Covid-19 new guideline: कोविड-19 के खिलाफ AIIMS और ICMR ने जारी की नई गाइडलाइन
Covid-19 new guideline: कोविड-19 को लेकर देश में ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की कमी चल रही है। कोविड-19 की दूसरी लहर का असर करीब-करीब भारत के सभी राज्यों पर दिखने लगा है। कोरोना ने दूसरी लहर में युवा आबादी को ज्यादा प्रभावित किया है। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन लगाने के आदेश दिए हैं।
तो वहीं कोविड मरीजों (Covid-19) के इलाज के लिए एम्स (AIIMS), आईसीएमआर-कोविड-19 टास्क फ़ोर्स ICMR Covid-19 task force) और जॉइंट मॉनिटिरंग ग्रुप ने कोरोना वायरस के वयस्क मरीज़ों के लिए नए दिशानिर्देश जारी (Covid-19 new guideline) किए हैं। इसमें मरीज़ों को माइल्ड, मॉडरेट और सीवियर श्रेणी में बांटा गया है और उनके इलाज के तरीकों के बारे में बताया गया।
1. कोरोना के इलाज को लेकर एम्स और ICMR की ये नई गाइडलाइंस Covid-19 new guideline
📢 Latest Clinical Guidance for Management of Adult #COVID19 Patients‼️
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— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) April 22, 2021
- वे वयस्क मरीज माइल्ड डिज़ीज़ हल्के संक्रमण की श्रेणी में आएंगे जिनको सांस लेने में कोई कठिनाई नहीं है।
- मॉडरेट श्रेणी यानी गंभीर संक्रमण में वे मरीज़ हैं जिनका ऑक्सीजन स्तर कमरे की हवा में 93% और 90% के बीच बना हुआ है।
- सीवियर या ख़तरनाक श्रेणी में वे मरीज़ हैं जिनका ऑक्सीजन स्तर कमरे की हवा में 90% से कम है।
- माइल्ड डिज़ीज़ के मरीज़ों को होम आइसोलेशन में रहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी गई है।
- मॉडरेट श्रेणी के मरीज़ों को वॉर्ड में भर्ती होने की सलाह दी गई है, जहां पर उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट मिल सके। इस दौरान मरीज़ के गंभीर होने पर चेस्ट सीटी और एक्स-रे करने की सलाह दी गई है।
- सीवियर श्रेणी के मरीज़ों को आईसीयू में भर्ती करने की सलाह दी गई है। इस दौरान उनकी हालत के अनुसार रेस्पिरेटरी सपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
- मॉडरेट और सीवियर श्रेणी के मरीज़ों के क्लीनिकल सुधार के बाद डिस्चार्ज क्राइटेरिया के आधार पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने के लिए कहा गया है।
- 60 साल से अधिक आयु के लोगों, दिल संबंधी बीमारी, हाइपरटेंशन, डायबिटीज, गुर्दे, फेफड़े, लीवर से जुड़ी बीमरियों से ग्रस्त लोगों के गंभीर रूप से बीमार होने की अधिक आशंका है. इनमें मृत्यु दर भी अधिक देखी गई है।
- रेमडेसिविर सिर्फ़ मॉडरेट और सीवियर श्रेणी के उन मरीज़ों के लिए इस्तेमाल की जा सकती है जिन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं है।
- होम आइसोलेशन में मौजूद और ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं ले रहे मरीज़ों को रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है।
- गंभीर रूप से बीमार मरीज़ जिन्हें आईसीयू में भर्ती हुए 24-48 घंटे हुए हैं और जिनकी बीमारी गंभीर हो रही है उन्हें टोसिलीज़ुमाब (Tocilizumab देने की सलाह दी गई है।
Corona breathing test 👇
2. कोविड-19 के इलाज में कारगर है फेविपिराविर और टोसिलीज़ुमाब दवा
कोविड-19 (Covid-19) के इलाज में 18 क्लीनिकल ट्रायल में फेविपिराविर (Favipiravir) का टेस्ट किया जा रहा है और दो स्टडीज से जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें इसका सकारात्मक परिणाम सामने आया है, जबकि अन्य ट्रायल्स का डेटा आना अभी बाकी है। मालूम हो, फेविपिराविर (Favipiravir) एक एंटी-वायरस दवा है और इसके जरिए जापान ने इंफ्लुएंजा के इलाज की अनुमति दी है।
3. HCQ और रेमडेसिवीर के नतीजों पर शंका
टास्क फोर्स के नतीजों में कहा गया कि टोसिलीज़ुमाब (Tocilizumab) का दुनियाभर में कोविड-19 के इलाज के लिए 24 क्लीनिकल ट्रायल्स में टेस्ट हो रहा है और शुरुआती नतीजों में सामने आया है कि यह उन मरीजों के लिए बहुत अच्छा इलाज साबित हो सकती है, जो बहुत ज्यादा बीमार हैं।
टोसिलीज़ुमाब (Tocilizumab) एक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवा है, जिसका कई ऑटोइम्यून बीमारियों (autoimmune diseases) के इलाज में उपयोग होता है। टास्क फोर्स का कहना है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन (Hydroxychloroquine) और रेमडेसिवीर (Remdesivir) दवाओं के नतीजे तब और ज्यादा साफ हो सकेंगे जब पूरी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे क्लीनिकल ट्रायल्स से सामने आया डेटा मौजूद होगा।
4. वायराफ़िन’ दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को मंज़ूरी
कोविड मरीजों के इलाज के लिए ड्र्ग क्ंट्रोलर ऑफ इंडिया (DGCI) ने वायराफ़िन’ दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को मंज़ूरी दे दी है। बता दें, डीजीसीआई ने सिर्फ़ मॉडरेट श्रेणी के मरीज़ों में ही इस दवा के इस्तेमाल की अनुमति दी है। डीजीसीआई ने ज़ाइडस कैडिला कंपनी के पेगीलेटेड इंटरफ़ेरोन अलफ़ा-2बी दवा को यह मंज़ूरी दी है जिसे ‘वायराफ़िन’ के नाम से जाना जाता है।
Drugs Controller General of India (DGCI) approves emergency use for Zydus Cadila's Pegylated Interferon alpha-2b, ‘Virafin’ for treating moderate #COVID19 infection in adults. pic.twitter.com/bXBvHZaIBp
— ANI (@ANI) April 23, 2021
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