Corona Vaccine update: कोरोना वैक्सीन (Covid-19 vaccine) के साइड इफेक्ट को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को अलर्ट कर दिया है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि वैक्सीनेशन (Vaccination) के बाद होने वाले रिएक्शन के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) को तैयार रहना होगा। सरकार ने वैक्सीन के स्टोरेज के लिए जरूरी इंतजाम करने का दावा किया है। इसमें 29 हजार कोल्ड चेन पॉइंट्स शामिल हैं।
वैक्सीनेशन ड्राइव की तैयारी
फर्स्ट फेज में 30 करोड़ लोगों को लगेगी वैक्सीन | 41 हजार डीप फ्रीजर्स |
स्टोरेज के लिए 29 हजार कोल्ड चेन प्वाइंट्स | 300 सोलर रेफ्रिजरेटर्स |
45 हजार आइस लाइन्ड रेफ्रिजरेटर्स | 240 वॉक-इन-कूलर्स 70 वॉक-इन-फ्रीजर्स |
हाइलाइट्स:
- आशंका है कि कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine) लगाने का कुछ साइड इफेक्ट सामने आ सकता है
- केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस आशंका के पीछे पिछले अनुभवों का हवाला दिया
- उन्होंने कहा कि बीते दशकों में भी व्यापक टीकाकरण (Vaccination) अभियान के दौरान यह देखने को मिला
टीकाकरण अभियान की तैयारी जोरों पर (Covid-19 Vaccination)
उन्होंने कोविड वैक्सीन (Corona vaccine) के भंडारण और वितरण की व्यवस्था की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, “29 हजार कोड चेन पॉइंट्स, 240 चलते-फिरते कूलर, 70 चलंत फ्रीजर, बर्फ वाले 45 हजार रेफ्रिजरेटर, 41 हजार डीप फ्रीजर और 300 सोलर रेफ्रिजरेटर का उपयोग होगा।
ये सभी उपकरण सरकार के पास पहुंच गए हैं।” उन्होंने कहा कि मेडिकल ऑफिसर्स, वैक्सीनेटर्स, कोल्ड चेन हैंडलर्स, सुपरवाइजर, डाटा मैनेजर्स और आशा को-ऑर्डिनेटर्स का ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार हो गया है। फिजिकल और वर्चुअल ट्रेनिंग शुरू हो गई है। राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स के प्रशिक्षण भी पूरे हो गए हैं।
वैक्सीन का रिएक्शन गंभीर मसला
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव के मुताबिक, वैक्सीनेशन के बाद बच्चों और प्रेग्नेंट महिलाओं में उसके साइड इफेक्ट्स भी दिख सकते हैं। जिन देशों में वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है, वहां इसके साइड इफेक्ट्स भी सामने आए हैं। खासकर ब्रिटेन, जहां वैक्सीन लगाने के बाद पहले दिन ही रिएक्शन के मामले देखे गए थे। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि राज्य इसके लिए पहले से ही पूरी तैयारी रखें।
नीति आयोग ने दी HGCO19 वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि इस हफ्ते ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने एक और वैक्सीन को क्लिनिकल ट्रायल की मंजूरी दे दी है। HGCO19 नाम की यह वैक्सीन पुणे की कंपनी जेनोवा ने भारत सरकार की रिसर्च एजेंसी डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के साथ मिलकर डेवलप की है। यह देश की पहली mRNA टेक्नोलॉजी से बनी वैक्सीन है।
अभी 6 वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल जारी– 👇

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