Corona Brief News: Corona की वैक्सीन EpiVacCorona लॉंच करेगा रूस, अमेरिका ने अपनाया दिल्ली मॉडल

Corona Vaccine EpiVacCorona: कोरोनावायरस (Coronavirus) के खिलाफ रूस एक और वैक्सीन EpiVacCorona जल्द ही लांच करने की तैयारी कर रहा है। EpiVacCorona वैक्सीन का शुरुआती तौर पर 57 लोगों पर ट्रायल किया गया जो सफल रहा। वहीं दूसरी ओर दिल्ली की केजरीवाल सरकार का कहना है कि अमेरिका ने कोरोनावायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए दिल्ली मॉडल अपनाया है।
1.जल्द ही रूस कोरोना की वैक्सीन EpiVacCorona लॉंच करेगा–
Corona (कोरोना) की EpiVacCorona नामक वैक्सीन जल्द ही बाज़ार में आ सकती है। रूस कोरोना की एक और नई वैक्सीन लॉंच करने जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि पहली वैक्सीन से जो साइड इफेक्ट्स दिखे थे वो इस वैक्सीन के इस्तेमाल पर नहीं होंगे।

- वैक्सीन EpiVacCorona का पहला ट्रायल 57 वॉलंटियर्स पर हुआ, इसे सोवियत बायोलॉजिकल वेपंस रिसर्च प्लांट और वैक्टर रिसर्च सेंटर ने मिलकर तैयार किया है। EpiVacCorona वैक्सीन का ट्रायल सितंबर में पूरा होगा। हाल ही में रशिया ने दुनिया की पहली कोविड-19 वैक्सीन ‘स्पुतनिक-वी’ लॉन्च की। इसे रूस के रक्षा मंत्रालय और गामालेया रिसर्च सेंटर ने तैयार किया था।
- ग़ौरतलब है कि वैक्टर स्टेट रिसर्च सेंटर ऑफ वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी संस्थान दुनिया के उन दो प्रमुख संस्थानों में से एक है, जिसके पास चिकनपॉक्स की वैक्सीन का सबसे बड़ा स्टॉक है। दूसरा संस्थान अमेरिका में है।
2.कोरोना से निपटने के लिए अमेरिका ने अपनाया दिल्ली मॉडल

Delhi Coronavirus: राजधानी दिल्ली (Delhi Government) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दावा किया है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) से निपटने के लिए अमेरिकी सरकार ने दिल्ली मॉडल (Delhi Model) अपनाया है। बतादें, अब अमेरिका (America) में भी गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 से संक्रमित मरीज़ों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी (Plasma therapy) का इस्तेमाल होगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि देश में सबसे पहले अप्रैल में दिल्ली में प्लाज्मा थेरेपी (Plasma therapy) की शुरुआत हुई। इसके बाद दिल्ली में दुनिया का पहला प्लाज्मा बैंक 2 जुलाई को आईएलबीएस अस्पताल में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य कोविड के गंभीर मरीज़ों को निःशुल्क उच्च गुणवत्ता का प्लाज्मा प्रदान करना था।
फिर दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में एक और प्लाज्मा बैंक (Plasma Bank) शुरू किया गया। जिससे सैकड़ों लोगों को प्लाज्मा मिला और कोरोना के गंभीर मरीज़ों का इलाज संभव हो पाया। दिल्ली मॉडल (Delhi Model) का यह सिस्टम कोविड प्रतिक्रिया में एक महत्वपूर्ण तत्व रहा है और अब देश के अन्य राज्यों द्वारा भी अपनाया जा रहा है। अब अमेरिका ने भी इसे अपनाया है।
3.कोरोना का खतरा किसे ज्यादा–
कोरोना वायरस (Coronavirus) का खतरा किसे सबसे अधिक है? किस तरह के मरीज़ों को कोरोना महामारी में ज्यादा सावधान रहना चाहिए? (Keep A Stock Of 30 day Medicine, These Diseases May Cause Serious Illness; Know What Is Asthma Action Plan)
आइए जानते हैं ऐसी बीमारियों के बारे में जिनके मरीज़ों को कोरोना का खतरा अधिक है-

- कैंसर
- क्रोनिक किडनी बीमारी
- क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज (COPD)
- सॉलिड ऑर्गन ट्रांसप्लांट से कमजोर हुआ इम्यून सिस्टम
- मोटापा (30 या इससे ज्यादा BMI वाले)
- हार्ट फेलियर, कोरोनरी, अर्टरी डिसीज या कार्डियोमायोपैथीज दिल की गंभीर परेशानियां
- सिकल सेल डिसीज
- टाइप 2 डायबिटीज़ मेलिटस
किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी होने पर डॉक्टर या हेल्थ केयर प्रोवाइडर की सलाह तुरंत लें (अभी डाउनलोड करें आयु ऐप, और घर बैठे डॉक्टर से परामर्श पाएं)
इनमें से किसी भी बीमारी से जूझ रहे मरीज किसी भी हालत में अपनी दवाइयाँ (Order Medicine Online) लेते रहें और ट्रीटमेंट को बंद न करें।
4. जानिए कब और कैसे आएगी हर्ड इम्युनिटी –
विशेषज्ञ डॉक्टरों के मुताबिक, जब 60 से 70% आबादी में वायरस के खिलाफ इम्युनिटी आएगी, तभी खत्म होगा कोरोना। और पढ़ें- हर्ड इम्युनिटी क्या है? और यह कैसे काम करती है?)
आइए जानते हैं कब और कैसे आएगी हर्ड इम्युनिटी
यह कहना बहुत मुश्किल है, लेकिन जब 60% से 70% आबादी संक्रमित हो जाएगी, तभी माना जाएगा कि हर्ड इम्युनिटी आ गई। ऐसा न्यूयॉर्क में देखने को आया भी है।

हर्ड इम्युनिटी के फायदे-
- वायरस ट्रांसमिशन की चेन ब्रेक होगी
- वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी आ जाएगी
- हर्ड इफेक्ट से 30% आबादी ठीक हो जाएगी
- कोरोना महामारी खत्म हो जाएगी
हर्ड इम्युनिटी से क्या होगा?
- हर्ड इम्युनिटी आने के बाद वायरस को ऐसे इंसान मिलने बंद हो जाएंगे, जिन्हें संक्रमित कर वह लगातार फैल सके। अभी यह संक्रमण लगातार फैल रहा है।
5. ऑक्सफ़ोर्ड की Covid-19 वैक्सीन के दूसरे फेज का ट्रायल शुरू

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) और भारत के पूणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा विकसित संभावित कोरोना वायरस वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) का दूसरे चरण का मानव क्लीनिकल ट्रायल आज से शुरू करेगा।
सूत्रों ने बताया कि ‘कोविशील्ड‘ की सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता जांचने के लिए पुणे स्थित भारती विद्यापीठ चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में स्वस्थ वयस्क भारतीयों पर नियंत्रित अध्ययन किया जाएगा। और पढ़ें- ऑक्सफ़ोर्ड कोरोना वैक्सीन कहां तक पहुँची, और भारत में किसे मिलेगी)
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