fbpx

Heart attack treatment cost in India: हार्ट अटैक खत्म कर सकता है आपकी जिंदगीभर की सेविंग, जानिए इलाज का खर्च

Heart attack treatment cost in India: हार्ट अटैक खत्म कर सकता है आपकी जिंदगीभर की सेविंग, जानिए इलाज का खर्च

Heart attack treatment cost in India: दिल की बीमारी के इलाज का बिल बचाना है तो आज से ही सेहत के आकलन (Self Assessment on Aayu App) को बनाएं अपनी आदत।।

भागती दौड़ती जिंदगी में खुद के लिए वक्त कहां…दिल और दिमाग पर काम और जिम्मेदारियों का बोझ भी बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते हार्ट पेशेंट यानि दिल के मरीजों (Heart patient) की संख्या भी बढ़ती जा रही है। दुनिया में करीब 26-28 करोड़ हृदय रोगियों की अनुमानित मौजूदा संख्या में फिलहाल 5.4 प्रतिशत भारत में बताए जाते हैं। बीते 15 सालों में ही भारत में दिल की बीमारियां सौ फीसदी बढ़कर दोगुनी हो गई हैं। 

वैश्विक स्वास्थ्य जर्नल- द लैंसेट में प्रकाशित अध्ययन की रिपोर्ट में साफ कहा गया कि हृदय रोगों (Heart Disease) से होने वाली मौतों में भारत का ग्राफ काफी ऊपर है। इस आकलन के मुताबिक, हृदय रोग (Heart attack) की पहचान होने के एक साल के अंदर भारत में होने वाली मौतों का प्रतिशत 23 है। भारत की स्थिति इस मामले में चिंताजनक इसलिए है कि यह दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों की 15 फीसदी की दर से 8 प्रतिशत ज्यादा है, वहीं अगर दक्षिण अमेरिका (9 फीसदी), पश्चिमी एशिया (9 फीसदी) और चीन (7 फीसदी) से तुलना करें, तो हालात भयावह प्रतीत होते हैं। आंकड़े कुछ और भी कहते हैं, जैसे- हमारे देश में एक-तिहाई मरीजों की मौत अस्पताल में दाखिल होने के दौरान हो रही है और एक-चौथाई मरीजों की बीमारी की पहचान के तीन महीने के अंदर।

1. भारत में कितना है हार्ट अटैक की बीमारी का खर्च? (Heart attack treatment cost in India)

कोरोनरी हृदय रोग (सीएचडी) जैसी बीमारियों का इलाज बेहद महंगा है। यूं मान लीजिए दिल की बीमारी का खर्च (Heart attack treatment cost in India) आपकी पूरी बचत को खत्म कर सकता है। मध्यम वर्ग और नीचे के लोगों के जीवन में गंभीर बीमारियां कैसे कहर बरपा सकती हैं, इसको बेहतर तौर पर समझने के लिए इस बीमारी के इलाज में होने वाले अनुमानित खर्च का अंदाजा लगाएं क्योंकि जितनी घातक और डरावनी दिल से जुड़ी बीमारियां हैं उसी तरह इसके इलाज के बिल भी आपको चौंका सकते हैं।

ओपन हार्ट सर्जरी का खर्च 1.75 लाख रुपये से लेकर 4.25 लाख रुपये तक होता है। वाल्व सर्जरी के लिए आपको 2.5 लाख रुपये से 4 लाख रुपये के बीच आसानी से खर्च हो सकता है, इसके अलावा, कोरोनरी एंजियोग्राफी की लागत लगभग 10,000 से 15,000 रुपए तक है। पिछले कुछ वर्षों में हार्ट स्टेंट की कीमत भी लाखों में बढ़ गई है।

Coronary artery bypass grafting (CABG) गंभीर हृदय रोग के रोगियों पर की जाने वाली एक प्रमुख हृदय शल्य चिकित्सा है। भारत में एक बाईपास सर्जरी में आपको लगभग 4 लाख रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं। 

2. क्यों बीमार होता जा रहा है हमारा दिल? 

स्मोकिंग, पॉल्युशन और लेजी लाइफस्टाइल, तीनों मिलकर दिल को बेहद कमजोर (Heart attack) बना रही हैं। इससे दिल किसी छोटी-मोटी शारीरिक तकलीफ को झेलने की क्षमता खोने लगता है और बीमारियों के दौरान हार्ट बीट्स पर जल्द बुरा असर दिखने लगता है। बेशक, हृदय रोग की कुछ आनुवांशिक वजहें भी हैं। उन पर इंसान का वश नहीं चलता।

लेकिन कामकाज के तनाव, शारीरिक श्रम से दूर आलसी-सुस्त करने वाली जीवन-शैली और शरीर पर फालतू चर्बी जमाने वाला खानपान अगर काबू में नहीं है, तो दिल को बेचारा बनाने में किसी बाहरी वजह का योगदान उतना नहीं रह जाता है।

हार्ट फेल (Heart attack) होने के कारणों के लिए डायबिटीज (Diabities), हाई बीपी, अनिद्रा, किडनी की बीमारी और थायरॉयड की समस्या जिम्मेदार हैं। इसके अलावा इसकी खास वजह है हमारा खान-पान और जीवन शैली, जिसमें तला भुना, जंक फूड का सेवन और कोई शारीरिक क्रिया न करना। यानि अगर हमें स्वस्थ रहना है तो योग और एक्सरसाइज और हेल्दी खान पान को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा।

3. आपमें भी हैं ये लक्षण तो हो जाएं सावधान (symptoms of Heart Attack)

हमारी नर्व्स में ब्लॉकेज की वजह या शुरू हुए ब्लॉकेज का संकेत हमारा शरीर सीने में लगातार जलन या दबाव का अहसास करा कर भी देता है। इस दौरान कई बार मितली आना और पेट में दर्द होने की शिकायत भी हो सकती है।

पाचन संबंधी समस्या का लगातार बना रहना और बाएं यानी लेफ्ट हैंड के शॉल्डर में दर्द बने रहना भी इस तरफ इशारा हो सकता है कि आपके दिल को आपकी देखभाल की जरूरत है। पैरों में दर्द, सूजन, अधिक पसीना आना और साथ ही घबराहट होना भी इस बीमारी के संकेत हो सकते हैं।

ये सभी कॉमन लक्षण हैं, जो आमतौर पर दिल के सभी रोगियों में प्रारंभिक अवस्था में देखे गए हैं। ऐसे में लापरवाही ना बरतें और डॉक्टर से जरूर मिलें। 

4. दिल के बोझ को ऐसे कर सकते हैं कम 

दवाओं, एंजियोप्लास्टी या बाईपास सर्जरी जैसे तरीकों से दिल के मरीजों को पक्के इलाज का आश्वासन अपनी जगह सही है। लेकिन अगर दिनचर्या में खानपान के कुछ परहेज बरत लिए जाएं और योगासान-व्यायाम का एक रूटीन बना लिया जाए, तो शायद हार्ट फेल (Heart attack) होने जैसी नौबत को कम किया जा सकता है।

बहुत संभव है कि अगर जिंदगी जीने के ढर्रे को जरा बदल लिया जाए, दिनचर्या में थोड़ी-मोड़ी सक्रियता शामिल कर ली जाए, तो दिल की बेचारगियां कम हो सकती है। 

5. आयु ऐप पर खुद की सेहत का आकलन करें, इंफेक्शन और बीमारी के खर्च से बचें

इसमें कोई शक नहीं है कि बचाव उपचार से बेहतर है। ऐसे में आप भी आज ही अपने मोबाइल में आयु एप डाउनलोड करें। अपने शरीर से जुड़ी चंद जरूरी जानकारियां साझा कर समय समय पर अपनी सेहत का आकलन करें। सेहत को बेहतर से बेहतरीन बनाने के लिए और बनाए रखने के लिए सुझाव पाएं। खुद को और खुद के पूरे परिवार को सेहतमंद बनाएं। भविष्य में होने वाली बीमारियों के संभावित खतरे से निजात पाएं, साथ अपनी बचत को बीमारियों के इलाज के खर्च में लुटने से बचाएं। तो आज ही आयु ऐप (Aayu App) अपनाएं और सेल्फ असेसमेंट को अपनी आदत बनाएं। 

डिस्क्लेमर

इस लेख में हार्ट अटैक के बारे में जरूरी जानकारी दी गई है, जिसमें भारत में हार्ट मरीजों की स्थिति, इलाज का खर्च और हार्ट अटैक के कारण के बारे में बताया गया है। यह केवल सामान्य जानकारी है। यह किसी भी तरह से विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं हो सकता है। तो किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए अगर आप घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेना चाहते हैं और दवाईयां मंगवाना चाहते हैं तो आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड करें

संबंधित ब्लॉग

कोरोना मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा, जानें, कैसे करें हार्ट अटैक के दर्द की पहचान?

HEART ATTACK | अपने दिल को बचाएं हार्ट अटैक के आने वाले ख़तरे से

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण | Symptoms of Heart Attack in Women in Hindi

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में अंतर

खराब किडनी के लक्षण और बचाव के उपाय

 

CATEGORIES
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus ( )