Coronavirus latest update : खत्म हुआ कोरोना वायरस! इन राज्यों में नहीं हुई संक्रमण से कोई मौत
Coronavirus latest update : कोरोना वायरस का संक्रमण देश के पांच राज्यों में लोगों की कुल संख्या का 81 फीसदी है। कोरोना संक्रमण के 70 फीसदी मामले केवल केरल और महाराष्ट्र में ही हैं। भारत में सोमवार को कोविड-19 से 84 लोगों की मौत हुई और पिछले दस दिनों से देश में कोरोना वायरस (coronavirus) के कारण मरने वालों की संख्या रोजाना 150 से कम है।
देश में कोरोना संक्रमण के कितने मामले हैं?
देश में फिलहाल संक्रमण का इलाज करा रहे रोगियों की संख्या (coronavirus patients in India) एक लाख 48 हजार 609 है जो कुल संक्रमण का 1.37 फीसदी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटे में सोमवार सुबह आठ बजे तक कोविड-19 से किसी की मौत नहीं हुई। इन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह, दमन और दीव, दादरा एवं नागर हवेली, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, लक्षद्वीप, लद्दाख, सिक्किम, राजस्थान, मेघालय, मध्यप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पुडुचेरी, आंध्रप्रदेश, ओडिशा और असम शामिल हैं।
ये वैक्सीन लगने से बच्चों को कोरोना संक्रमण होने का खतरा कम है
कोरोना वायरस (coronavirus) के संक्रमण को लेकर किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि जिन बच्चों को मौसमी फ्लू का वैक्सीन लगाया जाता है उनमें कोरोना संक्रमण का खतरा कम पाया जाता है।
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि जिन बच्चों को मौसम में होने वाले संक्रमण से बचने के लिए दवा (वैक्सीन) दी जाती है, उन बच्चों में कोरोना के लक्षण कम दिखाई देते है। यानि किसी बच्चे को मौसम में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए टीका लगाया लगा है, तो दूसरे लोगों के मुकाबले उसे कम समस्याएं झेलनी पड़ेगी।
कोरोना वायरस से बचाव में कारगर है फ्लू वैक्सीन (coronavirus vaccine)
इसके अलावा शोधकर्ताओं की टीम ने यह भी पाया कि इन्फ्लूएंजा शॉट्स लेने वाले 32 प्रतिशत बच्चों को सांस संबंधी बीमारियों का खतरा कम हुआ था। शोधकर्ताओं का मानना था कि जिन बच्चों को मौसमी बीमारी का वैक्सीन दिया गया, उन्हें कोरोना के संक्रमण के खिलाफ उस वैक्सीन (फ्लू) से सुरक्षा प्रदान हुई।
कोरोना वायरस के इन लक्ष्णों पर रखें ध्यान
यूके की नेशनल हेल्थ सर्विसेज के अनुसार कोरोना वायरस (coronavirus) से संक्रमित बच्चों में कई तरह के लक्षण पाए जाते हैं, जैसे कि लगातार खांसी होना और भोजन का टेस्ट नहीं आना। गले में खराश, सर्दी लगना, नाक बहना जैसे लक्षण शामिल है।
मौसमी बीमारी का वैक्सीन लगने से भले ही बच्चों को कोविड-19 संक्रमण (Covid-19 pandemic) का खतरा कम हो सकता है, लेकिन उन्हें फिर भी सावधानी बरतनी चाहिए। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। लोगों से 2 गज की दूरी बनाकर रखें।
कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से लड़ने में मददगार है ऑक्सफ़ोर्ड की वैक्सीन
कोरोना वायरस (coronavirus) को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, निरूद्ध क्षेत्र, लोगों की निगरानी, व्यापक जांच, मानक क्लिनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल के कारण मृत्यु दर में कमी आई है, साथ ही संक्रमित लोगों की संख्या भी कम हुई है। मंत्रालय ने कहा कि केंद्र, राज्यों, संघ शासित प्रदेशों के समन्वित प्रयास के कारण मृत्यु दर में कमी आई है। मंत्रालय के अनुसार, देश में 24 घंटे के अंतराल में 11,831 नए मामले सामने आए जबकि इस दौरान 11,904 लोग संक्रमण से ठीक हुए।
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