Corona Vaccine in India: भारत को कुछ ही हफ्तों में मिलेगी कोरोना वैक्सीन, इन वैक्सीन पर काम जारी
Corona Vaccine in India : भारत को कुछ ही हफ्तों में कोरोना की वैक्सीन (Corona vaccine in India) मिलने की उम्मीद है। हाल ही में तीन फार्मा कंपनियों फ़ाइज़र, सीरम और भारत बायोटेक ने इमरजेंसी अप्रूवल के लिए आवेदन किया है।
1. जल्द मिल सकती हैं ये तीन वैक्सीन
- भारत में इमरजेंसी अप्रूवल मांगने वालों में अमेरिकी कंपनी फ़ाइज़र (pfizer corona vaccine in India) भी शामिल है, जिसने जर्मन सहयोगी बायोएनटेक के बनाए mRNA वैक्सीन बनाई है। फ़ाइज़र के ट्रायल्स भारत में नहीं हुए हैं।
- वहीं, 7 दिसंबर को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech vaccine ) ने भी अपने-अपने वैक्सीन के लिए इमरजेंसी अप्रूवल मांगा है।
- दोनों के ही वैक्सीन भारत में फेज-3 ट्रायल्स में है। सीरम इंस्टिट्यूट (SII) ने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी /एस्ट्राजेनेका (Oxford University COVID 19 vaccine/ AstraZeneca Vaccine) की वैक्सीन का प्रोडक्शन करने का करार किया है। इसके UK और ब्राजील में चले ट्रायल्स के नतीजे आ गए हैं।
भारत में 9 वैक्सीन पर चल रहा है काम, 3 अभी लैब्स में।
भारत सरकार के वैक्सीन लैंडस्केप के मुताबिक, इस समय भारत में 9 वैक्सीन पर काम चल रहा है। इसमें तीन वैक्सीन प्री-क्लिनिकल स्टेज यानी फिलहाल लैब्स में हैं। इसके अलावा 6 वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल्स के किसी न किसी फेज में हैं
आइए जानते हैं, भारत में बन रहे वैक्सीन के बारे में…
1. कोवीशील्ड (covishield vaccine in india)
- सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने भारत में इमरजेंसी अप्रूवल के लिए आवेदन किया है, जिस पर सरकार जल्द ही फैसला कर सकती है।
- कोवीशिल्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine) को ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका (ब्रिटेन) (Oxford University COVID 19 vaccine/ AstraZeneca Vaccine) ने मिलकर इसे बनाया है।
- सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला के मुताबिक, फरवरी तक करीब एक करोड़ वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) उपलब्ध हो सकती हैं। सरकार को 250 रुपए और आम भारतीयों को 500 रुपए में वैक्सीन का एक डोज मिलेगा।
2. कोवैक्सीन (Covaxin) :-
हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर कोवैक्सीन (Covaxin Vaccine) का निर्माण किया है। भारत बायोटेक ने भी इमरजेंसी अप्रूवल मांगा है। (Bharat Biotech emergency approval)
इस वैक्सीन के दो फेज के ट्रायल्स हो चुके हैं और अब तक यह वैक्सीन असरदार रही है। किसी भी वॉलंटियर में गंभीर साइड-इफेक्ट नहीं दिखाई दिया है।
कंपनी ने नवंबर में ही 25 जगहों पर 25,800 वॉलंटियर्स पर इसके फेज-3 ट्रायल्स शुरू किए हैं। जानकारी के अनुसार, जनवरी के बाद कोवैक्सीन (Covaxin Vaccine) मिलने लगेगी। अब तक कंपनी ने यह नहीं बताया कि इसकी कीमत क्या होगी?
3. स्पुतनिक V (sputnik v vaccine in india)
कोरोनावायरस की रूसी वैक्सीन स्पुतनिक V (Coronavirus Russian vaccine sputnik V in India) के डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) ने भारत में 1 दिसंबर को फेज-2/3 क्लीनिकल ट्रायल्स शुरू कर दिए हैं।
स्पुतनिक V वैक्सीन को रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड की मदद से रूस के गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने इसे डेवलप किया है।
कंपनी सूत्रों के मुताबिक, कोरोनावायरस की स्पुतनिक V वैक्सीन (Coronavirus Russian vaccine sputnik V in India) मार्च के बाद अप्रूवल पा सकती है। इसके एक डोज की कीमत 700 रुपए के आसपास रहने का भरोसा कंपनी ने दिया है।
4. जायडस कैडिला (zycov-d vaccine)
कोरोनावायरस की वैक्सीन जायडस कैडिला (Coronavirus Vaccine ZyCov-D in India) को अहमदाबाद की कंपनी जायडस कैडिला ने तैयार किया है।
इसके फेज-1 के क्लिनिकल ट्रायल्स का डेटा आ चुका है और इसने प्रॉमिसिंग रिजल्ट दिए हैं। डेटा सेफ्टी मॉनिटरिंग बोर्ड (DSMB) ने इसकी पुष्टि की है।
कब मिलेगी और कीमत: 2021 की दूसरी तिमाही तक वैक्सीन बाजार में उपलब्ध कराने की तैयारी है। अब तक कंपनी ने यह नहीं बताया कि इसकी कीमत क्या होगी?
5. नोवावैक्स की वैक्सीन (nvx-cov2373 vaccine)
नोवावैक्स की वैक्सीन NVX-CoV2373 के अमेरिका समेत कुछ अन्य देशों में फेज-3 के ट्रायल्स चल रहे हैं। कोविड-19 की इस वैक्सीन को भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) बनाएगा।
सबकुछ ठीक रहा तो 2021 में यह वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। वैसे, भारत में नतीजे आने से पहले ही यदि किसी बाहरी देश में फेज-3 ट्रायल्स के नतीजे आ गए तो उसके आधार पर सीरम इमरजेंसी अप्रूवल मांग सकती है।
6. बायोलॉजिकल E (Coronavirus Vaccine Biological-E)
हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल E (Coronavirus Vaccine Biological-E) ने इस वैक्सीन के लिए करार किया है। नवंबर में ही कोविड-19 सब यूनिट वैक्सीन कैंडिडेट के भारत में फेज-1/2 क्लिनिकल ट्रायल्स शुरू करने के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मंजूरी हासिल की है।
यदि वैक्सीन कारगर रहती है तो एक अरब डोज एक साल में बनाने की क्षमता है। यह वैक्सीन अगले साल जुलाई तक मिलने की संभावना है।
7. पुणे की जेनोवा फार्मा और HDT बायोटेक की वैक्सीन
अमेरिका के HDT बायोटेक कॉरपोरेशन के साथ मिलकर पुणे की कंपनी जेनोवा बायोफार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने mRNA वैक्सीन कैंडिडेट (HGCO19) डेवलप किया है। इस वैक्सीन ने चूहों और प्राइमेट मॉडल्स में सेफ्टी, इम्यूनोजेनेसिटी, न्यूट्रलाइजेशन एंटीबॉडी एक्टिविटी दिखाई है।
8. इनएक्टिवेटेड रैबीज वेक्टर प्लेटफॉर्म–
अमेरिका की थॉमस जेफरसन यूनिवर्सिटी ने इस इनएक्टिवेटेड रैबीज वेक्टर प्लेटफॉर्म वैक्सीन को डेवलप किया है। इसे भारत में हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी बनाएगी। इस वैक्सीन के फिलहाल प्री-क्लिनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं।
9. अरबिंदो फार्मा की वैक्सीन –
हैदराबाद की दवा कंपनी अरबिंदो फार्मा ने इस वैक्सीन को विकसित किया है।फिलहाल यह वैक्सीन प्री-क्लिनिकल स्टेज में है। यानी लैब्स में ही टेस्ट चल रहे हैं।