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Latest Health Updates: बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज जल्दी खो देते हैं एंटीबॉडी- रिसर्च

कोरोना वायरस Asymptomatic covid-19 people losing early antibodies study

कोरोना वायरस (Coronavirus) के 80 प्रतिशत मरीज़ों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे, इसे लेकर ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन किया है। बिना लक्षणों वाले कोरोना मरीज़ों पर किए गए अध्ययन में सामने आया है कि ऐसे कोरोना वायरस के मरीजों में एंटीबॉडी जल्दी खत्म हो जाते हैं। 

1. ऐसे कोरोना मरीज जल्दी खो देते हैं एंटीबॉडी

इंपीरियल कॉलेज लंदन और बाजार अनुसंधान फर्म इप्सोस मोरी (Imperial College London and market research firm Ipsos MORI) के निष्कर्षों से यह भी पता चला है कि एंटीबॉडी की हानि 75 से अधिक आयु वर्ग के लोगों की तुलना में 18-24 वर्ष के बच्चों में कम थी।  

बतादें,यह शोध ब्रिटिश सरकार द्वारा कमीशन और इम्पीरियल द्वारा प्रकाशित किया गया है। संक्रमण के बाद समय के साथ कोविड -19 के प्रति लोगों की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को दर्शाता है। 

2. हो सकता है कोरोना वैक्सीन सब पर असरदार न हो- वैक्सीन टास्कफोर्स की चीफ

Might not work for everyone uk vaccine taskforce chair says early covid-19 vaccines may be imperfect

कोरोना वैक्सीन को लेकर ब्रिटेन की वैक्सीन टास्कफोर्स की प्रमुख केट बिंघम ने कहा कि हो सकता है कोरोना वैक्सीन सभी उम्र के लोगों पर असरदार न हो। हालांकि ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन ने कहा कि शुरूआती नतीजों में उनकी वैक्सीन बुजुर्गों पर भी असर दिखा रही है जो कि काफी ख़ुशी की बात है। 

लैंसेट जर्नल से बातचीत में टास्कफोर्स की चीफ केट बिंघम (Kate bingham) ने कहा कि पहली जनरेशन की वैक्सीन में यकीनन कुछ खामियां होंगी, हमें इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए कि ये वैक्सीन सिम्पटम को घटाएगी न कि बीमारी का पूरी तरह इलाज करने में सक्षम होगी। इतना ही नहीं सिम्पटम घटाने के मामले में भी शायद ये हर उम्र के लोगों के लिए कारगर साबित न हो।

वहीं ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन के परीक्षण के लिए जिन लोगों को भी उसकी कोरोना वैक्सीन की खुराक दी गई है, उनमें मजबूत प्रतिरक्षा विकसित हुई है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ब्रिटेन की दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन विकसित कर रही है।

मालूम हो, एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का इंसानों पर तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। और फिलहाल वैक्सीन की दौड़ में यह सबसे आगे बनी हुई है।

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