विटामिन-डी की कमी से होने वाले रोग और कमी से निपटने के लिए क्या करें | Daily Health Tip | 27 June 2020 | AAYU App
“अगर आपके शरीर में विटामिन-डी की कमी है तो आप अपनी डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स, जैसे दही और बटर, ले सकते है। “
“If you have a deficiency of vitamin-D in your body, then you should include dairy products, like Yogurt & Butter in your diet. “
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मौसम चाहे कोई भी हो, सूरज से मिलने वाली धूप का हमारी सेहत के लिए खास महत्व होता है। ठंड में इसका महत्व और बढ़ जाता है, क्योंकि लॉकडाउन में बहुत से लोगों को धुप की कमी हुई होगी इसलिए धुप की कमी दूर करने के लिए तीस मिनट धुप में रहें। कुछ लोगों को घरों में परदे लगाकर रहना होता है जिससे धुप की चमक उनके चेहरे पर ना आएं लेकिन वो लोग यह भूल जाते है कि धुप लेना उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है।
विटामिन-डी की कमी से थकान बने रहना, मांसपेशियों का कमजोर होना और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें होती है। लोगों की ऐसी धारणा है कि धुप में निकलने से काले हो जाते है, सौंदर्य के प्रति इसी चिंता ने स्वास्थ्य को सर्वाधिक प्रभावित किया है।
विटामिन-डी की शरीर में भरपूर मात्रा होने से कई रोगों से निजात मिलने में मदद मिलती है। लेकिन जब शरीर में विटामिन-डी की कमी होती है तो यह खतरनाक हो सकती है।
विटामिन-डी की कमी के लक्षण:
- शरीर में विटामिन-डी की कमी से मोटापे बढ़ने की परेशानी हो सकती है
- जिन महिलाओं के शरीर में विटामिन-डी की कमी होती है, वो उदास रहने के अलावा तनाव में भी रहती है
- अगर आप शारीरिक श्रम कर रहे है तो पसीना आना स्वाभाविक है लेकिन अगर बिना किसी श्रम के आपको पसीना आ रहा है तो आप अपनी विटामिन-डी की जाँच करवा लें
- अगर आपके हड्डियों में दर्द की समस्या होती है तो आपको विटामिन-डी की कमी हो सकती है
- विटामिन-डी की कमी के कारण आपका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो सकता है जिससे जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते है और मौसम के बदलाव के दौरान वायरस की चपेट में आ जाते है
- विटामिन-डी की कमी के कारण, शरीर में एनर्जी लेवल कम हो जाता है और थकावट महसूस होती है
- शरीर में विटामिन-डी की कमी होने से चेहरे और हाथों में झुर्रियां पड़ने लग जाती है
- विटामिन-डी की कमी होने के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है
- विटामिन-डी की कमी होने से पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती है
- विटामिन-डी की कमी के कारण, मसूड़ों संबंधी बीमारियां हो सकती है
विटामिन-डी की कमी इन चीज़ों से पूरी की जा सकती है:
विटामिन डी3: सूर्य की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके लिए सुबह की धूप सही रहती है। इससे चर्म रोग का खतरा भी कम होता है।
सॉलमन और टुना फिश खाने से विटामिन-डी की कमी पूरी हो जाती है।
अगर आप मछली नहीं खा सकते है तो अंडे को अपनी डाइट में शामिल करें। अंडे का पीला भाग जरूर खाएं।
डेयरी प्रोडक्ट्स से विटामिन डी की कमी पूरी होती है। इसके लिए दूध, गाय का दूध, पनीर, दही, मक्खन, छाछ आदि का सेवन करें।
बच्चों को दूध जिस समय पीने के लिए दें उसी समय उबालें और ठंडा कर दें। अकसर देखा जाता है कि दूध में से मलाई निकाल कर दूध गरम किया जाता है और उसे पीने के लिए दिया जाता है। मलाई निकाल लिये जाने से दूध उतना स्वास्थ्यप्रद नहीं रह जाता।
कॉड लिवर में भी विटामिन डी भरपूर मात्रा होता है। इससे हड्डियों की कमजोरी दूर होती है।
विटामिन डी की कमी होने पर गाजर खाना भी फायदेमंद होता है। गाजर का जूस पी सकें तो और बेहतर होगा।
मशरूम और मखाने का सेवन करें।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आयु ऐप (AAYU App) पर डॉक्टर से संपर्क करें.
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