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Corona Vaccine: रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V वायरस से बचाव में 91.6 फीसदी तक इफेक्टिव

Corona Vaccine: रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V वायरस से बचाव में 91.6 फीसदी तक इफेक्टिव

Corona Vaccine Sputnik V Latest update: मेडिकल जर्नल लैंसेट में प्रकाशित एक रिपोर्ट में सामने आया है कि रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V कोरोनावायरस से बचाव में 91.6 फीसदी तक इफेक्टिव है। मालूम हो स्पूतनिक V दुनिया की पहली रजिस्टर्ड वैक्सीन है। 

इसे बनाने वाले गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक अलेक्जेंडर गेन्सबर्ग ने कहा कि स्पूतनिक V के ये नतीजे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी कामयाबी है। 

1. मेडिकल जर्नल लैंसेट की रिपोर्ट

मेडिकल जर्नल लैंसेट की रिपोर्ट में सामने आया है कि रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V (Corona Vaccine Sputnik V) के फेज-3 के ट्रायल में 19,866 वॉलियंटर शामिल किए गए थे। इनमें से 14,964 को वैक्सीन और 4,902 को प्लासबो दिया गया। दोनों डोज के बीच 21 दिन का अंतर रखा गया।

बतादें, कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V (Corona Vaccine Sputnik V) दुनिया की पहली रजिस्टर्ड वैक्सीन है। इसे बनाने वाले गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक अलेक्जेंडर गेन्सबर्ग ने कहा कि स्पूतनिक V के ये नतीजे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी कामयाबी है।

2. दुनिया में अब तक कोरोना केस

दुनिया में अब तक कोरोना के 10 करोड़ 41 लाख 9 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 7 करोड़ 59 लाख ठीक हो चुके हैं, जबकि 22 लाख 53 हजार 659 की मौत हो चुकी है। 2 करोड़ 58 लाख मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। इनमें 1 लाख से ज्यादा की हालत गंभीर बताई जा रही है।

3. ऑक्सफ़ोर्ड पर कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में गड़बड़ी का आरोप

न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऑक्सफ़ोर्ड पर कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine)के ट्रायल में गड़बड़ी का आरोप लगा है। रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआत में ट्रायल में शामिल होने वाले 1,500 वॉलंटियर्स को वैक्सीन की गलत डोज दी गई थी। 

ट्रायल के चीफ इंवेस्टिगेटर और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एंड्रयू जे पोलार्ड के एक लेटर से इसका खुलासा हुआ है। हालांकि, ऑक्सफ़ोर्ड ने गलती मानने से इंकार कर दिया है।

4. कोरोना अपडेट्स (Corona latest Updates) 

अमेरिका में अब तक 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें 50 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है। वैक्सीनेशन के मामले में अमेरिका अभी पहले नंबर पर चल रहा है।

चीन में नकली वैक्सीन की वजह से सरकार परेशान हो गई है। अब इसके खिलाफ देश में कैम्पेन चलाया जा रहा है। CNN के मुताबिक, अब तक 80 लोगों को नकली वैक्सीन ‘ऑपरेशन अगेंस्ट फेक वैक्सीन’ के तहत गिरफ्तार किया गया है।

भारत ने कोरोना महामारी को अपने नियंत्रण रखा और वैक्सीनेशन पर भी भारत पूरे विश्व में नंबर वन बना हुआ है। यह बात एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने एक अवार्ड कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान डॉक्टर, पुलिस, सफाई कर्मचारी और मीडिया कर्मी जैसे तमाम लोगों ने अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाया।

उन्होंने कहा कि आज आप देख सकते हैं कि भारत का कोरोना के प्रति किस तरह का रिकॉर्ड रहा है। आज कोरोना में भारत का रिकवरी रेट सबसे आगे है। 

डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अभी एम्स में 2 वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सिंग लगाई जा रही है और तीसरा भी जल्द ही चालू होने जा रहा है।

फिलहाल 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है, जिनमें हेल्थ वर्कर शामिल हैं और आज सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने वाले देशों की सूची में भारत नंबर वन पर है। उन्होंने कहा कि दोनों ही वैक्सीन पर किसी प्रकार का संदेह करने की जरूरत नहीं है, वे पूरी तरह सुरक्षित हैं।

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डिस्क्लेमर –

इस लेख में हमने देश और दुनिया में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर क्या कुछ चल रहा है की अपडेट दी है, साथ ही Corona Vaccine स्पूतनिक V को लेकर मेडिकल लैसेंट जर्नल की रिपोर्ट के बारे में भी बताया है। हमें उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।

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