड़कन
- मूत्र में रक्त
- अनिद्रा
हाइपरटेंशन (Hypertension) या उच्च रक्तचाप के बने रहने की स्थिति में आप एक विशेषज्ञ चिकित्सक से ज़रूर परामर्श लें व सभी दवा समय पर लें। हाइपरटेंशन (Hypertension) या उच्च रक्तचाप को आप कई तरीकों से नियंत्रण में रख सकते है। उसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की ज़रूरत होगी। जानें कैसे आप हाइपरटेंशन (Hypertension) को नियंत्रित कर सकते हैं:
1. अपनी दिनचर्या व्यवस्थित करें
2. अच्छी नींद लें
3. योग व व्यायाम करें
5. खाने में नमक की मात्रा कम रखें
6. मसालेदार व तेलयुक्त भोजन से बचें
7. संतुलित आहार लें
8. अधिक फल व सब्जियों का सेवन करें
9. अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें
10. तम्बाकू, धूम्रपान व शराब के सेवन से बचें
निदान
मेडकॉर्ड्स डॉक्टर के अनुसार यदि आपके परिवार में हाइपरटेंशन (Hypertension) का इतिहास रहा है तो आप डॉक्टर से ज़रूर परामर्श लें व समय-समय पर अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाते रहें। वक़्त पर इस गंभीर समस्या का पता चलने व जीवनशैली में कुछ बदलावों से ही आप इस पर पूर्ण रूप से नियंत्रण कर सकते हैं। मेडकॉर्ड्स के एक्सपर्ट डॉक्टर्स द्वारा अब तक 2.5 लाख लोगों के हाइपरटेंशन (Hypertension) का इलाज़ किया जा चुका हैं।
हाइपरटेंशन (Hypertension) गंभीर समस्या होने के साथ ही कई तरीकों से नियंत्रित की जा सकती है। डॉक्टर्स के निर्देशों के साथ एक स्वस्थ दिनचर्या आपको इस बीमारी के दुष्परिणामों से बचा सकती है।
स्वस्थ जीवन के लिए बनाएं अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत – जानिये कैसे?
अतः अपने रोज़मर्रा के जीवन में शारीरिक व्यायाम, योग, सही खान-पान व खुश माहौल रख कर आप एक सेहतमंद ज़िन्दगी जी सकते हैं।
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1महीने में 20दिनों तक लगातार
सोपन दोष होता है(नाईट फेल)
कोई सलाह दो सर जी