Covaxin latest update: कोवैक्सीन’ हर जिले में एक सेंटर पर ही लगाई जाएगी
अब से कोरोना वायरस की वैक्सीन कौवैक्सीन (Covaxin) राज्यों के हर जिले के केवल एक वैक्सीनेशन सेंटर (Corona vaccination center) पर ही लगाई जाएगी। जिस सेंटर पर इसे हेल्थ वर्कर्स को लगाया जाएगा, वहीं पर इसका दूसरा डोज भी लगाया जाएगा। तय किए गए सेंटर पर दूसरी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। जिन हेल्थ वर्कर्स को कोवैक्सीन (Covaxin) लगाई जाएगी, उसकी लिस्टिंग जिले स्तर पर शुरू कर दी गई है।
q. प्रदेश के किन सेंटरों पर लगाई जाएगी कोवैक्सीन
सरकार का कहना है कि इस सप्ताह में तय हो जाएगा कि प्रदेश के किन सेंटरों पर लगाई जाएगी कोवैक्सीन। (Covaxin) भोपाल की एनएचएम की एमडी छवि भारद्वाज ने बताया कि 22 जनवरी को हैदराबाद से 1 लाख 50 हजार डोज कोवैक्सीन (Covaxin) के भोपाल आए थे। यहां पर इनको किलोल पार्क स्थित रीजनल वैक्सीन स्टोर में रखा गया था। यहां से प्रदेश के जिलों में 70 हजार डोज भेज दिए गए हैं। एक दो दिन के भीतर ये तय हो जाएगा कि किस सेंटर पर इसको लगाया जाएगा।
p. सरकार 10% तक नुकसान होने के हिसाब से भेजती है डोज
स्टेट वैक्सीनेशन ऑफिसर के मुताबिक 16 जनवरी से अभी तक 1 लाख 32 हजार हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लग चुकी है। सिर्फ 4.4% ही वैक्सीन के डोज का नुकसान हुआ है, जबकि भारत सरकार 10% तक नुकसान होने के हिसाब से डोज भेजती है। हेल्थ वर्कर्स से ये अपील की जाती है कि 30 जनवरी तक वैक्सीन लगवा लें। इसके बाद चूंकि फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाना है।
R. फैसला देर से होने की वजह- कंसेंट फॉर्म भरवाना
- कोवैक्सीन लगाने को लेकर फैसले में हुई देरी के पीछे वजह कंसेंट फॉर्म का भरवाया जाना है, जबकि कोविशील्ड को लगवाने में कोई फॉर्म नहीं भरवाया गया। कौवैक्सीन (Covaxin) के तीसरे चरण के ट्रायल का अभी परिणाम नहीं आया है।
- इस वजह से कोवैक्सीन लगवाने वाले हेल्थ वर्कर्स से दिल्ली और जयपुर में फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि कोवैक्सीन लगाने से पहले इसके फायदे और मामूली साइड इफेक्ट की जानकारी भी दी जाएगी। यदि कोई साइड इफेक्ट होता है तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
(II) भारत की तर्ज पर चीन श्रीलंका को 3 लाख डोज डोनेट करेगा
भारत के कई देशों को वैक्सीन सप्लाई किए जाने के बाद चीन भी इस राह पर चल पड़ा है। भारत द्वारा श्रीलंका को 5 लाख वैक्सीन के डोज भेजने के बाद चीन भी इसी राह पर चल पड़ा है। अब चीन श्रीलंका को 3 लाख वैक्सीन के डोज डोनेट करेगा।
मालूम हो, भारत ने कोरोना से जूझ रही दुनिया के लिए वैक्सीन की मदद भेजना शुरू कर दिया है। नेपाल, बांग्लादेश, भूटान जैसे देशों के बाद भारत अब श्रीलंका को कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड के 5 लाख डोज गिफ्ट करेगा। यह कन्साइन्मेंट गुरुवार को कोलंबो पहुंच जाएगा। भारत अपने अभियान ‘वैक्सीन मैत्री’ के तहत वैक्सीन भेज रहा है।
(III) WHO ने कहा- ज्यादा सतर्क रहें
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने ब्रिटेन में पिछले महीने पाए गए नए कोविड-19 वैरिएंट को ज्यादा खतरनाक बताया है। यह वायरस ज्यादा घातक है क्योंकि यह पुराने वायरस के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलता है। WHO ने इस बारे में अपनी वीकली रिपोर्ट भी जारी की है। संगठन ने इस वैरिएंट को B.1.1.7 या VOC 202012/01 नाम दिया है।
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डिस्क्लेमर– इस लेख में हमें कोवैक्सीन का टीकाकरण से संबंधित जानकारी दी, उम्मीद है यह जानकारी आपको वैक्सीनेशन करवाने में मदद करेगी। इस विषय पर अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। हमें आपके सुझावों का इंतजार रहेगा।
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