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Navratri 2020: फलाहार, मेंटल हेल्थ और इम्युनिटी का जुड़ाव

Navratri 2020: फलाहार, मेंटल हेल्थ और इम्युनिटी का जुड़ाव

फल विटामिन से भरे होते है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होते हैं, इनके अभाव में शरीर कमजोर हो जाता है। यह शरीर की इम्युनिटी भी बढ़ाता है।

फल में ज्यादा मिठास होने के कारण यह पचा हुआ भोजन कहलाता है क्योंकि इसमें पेप्टीन नामक खाद्य पदार्थ होता है। फल खाने या फल का रस पीने से ताजगी और ताकत महसूस होती है।

गर्मी के दिनों में कच्चे आम को उबालकर उसमें शक्कर डालकर पीने से शरीर को ठंडक पहुँचती है और लू भी नहीं लगती।

फलों को चबाकर खाएं। उनको तब तक दाँतों से कुचलना चाहिए जब तक मुँह में उनका रस ना बन जाए। जिनके दाँत मजबूत ना हो उन्हें सेब, नाशपती, अनानास जैसे फलों के छोटे-छोटे टुकड़े करके खाना चाहिए।

फलों को तब तक चबाएं जब तक मुँह में उसका रस ना बन जाएं। फलों का रस सुपाच्य होने के कारण बच्चों के लिए भी फायदेमंद होता है। टमाटर या संतरे का रस पिलाने से बच्चों को स्वास्थ्य लाभ होते है। रस में अनेक रोगों से बचाव के गुण होते हैं। टमाटर का ताजा रस स्फूर्तिदायक होता है। इसमें विटामिन ए और सी के साथ विटामिन बी भी होता है जिससे भूख बढ़ती है और शक्ति प्रदान होती है।

फल का मानसिक स्वास्थ्य पर असर (Effect of fruit on Mental Health):

फल और सब्जी विटामिन, मिनरल, कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। मस्तिष्क को ऊर्जा की ज़रूरत होती है, जो फल और सब्ज़ी का संतुलित मात्रा में सेवन करने से प्राप्त होता है। इसलिए आप प्रतिदिन अपने खाद्दों में अलग-अलग रंग के फल और सब्ज़ियों को शामिल करें ताकि विटामिन, मिनरल, फाइटोकैमिकल्स, एंटीऑक्सिडेंट्स, एमिनो एसिड, प्रोटीन के द्वारा मस्तिष्क को ऊर्जा मिल सके।

आप अपने आहार में फल और सब्ज़ी को जितना शामिल करेंगे उतना ही शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी लाभ पहुँचेगा। फलों के ज्यादा सेवन करने से मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने का खतरा कम रहता है।

मानसिक रूप से कमजोर होना भी मानसिक बीमारी का लक्षण हो सकता है लेकिन मानसिक रूप से अच्छा होना पूरी तरह से स्वस्थ होने का लक्षण नहीं है बल्कि जब आप खुशी का अनुभव करते है, आशावादी होते है, आत्मविश्वासी रहते है, एक-दूसरे के साथ अच्छी तरह रिश्ता बना पाते है, किसी भी काम को पूरे आत्मविश्वास के साथ पूरा कर पाते है तभी आप मानसिक रूप से स्वस्थ बन पाएंगे।

इम्युनिटी बढ़ाने के कई उपाय हैं, जो जरूरी हैं, लेकिन इम्युनिटी बढ़ाने के नेचुरल तरीके को अपनाना आपके लिए और भी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हर्ब्स यानि जड़ी-बूटियाँ इस्तेमाल की जाती है जो कारगर होती हैं। कुछ जड़ी बूटियां इम्यून सिस्टम को मजबूत (Strong Immune System) करने के साथ कई और स्वास्थ्य लाभों के लिए जानी जाती हैं। आपके आस-पास कुछ ऐसी चीजें होती है जो इम्युनिटी बढ़ाने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर करती है। तनाव हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है।

इम्युनिटी बढ़ाने वाले फल (Fruits that improve immunity):

पूरी दुनिया में कोरोनावारस नामक बीमारी है। इस वायरस से लड़ने के लिए आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होना चाहिए। अभी नवरात्रों का भी समय है। आयुर्वेद के अनुसार काढ़ा आपकी इम्युनिटी को बढ़ाता है लेकिन इसके कई तरह के गलत असर भी पड़ सकते है। आइये आज हम आपको ऐसे ही चार फलों के बारे में बताएंगे जो आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में आपकी मदद करेंगे।

सेब: सेब खाने से आप कई तरह के रोगों से बच सकते है। सेब आपकी सेहत के लिए भी बहुत अच्छा है। सेब फाइबर से भरपूर है यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

अनार: अनार में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है। जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते है और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते है। अनार खाने से लाल रक्त कोशिकाएं यानि रेड ब्लड सेल्स बढ़ते है, जो शरीर में आयरन को एक जगह से दूसरी जगह ले जाते है और शरीर के सभी अंगों के सुचारु काम को सुन‍िश्चित करते है।

आलूबुखारा: इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आलूबुखारा खाना कभी ना भूलें। यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के संतुलन को बनाने में मदद करता है। आलूबुखारा विटामिन-सी से भरपूर होता है। इसमें मिनरल्स, विटामिन और फाइबर कम कैलोरी में होते है।

अस्वीकरण: स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और किसी भी बीमारी के लिए घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करने के लिए अभी डाउनलोड करें ‘आयु ऐप’ या कॉल करें हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर। आयु ऐप पर हमेशा विशेषज्ञ डॉक्टर आपकी सेवा में तत्पर हैं।

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COMMENTS

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    Manoj Kumar 3 years

    कैल्शियम की कमी हाय

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