Corona Brief News: भारत में कोविड-19 दवा की होगी होम डिलीवरी, ऑर्डर देने पर 42 शहरों में पहुँचाई जाएगी दवा
कोविड-19 की दवा एविगन की देश के 42 शहरों में फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज होम डिलीवरी करेगी। जापान की फ्यूजीफिल्म टोयामा केमिकल ने डॉ रेड्डीज़ को भारत में इस दवा के उत्पादन और बिक्री का विशेषाधिकार दिया है।
1. कोविड-19 दवा की 42 शहरों में होगी होम डिलीवरी
दरअसल,हैदराबाद की फार्मा कम्पनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज़ ने कोविड-19 की दवा एविगन लॉन्च की। इसमें एंटीवायरल ड्रग फेविपिराविर की डोज है, जिसे एविगन ब्रांड नाम से लॉन्च किया गया है। इस दवा का इस्तेमाल कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षणों वाले मरीज़ों पर किया जाएगा। इसकी एक टेबलेट की कीमत 99 रुपए है।
बतादें, फार्मा कम्पनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज़ के सीईओ (ब्रांडेड मार्केट्स) एमवी रमण के मुताबिक, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज़ एक तिमाही के भीतर भारत में इसका उत्पादन शुरू करने में सक्षम हो जाएगी। कंपनी सीधे उन रोगियों तक दवा पहुंचाने की भी योजना बना रही है जो उसके हेल्पलाइन के जरिए ऑर्डर देंगे।
2. भारत में कोरोना वायरस- सच साबित हो WHO का अनुमान
- Coronavirus India : कोरोना वायरस की वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर दुनिया भर में काफी तेजी से ट्रायल हो रहे है लेकिन अभी तक इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पा रही है कि इसे कब तक लांच कर दिया जाएगा।
- बतादें, मई के महीने में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अधिकारी डॉ. डेविड नाबारो ने कहा था कि जुलाई के आखिरी हफ्ते के आसपास भारत में कोरोना वायरस अपने चरम पर होगा। उन्होंने कहा था कि यह हालात नियंत्रण से पहले के होंगे।
- भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जो ब्राजील और अमेरिका से भी कहीं अधिक है। हालांकि भारत के लिए राहत भरी बात ये है कि इस बीमारी से मरने वालों की संख्या काफी कम है और रिकवरी रेट 70 फीसदी आसपास है जो बाकी देशों से काफी ज्यादा है।
डॉ.नबारो के मुताबिक, भारत जैसे-जैसे लॉकडाउन की स्थिति से बाहर आएगा केसों की संख्या भी बढ़ती जाएगी। हालांकि उनका दूसरा अनुमान यह भी था कि इससे घबराने की जरूरत नही है क्योंकि इस स्थिति के आने के बाद हालात धीरे-धीरे नियंत्रण की ओर आएंगे। और हाल के हालात जो दिख रहे हैं उसकी माने तो भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप अपने चरम पर पहुंच चुका है और अब नए केसों की आंकड़ों में कमी देखी जा रही है।
3. कोरोना वैक्सीन पर भारत से पार्टनरशिप चाहता है रूस-
- कोरोना वायरस की दुनिया की पहली वैक्सीन स्पूतनिक-5 के उत्पादन के लिए रूस-भारत के साथ साझेदारी पर विचार कर रहा है। बतादें, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की थी कि उनके देश ने कोविड-19 का दुनिया का पहला टीका बना लिया है जो ‘काफी प्रभावी’ तरीके से काम करता है और इस बीमारी के खिलाफ ‘स्थिर प्रतिरक्षा’ (Stable Immunity) देता है।
- स्पूतनिक-5 का विकास गामालेया महामारी रोग और सुक्ष्मजीव विज्ञान शोध संस्थान और आरडीआईएफ मिलकर कर रहे हैं। इस टीके के तीसरे चरण का परीक्षण या बड़े पैमाने पर नैदानिक परीक्षण नहीं हुआ है।
- इस पर रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) किरिल दमित्रिएव (Kirill Dmitriev) ने कहा ‘हम बस रूस में ही नहीं, UAR, सऊदी अरब, और शायद ब्राज़ील और भारत में भी क्लीनिकल ट्रायल करेंगे। हम पांच देशों में यह वैक्सीन बनाने की योजना बना रहे हैं।
4. नीम से काबू होगा कोरोना, मानव परीक्षण के नतीजे आने बाकी
कोरोना महामारी के इलाज के लिए दुनिया के कई देशों में वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। कोरोना को हराने की प्रतिस्पर्धा में आयुर्वेद भी आगे आ गया है। कोरोना को खत्म करने के लिए नीम के कैप्सूल पर परीक्षण किया जा रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो घर-घर में मिलने वाला नीम कोरोना को खत्म करने के लिए रामबाण इलाज साबित हो सकता है।
गौरतलब है कि ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (एआईआईए) के साथ मिलकर आयुर्वेद कंपनी निसर्ग बायोटेक नीम के कैप्सूल पर शोध कर रही है। सात अगस्त से इन कैप्सूल पर शोध प्रक्रिया शुरू किया गया और अब 12 अगस्त से नीम के बने इस कैप्सूल का मानव परीक्षण भी शुरू हो चुका है।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय और हरियाणा सरकार ने स्वीकृति मिलने के बाद इसका परीक्षण फ़रीदाबाद के ईएसआईसी अस्पताल में किया जा रहा है।
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