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केमिकल युक्त रंग से सेहत को होते है ये नुकसान, जानें कैसे करें बचाव

केमिकल युक्त रंग से सेहत को होते है ये नुकसान, जानें कैसे करें बचाव

Holi Special 2021: क्या आप जानते हैं बाजार में बिकने वाले रंग आपकी स्किन और चेहरे के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं? क्योंकि रंगों के इस त्यौहार में शुद्धता के नाम पर अधिकत्तर दुकानदान केमिकल युक्त रंगों का कारोबार करते हैं।

ऐसे में अगर आप केमिकल युक्त रंग से होली खेलते हैं तो यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।

इन रंगों का असर कई दिनों तक रहता है क्योंकि यह आसानी से छूटते नहीं है। इसलिए इसकी जगह आप हर्बल रंगों (नेचुरल कलर) का इस्तेमाल करें।

आप  रंगों के त्यौहार होली का अच्छे से मजा ले पाएं और केमिकल युक्त रंगों से अपनी स्किन का भी ख्याल रखें, इसलिए आज हम इस लेख में बता रहे हैं। केमिकल युक्त रंगों से कैसे करें बचाव  और केमिकल युक्त रंगों से चेहरे को होने वाले नुकसान ।

1. होली में केमिकल युक्त रंगों से होने वाले नुकसान (Chemicalized colors side effects)

(i) हरा रंग- आँखों के लिए नुकसानदायक:

हरा रंग बनाने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है। हरा रंग कापर सल्फेट से, परपल क्रोमियम आयोडाइड से, सिल्वर एलुमीनियम ब्रोमाइड से और काला रंग लेड आक्साइड को मिलाकर बनाया जाता है। इस रंग को चमकदार बनाने के लिए अक्सर रंग में कांच का बुरादा मिलाया जाता है। इसमें मौजूद कापर सल्फेट आँखों में चले जाने पर एलर्जी और अंधेपन का कारण बन सकता है।

(ii) काला रंग- किडनी के लिए नुकसानदायक:

काले रंग में लेड ऑक्साइड मौजूद होता है जो किडनी खराब होने का कारण बन सकता है।

(iii) बैंगनी रंग से दमा हो सकता है:

बैंगनी रंग में क्रोमियम आयोडाइड पाया जाता है जो अस्थमा और एलर्जी पैदा करता है।

(iv) सिल्वर रंग से हो सकता है कैंसर:

सिल्वर कलर बनाने में एल्युमीनियम ब्रोमाइड का इस्तेमाल किया जाता हैं, जो कार्सिनोजेनिक हो सकता है, मतलब जो कैंसर पैदा कर सकें। लाल रंग में इस्तेमाल होने वाला मर्करी सल्फाइट त्वचा के लिए हानिकारक होता है इसलिए इन रंगों से बचें।

(v) गुलाल भी है नुकसानदायक:

आमतौर पर लोग गुलाल को रंगों से ज्यादा सुरक्षित मानते हैं लेकिन इसमें भी नुकसान पहुंचाने वाले तत्व होते हैं। इसमें एल्यूमीनियम ब्रोमाइड मिलाया जाता है, जिससे कैंसर का खतरा रहता है। नीले गुलाल में परशियन ब्लू होता है, जो त्वचा में एलर्जी और इंफेक्शन पैदा कर सकता है। लाल गुलाल में प्रयोग किया जाने वाला मरकरी सल्फाइट भी त्वचा के लिए बेहद खतरनाक।

केमिकल युक्त रंग से कैसे करें बचाव (How to protect from chemicalized colors)

– नमक, ग्लिसरीन और अरोमा ऑयल की कुछ बुंदें मिलाकर त्वचा पर लगाने से केमिकल युक्त रंग से होने वाले एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल इंफेक्शन से बच सकते है।

– अगर आपको जहाँ रंग लगा हुआ है वहाँ वाले हिस्से में जलन हो रही है तो आप उस हिस्से को ठंडे पानी से धोएं और मॉश्चराइजर लगाएं। सेंसेटिव त्वचा होने पर इन रंगों से खेलने से बचें।

– केमिकल युक्त रंग से होली खेलने के बाद बालों में जैल या तेल लगाएं। माइल्ड शैंपो से धोकर बालों को सुखाएं। जब भी आप होली (Holi Special 2021) खेलें उससे पहले अपने बालों की मसाज जरूर करें।

– दूध में सोयाबीन का आटा या बेसन मिलाकर त्वचा पर लगाने से त्वचा से कलर उतारने में मदद मिलती है। कोशिश करें कि रंगों को धीरे-धीरे छुड़ाएं। त्वचा पर तेज रगड़ने से त्वचा में जलन हो सकती है। रंग छुड़ाने के लिए गर्म पानी और मॉइस्चराइजिंग साबुन का इस्तेमाल करें।

– बेसन में नींबू का रस मिलाकर भी आप रंगों को छुड़ा सकते है। नारियल के तेल या दही से भी स्किन साफ कर सकते हैं।

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग किसी भी प्रकार से दवाई या डॉक्टर से लिया गया इलाज का विकल्प नहीं है। किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से  www.aayu.app पर परामर्श लें ।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

(A) हरा रंग कैसे बनता है?

हरा रंग बनाने के लिए आपको पीला और नीला रंग मिलाना चाहिए।

(B) बैंगनी कलर कैसे बनेगा?

यह कलर किसी और कलर को मिक्स करके नहीं बना सकते। ये एक-साथ मिलकर 3 सेकंडरी कलर्स बना सकते है जैसे रेड और ब्लू मिलाकर बैंगनी कलर बनाते है, ब्लू और पीला मिलाकर ग्रीन कलर बनाते है और रेड और पीला मिलाकर ऑरेंज कलर बनाते है।

(C) कलर्स कैसे बनाएं?

रेड जैसे ज्यादा वार्म कलर की बड़ी मात्रा को मिलाने से, ज्यादा वार्म ब्राउन कलर मिलता है।
ब्लू और ग्रीन जैसे कूल कलर की बड़ी मात्रा का इस्तेमाल करने से आपको बहुत डार्क ब्राउन जैसा कलर मिलेगा।

(D) नारंगी रंग कैसे बनाएं?

नारंगी रंग लाल के 2 भाग और पीले रंग के 1 भाग, या नारंगी के 1 भाग और लाल के 1 भाग को मिलाकर बनाया गया है।

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